How to Increase Hemoglobin in Dialysis Patients in Hindi: आजकल खराब लाइफस्टाइल और अनियमित जीवनशैली के चलते लोगों में किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। किडनी का अस्वस्थ होना कई बार कई अन्य शारीरिक समस्याओं का भी कारण बनता है। कई बार किडनी खराब होने पर डॉक्टर डायलिसिस कराने की सलाह देते हैं। डायलिसिस एक प्रकार की ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें किडनी काम नहीं करने पर एक आर्टिफिशियल किडनी की तरह बनाकर उसके जरिए ब्लड में जमा विषाक्त पदार्थों को निकाला जाता है।
डायलिसिस के मरीजों में अक्सर खून की कमी रहती है। इस लेख में आज हम बात करेंगे कि डायलिसिस के मरीजों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के क्या तरीके हैं। आमतौर पर डायलिसिस उन लोगों में किया जाता है, जिनकी किडनी पूरी तरीके से काम करना बंद कर देती है। हालांकि, डायलिसिस पर रहने के बाद भी कई लोग सामान्य जीवन जीते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने बीएलके मैक्स अस्पताल में Consultant-Nephrologist डॉ. भानु मिश्रा से बात की। आइए जानते हैं इसके बारे में। (Dialysis Ke Mareejo Me Hemoglobin Kaise Badhaye) -
डायलिसिस के मरीजों में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाएं? (How to Increase Hemoglobin in Dialysis Patients in Hindi)
1. डाइट में आयरन शामिल करें
अगर आप डायलिसिस के मरीज हैं और शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम है तो ऐसे में अपनी डाइट में आयरन शामिल करना एक फायदेमंद विकल्प साबित हो सकता है। दरअसल, डायलिसिस वाले कुछ लोगों में हीमोग्लोबिन या आयरन सामान्य से कम होता है।
डायलिसिस के मरीजों को अपना हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए डाइट में (How to Increase Haemoglobin in Hindi) आयरन से भरपूर फूड्स जैसे केल, ब्रोकली, मुनक्के, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज और काजू आदि का सेवन करना चाहिए। क्योंकि, केवल सामान्य डाइट लेने से आपके आयरन की कमी पूरी नहीं हो सकती है। इसके लिए आपको आयरन से भरपूर फूड्स लेने चाहिए।
2. ब्लड ट्रांसफ्यूशन
डायलिसिस के मरीजों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए कई बार ब्लड ट्रांसफ्यूशन की भी जरूरत पड़ती है। दरअसल, ब्लड ट्रांसफ्यूशन एक प्रकार की ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत मरीज की नसों में से नया ब्लड डाला जाता है। हालांकि, यह एक सफल मेडिकल ट्रीटमेंट है, जिसकी मदद से हीमोग्लोबिन को तेजी से बढ़ाया जा सकता है। कई बार एनीमिया के मरीजों में भी खून की कमी होने पर (What to do on Low Haemoglobin) इस ट्रीटमेंट को कराने की सलाह दी जा सकती है। हालांकि, कुछ मरीजों में ब्लड ट्रांसफ्यूशन कराने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
3. डॉक्टर के संपर्क में रहें
अगर आप डायलिसिस के मरीज हैं और शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी महसूस कर रहे हैं तो ऐसे में आपको लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए। कई बार आधुनिक तकनीक की मदद से डॉक्टर्स शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर आपको erythropoiesis-stimulating agents (ESAs) और अन्य लेटेस्ट ट्रीटमेंट्स कराने की सलाह दे सकते हैं। इससे भी कई बार हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
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डायलिसिस के मरीजों में हीमोग्लोबिन लो क्यों होता है?
- डायलिसिस के मरीजों में आमतौर पर हीमोगलोबिन लो कई कारणों से होता है।
- अगर आप डायलिसिस के मरीज हैं तो कहीं न कहीं शरीर में ब्लड लॉस होने के कारण भी किडनी पर असर पड़ता है और हीमोग्लोबिन कम हो सकता है।
- ऐसे में कई बार शरीर में आयरन की कमी होना भी डायलिसिस के मरीजों में कई बार हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है।
- अगर आपकी शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी है तो हो सकता है कि आपको हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है।
- कुछ मामलों में फोलेट, आयरन और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है।
FAQ
क्या दूध पीने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है?
यह कहना पूरी तरह से गलत होगा कि दूध पीने से हीमोग्लोबिन नहीं बढ़ता है। दूध पीने से आमतौर पर शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है। इसलिए यह सोचकर दूध न पिएं कि इससे आपका हीमोग्लोबिन बढ़ेगा।सबसे तेज खून बढ़ाने वाला फल कौन सा है?
खून बढ़ाने के लिए वैसे तो कई फलों और सब्जियों का सेवन किया जा सकता है, लेकिन अनार और चुकंदर शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं।डायलिसिस ठीक होने में कितना समय लगता है?
डायलिसिस ठीक होने में कितना समय लगता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी किडनी की स्थिति कैसी है। अगर आपकी किडनी पूरी तरह से डैमेज है तो हो सकता है आपको ठीक होने में लंबा समय लगे।