क्यों कुछ लोग खुद को चोट पहुंचाते हैं? एक्सपर्ट से जानें Self Harming Behaviour का कारण और बचाव टिप्स

सेल्फ हार्म बिहेवियर में व्यक्ति खुद को जानबूझकर शारीरिक चोट पहुंचाता है। ऐसे में एक्सपर्ट से जानते हैं कि व्यक्ति ऐसा क्यों करता है और इसका बचाव क्या है? 
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क्यों कुछ लोग खुद को चोट पहुंचाते हैं?  एक्सपर्ट से जानें Self Harming Behaviour का कारण और बचाव टिप्स


Self Harming Behaviour: हम सभी कभी न कभी अपनी जिंदगी में अकेला महसूस करते हैं। अंदर ही अंदर बहुत कुछ चल रहा होता है। लेकिन ये हिम्मत नही कर पाते कि, किसी से कुछ कह पाएं। उस वक्त व्यक्ति को ऐसा लगने लगता है जैसे सब कुछ खत्म हो गया। ऐसे में एक वक्त के बाद व्यक्ति अपने आप को उस उदासीनता से बाहर निकालने के लिए खुद को शारीरिक चोट पहुंचाने लगता है। वह खुद को काटता है या फिर दीवार पर सर पटकता है। ऐसे में समझते हैं कि, कोई व्यक्ति ऐसा क्यों करता है? सेल्फ हार्म बिहेवियर क्या है, इसको कैसे पहचानें और इसका इलाज क्या है? इस पर विस्तार से जानेंगे PSRI हॉस्पिटल की न्यूरोसाइकियाट्रिस्ट डॉ. दीक्षा पार्थसारथी(Dr. Deeksha Parthsarthy-Neuropsychologist-PSRI Hospital)से। 

सेल्फ हार्म बिहेवियर क्या है-What is Self Harm Behaviour?

सेल्फ हार्म बिहेवियर में व्यक्ति खुद को जानबूझकर शारीरिक चोट पहुंचाता है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि जब कोई खुद को चोट पहुंचा रहा है या काट रहा है। तो इसका यह मतलब नहीं है कि, वह आत्महत्या करना चाहता है या खुद को खत्म कर देना चाहता है। इस स्थिति में व्यक्ति खुद को बस शारीरिक चोट पहुंचाता है। यह व्यवहार किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है।

कुछ लोग जब खुद को चोट पहुंचाते हैं, तब उन्हें अच्छा महसूस होता है। हालांकि, यह एक मानसिक पीड़ा है। अक्सर ऐसे लोग अपनी बात किसी से कह नहीं पाते और अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। जब मानसिक पीड़ा, अकेलापन, दर्द, गुस्सा और तनाव सहन नहीं हो पाता, तो कुछ लोग अपने गुस्से को बाहर निकालने के लिए खुद को तकलीफ देते हैं। इसके जरिए वह भावनात्मक दर्द से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं।

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लोग किन तरीकों से खुद को चोट पहुंचाते हैं- What are the ways in which people hurt themselves?

व्यक्ति खुद को चोट कई तरीकों से पहुंचा सकता है। कुछ आम तरीके हैं, जो सेल्फ हार्म बिहेवियर में शामिल हैं।

  • त्वचा को काटना
  • दीवार पर सर पटकना
  • किसी चीज से खुद को मारना
  • चीजों को फेंकना
  • अपने आप को पीटना
  • खुद को जलाना
  • घावों को ठीक न होने देना
depression

सेल्फ हार्मिंग में शरीर के किन जगहों पर व्यक्ति चोट पहुंचाता है? 

शरीर के कुछ ही हिस्सों पर व्यक्ति खुद को चोट पहुंचाए, इसकी संभावना अधिक होती है। हालांकि, शरीर के अन्य जगहों पर चोट पहुंचाना भी संभव है, लेकिन ये आमतौर पर पाया गया है कि

  • हाथों की कलाई में
  • कलाई से लेकर कोहनी तक किसी भी हिस्से में
  • जांघों के सामने
  • पेट में

क्यों कोई खुद को चोट पहुंचाता है-Why does someone hurt themselves?

व्यक्ति खुद को जानबूझकर चोट नहीं पहुंचाना चाहता, लेकिन इस आदत को वह रोक भी नहीं पाता। इसके पीछे कई मानसिक कारण हो सकते हैं। अच्छे अंको के लिए घरवालों का दबाव, दिल टूट गया हो, बहुत अधिक गुस्सा हो, किसी अपने की मौत हो गई हो या फिर कोई सैक्सुअली हैरस कर रहा है। कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। कुछ मामलों यह लोगों की आदत भी बन जाती है, जहां व्यक्ति को कुछ समय के लिए राहत मिलती है। लेकिन यह सुकून दो पल का होता है और समस्या गहरी बन जाती है।

परिवार कैसे रखें इन लक्षणों पर नजर-How can family keep an eye on these symptoms?

सेल्फ हार्म बिहेवियर एक डिसऑर्डर है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। ऐसे में मां-बाप, परिवार या दोस्तों की यह जिम्मेदारी बन जाती है कि कोई अपना इस बिहेवियर से जूझ रहा है तो उन्हें सही समय पर समझें। जानिए क्या हैं इसके लक्षण

  • वे लोग ज्यादा उदास रहते हैं
  • अकेले-अकेले से रहते हैं
  • बहुत रोना आता है
  • नींद नहीं आती
  • काम और पढ़ाई पर असर पड़ता है।
  • हाथों पर निशान दिख जाएं

क्या है सेल्फ हार्मिंग बिहेवियर का इलाज-What is the treatment for self harming Behaviour?

सेल्फ हार्म बिहेवियर का इलाज और उपचार संभव है, लेकिन उससे पहले इस व्यवहार को समझना और स्वीकार करना जरूरी है।

  • मनोचिकित्सकीय परामर्श लें। जैसे कि Cognitive Behavioral Therapy (CBT), ये थेरेपी व्यवहार को समझने और बदलने में मदद करती है। साथ ही मेडिटेशन और योग करें।
  • किसी अपने की मदद लें। अगर आपके मन में खुद को चोट पहुंचाने के ख्याल आ रहे हैं, तो अपने माता-पिता, परिवार या दोस्तों से बात करें। क्योंकि बात करना जरूरी है। जब आप करेंगे तो ही इसका निदान हो सकता है।
  • किसी प्रोफेशनल की मदद लें। यदि आप किसी से बात नहीं करना चाहते हैं, तो आप थेरेपिस्ट से मिलें और उनके साथ काम करें। जिससे इसको ढंग से समझा जा सकता है और इसका उपचार हो सकता है।

कई और अन्य तरीके भी अपना सकते हैं। जैसे कि

  • पेटिंग्स बनाएं
  • जर्नलिंग करें
  • कोई अच्छी फिल्म या बेब सीरीज देखें
  • व्यायाम करें
  • मेडिटेशन करें
  • डांस करना या किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटी करें

हमें अक्सर लगता है कि, हमें कोई समझ नहीं सकता। लेकिन इसका मतबल ये बिल्कुल नहीं है कि हम खुद को किसी भी तरह की चोट पहुंचाएं। अगर आपको कहीं आसपास कोई ऐसा व्यक्ति दिखे जो इस परेशानी से जूझ रहा हो, तो उससे बात करें।

निष्कर्ष- सेल्फ हार्म बिहेवियर एक डिसऑर्डर है। इसे ज्यादा समय तक नजरअंदाज किया जाए, तो यह एक बीमारी का रूप ले सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति खुद को चोट पहुंचाता है। वह इसलिए ऐसा करता क्योंकि उसे लगता है उसको कोई समझ नहीं सकता। ऐसे में व्यक्ति को अपनी भावनाओं को शेयर करना चाहिए। किसी प्रोफेशनल की मदद लेनी चाहिए। तभी व्यक्ति इससे बाहर निकल सकता है और इस बात का ध्यान रखें, मदद मांगे और अपनी मदद खुद करें। 

FAQ

  •  क्या सेल्फ हार्मिंग का मतबल सुसाइड करना है?

    ऐसा जरूरी नहीं, सेल्फ हार्म में व्यक्ति अपनी भावानात्मक पीड़ा से राहत पाने के लिए खुद को चोट पहुंचाता है। जबकि ये गलत तरीका है।
  • सेल्फ हार्म बिहेवियर किस वर्ग में अधिक देखने को मिलता है?

    यह आमतौर पर टीनएजर्स, महिलाओं और युवा वर्ग में अधिक देखने को मिलता है। हालांकि, उन सबमें देखने को मिल सकता है, जो मानसिक तनाव से ग्रसित हैं। 
  • कोई सेल्फ हार्म करें, तो क्या करना चाहिए? 

    उस व्यक्ति को अपने दोस्त, परिवार या करीबी से बात करनी चाहिए और प्रोफेशनल मदद लेनी चाहिए। 

 

 

 

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