डिजिटल डिपेंडेंसी क्या है और ये बच्चों के लिए क्यों खतरनाक है? एक्सपर्ट से जानें इसके कारण और बचाव

बच्चे आजकल फोन से चिपके रहते हैं, जिससे वे फोन पर निर्भर हो जाते हैं। ये उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर असर डाल सकता है। ऐसे में जानते हैं डिजिटल डिपेंडेंसी के कारण, लक्षण और कैसे करें बचाव। 
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डिजिटल डिपेंडेंसी क्या है और ये बच्चों के लिए क्यों खतरनाक है? एक्सपर्ट से जानें इसके कारण और बचाव


Digital Addiction in Children: आजकल मोबाइल या टैबलेट बच्चों के जीवन का जरूरी हिस्सा बन चुके हैं। जब बच्चे अपना अधिकतम समय स्क्रीन पर बिताने लगें, तो उसे डिजिटल डिपेंडेंसी कहा जाता है। अधिक स्क्रीन टाइम चिंता का विषय है क्योंकि इसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस लेख में विस्तार से जानेंगे डिजिटल डिपेंडेंसी क्या है और इसके कारण, इससे बच्चों को क्या समस्याएं हो सकती हैं और बचाव के उपाय। हमने इस विषय पर दिल्ली के PSRI हॉस्पिटल की न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट डॉ. दीक्षा पार्थसारथी(Dr. Deeksha Parthsarthy-Neuropsychologist-PSRI Hospital)से बात की।

डिजिटल डिपेंडेंसी क्या है-What is Digital Dependency?

डिजिटल डिपेंडेंसी (digital dependency) जिसे डिजिटल एडिक्शन (Digital Addiction) भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति होती है, जब बच्चा पूरी तरह से फोन या किसी भी डिजिटल डिवाइस पर निर्भर हो जाता है और फोन के बिना रह नहीं पाता। ये रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करता है। बच्चों में बेचैनी और चिड़चिड़ापन जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।

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बच्चों में डिजिटल डिपेंडेंसी के कारण-Causes of Digital Dependency in Children

बच्चों में डिजिटल डिपेंडेंसी के कई कारण हैं। कई बार होता है कि मां-बाप अपने बच्चों को डिजिटल डिवाइस जैसे मोबाइल, टैबलेट या वीडियो गेम्स से रोकते नही हैं। जिससे धीरे-धीरे बच्चों में यह आत लग जाती है। हालांकि इसके अन्य कारण भी हैं जानिए।

1. माता-पिता का अधिक व्यस्त होना

बच्चों में ज्यादातर गलत आदतों के पीछे अंजाने ही सही, कई बार पेरेंट्स जिम्मेदार होते हैं। इन दिनों ये काफी आम हो गया है कि जब भी बच्चा रोता है तो उसके हाथ में फोन थमा दिया जाता है, जिससे बच्चा शांत तो हो जाता है मगर धीरे-धीरे उसे फोन की आदत हो जाती है।

2. सोशल मीडिया

बच्चों को फोन की लत लगने का सोशल मीडिया एक बड़ा कारण है। इन दिनों बच्चे फेसबुक, इंस्ट्राग्राम या ऑनलाइन गेमिंग पर अधिक समय बिताते हैं।

cause of digital addiction in kids

3. सामाजिकता की कमी

जिन बच्चों में सामाजिकता की कमी होती है, वे अक्सर फोन एडिक्शन का शिकार हो जाते हैं। आजकल बच्चे परिवार या दोस्तों से बात करने पसंद नहीं करते हैं। वे फोन या गेमिंग का अपना अधिकतर समय देते हैं।

बच्चों में डिजिटल डिपेंडेंसी के कारण होने वाली समस्याएं-Problems caused by Digital Dependency in Children

  • अधिक चिड़चिड़ापन और बैचेनी होना
  • हमेशा फोन की मांग करना
  • पढ़ाई या किसी भी जरूरी काम में मन न लगना
  • नींद न आना और हमेशा थका हुआ महसूस करना
  • आंखों में जलन होना, सिरदर्द और चक्कर आना

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बच्चों में डिजिटल डिपेंडेंसी को कैसे रोकें-How to Prevent Digital Dependency in Children?

बच्चों में फोन या डिजिटल डिवाइस का अधिक प्रयोग करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए हानिकारक है। ऐसे में इससे बचने के कुछ जरूरी उपाय, जो माता-पिता और अध्यापकों को बच्चों को समझाने चाहिए।

1. स्क्रीन टाइम सीमित करें

बच्चों को एक सीमित समय के लिए ही फोन दें। बता दें कि WHO के अनुसार 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए 1 घण्टे से ज्यादा स्क्रीन टाइम नहीं होना चाहिए। इससे बड़े बच्चों में 2 घण्टे तक के स्क्रीन टाइम की सलाह दी जाती है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों में स्क्रीन टाइम सीमित करें।

2. बच्चों से खुलकर बात करें

बच्चों के लिए ऐसा वातावरण बनाएं, जहां वे खुलकर बात कर सकें। साथ ही माता-पिता बच्चों को यह भी बताएं कि टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान क्या हैं। बच्चों को स्क्रीन टाइम की जगह उनके साथ समय बिताएं और बात करें।

3. खेलकूद या अन्य गतिविधियां

बच्चों को आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें। उन्हें पार्क में ले जाएं। वहां बच्चों के साथ खेलें और उन्हें दूसरे बच्चों के साथ घुलने-मिलने के लिए प्रेरित करें।

4. खुद प्रेरणा का स्त्रोत बनें

अक्सर मां-बाप खुद फोन में व्यस्त होते हैं, जिसके चलते बच्चे भी ये आदत अपना लेते हैं। इसलिए जरूरी है कि पेरेंट्स खुद भी फोन का इस्तेमाल कम करें और बच्चों को जरूरी होने पर ही फोन दें।

निष्कर्ष
बच्चे आजकल डिजिटल एडिक्ट होते जा रहे हैं। वे फोन या किसी भी अन्य डिजिटल डिवाइस पर अपना अधिक समय बिता रहे हैं, ऐसे में बच्चों के लिए फोन के इस्तेमाल की समय सीमा तय करें। उन्हें 1 या 2 घण्टे से अधिक समय के लिए फोन न दें।

FAQ

  • डिजिटल लत बच्चों को कैसे प्रभावित करती है?

    डिजिटल लत में बच्चों का फोन, टैबलेट या लैपटॉप के बिना मन नहीं लगता। वे अत्यधिक चिड़चिड़े हो जाते हैं। नींद नहीं आती और हर समय मूड खराब रहता है। 
  • हम बच्चों में तकनीक की लत को कैसे रोक सकते हैं?

    बच्चों को फोन या किसी भी डिवाइस की लत से रोकने के लिए स्क्रीन टाइम को सीमित करें। उनसे बात करें और पार्क में ले जाएं, जहां वे खेलकूद सकें। 
  •  बच्चों को 1 दिन मे कितना फोन चलाना चाहिए?

    बच्चों को दिन में एक घण्टा और व्यस्कों को दिन में दो घण्टे ही फोन चलाना चाहिए।

 

 

 

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