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सोशल मीडिया के क्रेज से बच्चों को कैसे बचाएं? एक्सपर्ट से जानें खास टिप्स

बच्चों में सोशल मीडिया का बढ़ता क्रेज मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। जानें इस लत से बच्चों को कैसे बचा सकते हैं।
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सोशल मीडिया के क्रेज से बच्चों को कैसे बचाएं? एक्सपर्ट से जानें खास टिप्स


Tips To Prevent Kids From Social Media: सोशल मीडिया पर आपको ऐसी कई वीडियो मिल जाएंगी जिसमें बच्चे कंटेंट बना रहे होते हैं। बच्चों में कम उम्र से ही सोशल मीडिया का क्रेज देखा जा सकता है। छोटे बच्चों की बड़ों की तरह अभिनय करते हुए कई वीडियो वायरल होती रहती हैं। इतना ही नहीं, एक से दो साल की उम्र के बच्चों को भी अब सोशल मीडिया स्क्रॉल करने की जानकारी होती है। हालांकि, बच्चों के लिए हर चीज की जानकारी होना जरूरी है। लेकिन अगर ये बच्चों का क्रेज बन जाए, तो इससे उनकी मेंटल हेल्थ को भी नुकसान हो सकता है। बच्चों में सोशल मीडिया की बढ़ती लत पढ़ाई और अन्य जरूरी चीजों से ध्यान भटका सकती है। इस कारण बच्चों की ब्रेन ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। ऐसे में पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों को समय रहने इसकी लत से बचाया जा सके। नोएडा एक्सटेंशन स्थित यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की कसल्टेंट साइकेट्रिस्ट डॉ माधूरी राठी ने हमसे कुछ टिप्स शेयर की हैं, जिससे बच्चों में सोशल मीडिया की लत कंट्रोल हो सकती है।

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बच्चों में सोशल मीडिया की लत क्यों बढ़ रही है? Causes of Social Media Craze In Kids

बच्चे अपने आसपास से सीखकर सोशल मीडिया के जाल में फंसते जा रहे हैं। बच्चों में लाइक्स, कमेंट्स, नोटिफिकेशन को लेकर क्रेज रहता है, जिससे उनमें डोपामाइन रीलिज होता है। ट्रेंड फॉलो करने और फ्रेंड्स के प्रेशर में आकर भी बच्चे खुद को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से नहीं रोक पाते हैं। इनके कारण बच्चों सोशल मीडिया चलाने में खुशी महसूस करने लगते हैं और इसे आदत बना लेते हैं।

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बच्चों में सोशल मीडिया की लत कैसे कंट्रोल करें?

स्क्रीन टाइम कंट्रोल करें

बच्चों में सोशल मीडिया का क्रेज उनके ओवर स्क्रीन टाइम की वजह से होता है। इसलिए बच्चों में स्क्रीन टाइम कंट्रोल करने पर काम करें। बच्चों का स्क्रीन टाइम पहले से तय करके रखें, जिससे उन्हें दूसरी एक्टिविटी को सीखने का मौका मिलें।

दूसरी एक्टिविटी सिखाएं

आजकल बच्चों में सोशल मीडिया का क्रेज इसलिए भी बढ़ रहा है, क्योंकि बच्चे नई चीजों को सीखने पर समय नहीं देते हैं। इससे बच्चों की ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए बच्चों में कई स्किल्स, गेम्स, पढ़ने और क्रीएटीव चीजें सीखने की आदत बनाएं।

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डिजिटल डिटॉक्स डे तय करें

सोशल मीडिया का क्रेज कम करने के लिए बच्चों का डिजिटल डिटॉक्स डे तय करके रखें। डिजिटल डिटॉक्स यानी बिना किसी डिजिटल डिवाइस के समय व्यतीत करना। कोई भी वीकेंड प्लान करें, तो बच्चों को मोबाइल अवॉइड करने के लिए कहें।

खाना खाते वक्त मोबाइल अवॉइड करें

अक्सर ज्यादातर बच्चों को खाना खाते वक़्त मोबाइल चलाने की आदत होती है। लेकिन ये आदत बच्चों में बेड ईटिंग हैब्बिट बढ़ाती है। इसलिए कोशिश करें कि खाना खाते वक़्त और फैमिली टाइम स्पेंड करते वक़्त बच्चा मोबाईल न चलाए।

बच्चों को जरूरी जानकारी दें

बच्चों को जानकारी दें कि सही इस्तेमाल न होने से सोशल मीडिया के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इससे लाइफ पे क्या असर पड़ सकता है। बच्चों को साइबर सिक्योरिटी के बारे में जानकारी दें।

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