Digital Fasting in Hindi: आज के डिजिटल युग में लगभग हर व्यक्ति के हाथ में स्मार्टफोन है। इस दौर में लोगों का ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर बितता है। ऐसे में आंखें हर पल स्क्रीन पर टिकी रहती हैं, इस स्थिति में डिजिटल फास्टिंग एक जरूरत बनती जा रही है। स्कूल में बच्चों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए भी लैपटॉप की मदद लेनी पड़ती है। आप जिस तरह से अपने शरीर को फास्टिंग में आराम देते हैं, ठीक उसी तरह से डिजिटल फास्टिंग आ मतलब है टेक्नोलॉजी से थोड़े समय के लिए दूर रहना ताकि मस्तिष्क और भावनात्मक स्वास्थ्य को राहत मिल सके। इस लेख में नवी मुंबई, मेडिकवर अस्पताल, हेड ऑफ डाइटिक्स डिपार्टमेंट डॉक्टर राजेश्वरी पांडा (Dr. Rajeshwari Panda, Head of the Dietetics Department at Medicover Hospital, Kharghar Navi Mumbai) से जानते हैं कि डिजिटल फास्टिंग क्या है? और यह आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए कैसे फायदेमंद है?
डिजिटल फास्टिंग क्या है? - What is Digital Fasting In Hindi
डिजिटल फास्टिंग का अर्थ है कि कुछ घंटों, एक दिन, या निश्चित समय के लिए मोबाइल, लैपटॉप, टीवी, सोशल मीडिया, गेमिंग, ईमेल, आदि सभी डिजिटल माध्यमों से दूरी बनाना। मस्तिष्क को डिजिटल ओवरलोड से राहत देना और जीवन को फिर से संतुलन में लाना, इसका उद्देश्य है।
क्यों जरूरी हो गई है डिजिटल फास्टिंग? - Why Has Digital Fasting Become Necessary?
आज की पीढ़ी औसतन दिन में 7-9 घंटे स्क्रीन पर बिताती है। लगातार मोबाइल स्क्रॉलिंग, इंस्टाग्राम रील्स, व्हाट्सएप चैट्स, ऑनलाइन मीटिंग्स, इन सबने हमारी नींद, ध्यान, भावनात्मक स्थिरता और रिश्तों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
मानसिक थकावट और चिंता
लगातार स्क्रीन पर रहने से मस्तिष्क को आराम नहीं मिलता। इससे तनाव, चिड़चिड़ापन, घबराहट और यहां तक कि डिप्रेशन भी बढ़ सकता है।
नींद की खराब गुणवत्ता
मोबाइल की ब्लू लाइट मेलाटोनिन हॉर्मोन को प्रभावित करती है, जिससे नींद नहीं आती या गहरी नींद नहीं होती।
रिश्तों में दूरी
डिजिटल डिवाइसेज के कारण लोग सामने बैठे इंसानों से कम, और फोन पर अधिक जुड़े रहते हैं। इससे पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते कमजोर हो जाते हैं।
काम पर फोकस की कमी
बार-बार नोटिफिकेशन और स्क्रीन की आदत एकाग्रता में बाधा डालती है, जिससे प्रोडक्टिविटी गिरती है।
हेल्दी लाइफ के लिए कैसे फायदेमंद है डिजिटल फास्टिंग? - How is digital fasting beneficial for a healthy life?
मस्तिष्क को देता है ब्रेक
लगातार जानकारी और मीडिया की बमबारी से मस्तिष्क थक जाता है। डिजिटल फास्टिंग उसे फिर से "रीसेट" करने का अवसर देती है।
बेहतर नींद
डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाकर आप जल्दी सोते हैं और अच्छी नींद लेते हैं, जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
भावनात्मक संतुलन में सुधार
सोशल मीडिया पर लोगों की "फेक परफेक्ट लाइफ" देखकर अक्सर हीनभावना और असंतोष पैदा होता है। डिजिटल डिटॉक्स से आप फिर से अपने वास्तविक जीवन से जुड़ते हैं।
शारीरिक गतिविधि और एक्सरसाइज में बढ़ोत्तरी
जब आप स्क्रीन से दूर रहते हैं, तो आपके पास समय होता है चलने, व्यायाम करने या प्राकृतिक गतिविधियों के लिए।
रिश्तों में गहराई
परिवार या दोस्तों के साथ समय बिताकर आप भावनात्मक संबंधों को मजबूत करते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
डिजिटल फास्टिंग कैसे करें? - How to do digital fasting?
- शुरुआत में दिन में 1-2 घंटे फोन और स्क्रीन से पूरी तरह दूरी बनाएं। जैसे – भोजन के समय, सोने से पहले, या सुबह उठने के बाद।
- सप्ताह में एक दिन ऐसा रखें जब आप मोबाइल, सोशल मीडिया और टीवी से बिल्कुल दूर रहें।
- जरूरी कामों के अलावा बाकी समय फोन को साइलेंट या डिस्टर्बेंस फ्री मोड में रखें।
- किताबें पढ़ें, वॉक करें, दोस्तों से आमने-सामने मिलें, बागवानी या कोई हॉबी अपनाएं।
- स्क्रीन टाइम ट्रैकर ऐप्स से दिनभर की उपयोगिता देखें और खुद पर नियंत्रण रखें।
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डिजिटल फास्टिंग कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि जीवनशैली का एक आवश्यक बदलाव है। टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को सरल बनाती है, लेकिन जब हम उसके गुलाम बन जाएं, तो संतुलन टूट जाता है। ऐसे में हमारे घर के सदस्यों को पूरा समय नहीं दे पाते हैं।
FAQ
मोबाइल चलाने के क्या नुकसान हैं?
लगातार मोबाइल चलाने से आंखों पर दबाव पड़ता है, जिससे सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या हो सकती है। जो लोग पहले से ही माइग्रेन के शिकार हैं, उनके लिए लगातार स्क्रीन एक्सपोजर इसे और बढ़ा सकता है।आंखों का धुंधलापन कैसे दूर करें?
आंखों का धुंधलापन दूर करने के लिए आप डाइट में खून को बढ़ाने वाले आहार को शामिल करें। साथ ही, लाइफस्टाल में योग और एक्सरसाइज को शामिल करें।कौन सा फल खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है?
आंखों की रोशनी तेज करने के लिए कई फल फायदेमंद होते हैं, जिनमें पपीता, आंवला, कीवी, गाजर, संतरा, और ब्लूबेरी प्रमुख हैं। ये फल विटामिन ए, सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो आंखों की सेहत के लिए जरूरी होते हैं।