दिमाग शरीर के जरूरी अंगों में से एक है, जो शरीर के सभी अंगों की प्रक्रिया को कंट्रोल करता है। ऐसे में ब्रेन को हेल्दी और एक्टिव रखना बेहद जरूरी है। आपको बता दें, ब्रेन की हेल्थ को कई चीजें प्रभावित करती हैं, जैसे कि मोबाइल और लैपटॉप का अधिक इस्तेमाल। जी हां, आज के समय में ज्यादातर लोग मोबाइल और लैपटॉप का अधिक इस्तेमाल करते हैं। इससे मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान होता है। आइए फेलिक्स अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. जयदीप गंभीर से जानें मोबाइल से दिमाग को होने वाले नुकसान के बारे में -
ज्यादा मोबाइल के इस्तेमाल से ब्रेन को होता है नुकसान? - Does Excessive use of Mobile cause Harm to the Brain?
डॉ. जयदीप का कहना है कि, लगातार मोबाइल फोन या स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से लोगों के दिमाग की क्षमता प्रभावित होती है, जिससे स्ट्रेस, सिर दर्द और एकाग्रता की कमी जैसी मानसिक समस्याओं को बढ़ावा मिलता है।
मेलाटोनिन हार्मोन होता है प्रभावित
एक्सपर्ट के अनुसार, आज के समय में ज्यादातर लोग फोन पर सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन गेमिंग, ओटीटी, ऑनलाइन मीटिंग और डिजिटल स्टडी के कारण भी बच्चों और बड़ों में मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ गया है। मोबाइल और लैपटॉप से निकलने वाली ब्लू लाइट दिमाग पर असर डालती है और शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को कम करती है। ऐसे में ज्यादा मोबाइल चलाने से लोगों को सिर में दर्द होने और अनिद्रा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। बता दें, मेलाटोनिन हार्मोन, अच्छी नींद को बढ़ावा देने में सहायक है।
इसे भी पढ़ें: टेक्नोलॉजी का ब्रेन हेल्थ पर प्रभाव: जानें स्मार्टफोन-कंप्यूटर के ज्यादा इस्तेमाल से दिमाग को होने वाले नुकसान
याददाश्त होती है कमजोर
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्यन के अनुसार, स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल करने पर लोगों की याददाश्त पर बुरा असर होता है, जिससे लोग छोटी-छोटी चीजों को भूलने लगते हैं। इसके अलावा, इसके कारण लोगों को सिर में दर्द और माइग्रेन भी हो सकता है।
आंखों को होता है नुकसान
मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करने या स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से आंखों पर बुरा असर होता है। इसके कारण आंखों पर स्ट्रेन पड़ता है, जिससे लोगों को आंखों में दर्द, जलन, धुंधलेपन और आंसू आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
एकाग्रता होती है प्रभावित
मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण ब्रेन पर बुरा असर होता है, साथ ही, मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन दिमाग की कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचाती है। जिसके कारण लोगों की क्रिएटिविटी, सोचने समझने की क्षमता और एकाग्रता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
स्ट्रेस और अकेलापन होना
मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल या ज्यादा ऑनलाइल रहने के कारण लोगों की सोशल लाइफ कम हो जाती है। जिसके कारण लोगों में अकेलापन महसूस होने और अधिक स्ट्रेस में रहने जैसी परेशानियां होती हैं।
ज्यादा मोबाइल चलाने के कारण होने वाली परेशानियां - Problems Caused by Excessive Mobile use
- सिर में दर्द होना
- माइग्रेन की समस्या
- अनिद्रा की समस्या
- स्ट्रेस और डिप्रेशन होना
- एकाग्रता की कमी होना
- आंखों में जलन होना
- धुंधलापन होना
- अकेलापन महसूस होना
- चिड़चिड़ापन होना
इसे भी पढ़ें: मोबाइल के रेडिएशन से हो सकती हैं ये 6 स्वास्थ्य समस्याएं, डॉक्टर से जानें क्यों जरूरी है बचाव
ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए क्या करें? - What to keep the brain healthy?
हेल्दी ब्रेन के लिए मोबाइल का इस्तेमाल सीमित करें। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए कुछ हेल्दी और अच्छी आदतों को अपनाया जा सकता है, जिनसे स्ट्रेस को कम करने में भी मदद मिलती है।
ब्लू लाइट को कम करने के लिए ब्लू लाइट फिल्टर का उपयोग करें
डिजिटल डिटॉक्स करें यानी कुछ दिनों के लिए सोशल मीडिया से दूरी बनाएं
किताबें पढ़ें
एक्सरसाइज करें
मेडिटेशन करें
दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं
सोने से 1 घंटे पहले मोबाइल बंद कर दें
मोबाइल का स्क्रीन टाइम मॉनिटर करें। इसके लिए डिजिटल वेलनेस एप्स का उपयोग किया जा सकता है।
योग करें
आउटडोर गेम्स खेलें
पेंटिंग और डांसिंग जैसी एक्टिविटीज करें और म्यूजिक सुना जा सकता है
निष्कर्ष
मोबाइल की लत लोगों के ब्रेन पर बुरा असर डालती है, जिससे कम उम्र में ही लोगों को छोटी-छोटी चीजें भूलने, सोने में परेशानी और काम पर फोकस करने में परेशानी जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में इन नुकसानों से बचने के लिए डिजिटल बैलेंस बनाए रखने की जरूरत होती है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल सीमित करें। इसके अलावा, अगर मोबाइल की लत मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, तो साइकोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version