हमारे मस्तिष्क में रोजाना कई विचार आते हैं। मस्तिष्क हमारे जीवन में घटने वाली बातों और घटनाओं को भी स्टोर करके रखता है। लेकिन, आज के समय में तनाव, चिंता, अनियमित जीवनशैली और अंसुलित आहार की वजह से लोगों को पोषक तत्वों की कमी का सामना करना पड़ता है। पोषक तत्वों की कमी के चलते ब्रेन पर बुरा असर पड़ सकता है। यह कुछ लोगों में याददाश्त के कमजोर होने की वजह बन सकता है। वैसे तो सामन्यतः लोग भूलने को उम्र या तनाव से जोड़ते हैं, लेकिन कुछ मामलों में विटामिन K की कमी भी आपकी याददाश्त को प्रभावित कर सकती है? इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि विटामिन K क्या है, यह मस्तिष्क और याददाश्त के लिए कैसे महत्वपूर्ण है, और इसकी कमी से क्या-क्या प्रभाव पड़ सकते हैं?
विटामिन K क्या है और इसका ब्रेन से क्या कनेक्शन होता है? - Connection Between Vitamin K And Memory In Hindi
विटामिन K एक फैट में घुलनशील विटामिन है जो मुख्य रूप से खून के थक्के (blood clotting) बनाने में मदद करता है। इसके अलावा यह हड्डियों की मजबूती, हृदय स्वास्थ्य और मस्तिष्क के कार्य में भी सहायक होता है। विटामिन K के दो मुख्य प्रकार होते हैं। जिसमें विटामिन K1 (Phylloquinone) और विटामिन K2 (Menaquinone) को भी शामिल किया जाता है। विटामिन K1 (Phylloquinone) हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है। जबकि, विटामिन K2 (Menaquinone) आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया द्वारा निर्मित होता है और कुछ फर्मेंटेड फूड्स में भी यह पाया जाता है।
कुछ स्टडीज ने यह स्पष्ट किया है कि विटामिन K न केवल रक्त और हड्डियों के लिए, बल्कि ब्रेन के फंक्शन के लिए भी आवश्यक होता है। विटामिन K की भूमिका ब्रेन में निम्नलिखित कार्यों में देखी जाती है।
- विटामिन के स्फिंगोलिपिड्स (Sphingolipids) के निर्माण में सहायता होता है। यह एक प्रकार की वसा होती है जो मस्तिष्क कोशिकाओं की संरचना और कार्य के लिए जरूरी होती है। ये न्यूरॉन्स (मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएं) के बीच संकेत भेजने और यादों के निर्माण में सहायक होती हैं।
- विटामिन K में प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन से बचाते हैं। ये दोनों ही याददाश्त की कमी से जुड़े होते हैं।
- ग्लूटामेट एक प्रमुख न्यूरोट्रांसमीटर है, जो मस्तिष्क में जानकारी के आदान-प्रदान के लिए जरूरी होता है। विटामिन K इसकी गतिविधियों को संतुलित रखने में सहायता करता है।
विटामिन K की कमी और याददाश्त के बीच संबंध - Vitamin K Deficiency And Memory Loss Connection In Hindi
हालांकि विटामिन K की कमी आमतौर पर खून के थक्के बनने में समस्या के रूप में देखी जाती है, लेकिन अब यह माना जा रहा है कि इसकी कमी मस्तिष्क पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, जैसे-
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- अल्पकालिक और दीर्घकालिक याददाश्त में गिरावट
- सीखने की क्षमता में कमी
- भ्रम और सोचने की प्रक्रिया धीमी होना
विटामिन K की कमी किन लोगों में हो सकती है?
- जो हरी सब्जियां नहीं खाते हैं
- जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है (जैसे IBS या लिवर की समस्या)
- जो लोग लंबे समय तक एंटीबायोटिक्स का सेवन करते हैं
- नवजात शिशु, जिनके शरीर में जन्म से विटामिन K कम होता है
विटामिन K से भरपूर फूड कौन से होते हैं? - Vitamin K Food Source In Hindi
- हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी, सरसों)
- ब्रोकली और फूलगोभी
- मटर
- कद्दू और हरी बीन्स
- अंडे की जर्दी
- फर्मेंटेड खाद्य
- पनीर और दही (सीमित मात्रा में)
इसे भी पढ़ें: विटामिन के की कमी से कौन सी बीमारी होती है? जानें डॉक्टर से
विटामिन K को केवल एक ब्लड क्लॉट वाला विटामिन ही समझना काफी नहीं होगा। यह ब्रेन और याददाश्त के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। इसकी कमी याददाश्त को लंबे समय तक भी प्रभावित कर सकती है। यह समस्या विशेष रूप से वृद्धावस्था में देखने को मिलती है। ऐसे में संतुलित और पौष्टिक आहार, नियमित जीवनशैली, और मानसिक व्यायाम के साथ विटामिन K की मात्रा बनाए रखना याददाश्त को बेहतर रखने की एक प्रभावी तरीका है।
FAQ
कौन सी विटामिन की कमी से दिमाग कमजोर होता है?
विटामिन डी और बी12 की कमी होने पर व्यक्ति को एकाग्रता की कमी, याददाश्त कमजोर होना, तनाव, चिड़चिड़ापन बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है।क्या विटामिन के याददाश्त के लिए अच्छा है?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि विटामिन K की कमी के चलते बुजुर्गों और बच्चों में कॉग्नेटिव स्किल में गिरावट हो सकती है। इससे बच्चों और बुजुर्गों में याददाश्त की कमी होने लगती है।याददाश्त कमजोर होने के क्या कारण हैं?
याददाश्त कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे बढ़ती उम्र, तनाव, खराब खानपान, नींद की कमी, मस्तिष्क से जुड़े रोग और कुछ दवाइयां।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version