
स्वस्थ शरीर के लिए सभी अंगों का सही तरीक से काम करना बेहद आवश्यक होता है। अन्य अंगों की तरह ही लिवर भी हमें स्वस्थ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होता है। शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में लिवर का अहम रोल होता है। भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए लिवर बाइल का निर्माण करता है। यदि लिवर सही तरह से अपना काम न करे, तो इससे सिरोसिस, हेपेटाइटिस और कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। लिवर रोग के कारणों को जानने के लिए हमने नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ में स्थित अपोलो अस्पताल के लिवर ट्रांसप्लांट डिपार्टमेंट के सीनियर कंसलटेंट डॉ. नीरव गोयल से बात की, तो उन्होंने इस रोग के मुख्य कारणों को विस्तार से बताया।
लिवर रोग होने के मुख्य कारण - Causes Of Liver Disease in Hindi
वायरल इंफेक्शन
वायरल इंफेक्शन दुनिया भर में लिवर की बीमारी का सबसे आम कारण माना जाता है। हेपेटाइटिस ए, बी और सी वायरस की वजह से होने वाली सबसे आम बीमारी है। दूषित भोजन और पानी की वजह से हेपेटाइटिस ए हो सकता है, जबकि हेपेटाइटिस बी और सी रक्त और शरीर के तरल पदार्थ के माध्यम से फैलता है। इस तरह के वायरस लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसकी वजह से लिवर कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
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मोटापा
मोटापा की वजह से शरीर में कई तरह के रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है। मोटापा की वजह से कोलेस्ट्रॉल और हाई डायबिटीज का स्तर बढ़ सकता है। ये दोनों स्थिति में नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इस समस्या में लिवर में फैट जमा होने लगता है। फैटी लिवर के कारण सिरोसिस और कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
शराब का अधिक सेवन करना
लिवर शराब को फिल्टर करने का कार्य करता है। लेकिन यदि आप अधिक मात्रा में शराब पीते हैं, तो इससे आपके लिवर पर दबाव बनता है, जिसकी वजह से लिवर डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अधिक शराब की वजह से फैटी लिवर हो सकता है। ऐसे में लिवर में सूजन और जलन हो सकती है।
ऑटोइम्यून रोग
ऑटोइम्यून रोग ऐसी स्थितियां हैं जहां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली लिवर सहित स्वस्थ कोशिकाओं और टिश्यू पर हमला करने लगती है। ऑटोइम्यून लिवर रोगों में ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस व प्राइमरी बाइलरी सिरोसिस को शामिल किया जाता है। इन स्थितियों में लिवर में सूजन और क्षति हो सकती है, जिससे सिरोसिस और लिवर फेल हो सकता है।
आनुवंशिकी कारण
कुछ अनुवांशिक स्थितियां भी आपके लिवर रोग के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। इन स्थितियों में विल्सन रोग, हेमोक्रोमैटोसिस व अल्फा-1 एंटीट्रिप्सिन की कमी (alpha-1 antitrypsin deficiency) को शामिल किया जाता है। इन वजहों से लिवर में बहुत अधिक आयरन या कॉपर जमा हो जाता है, जिससे लिवर में सूजन हो सकती है।
दवाएं और विषाक्त पदार्थ
कुछ दवाएं और विषाक्त पदार्थ लिवर को डैमेज कर सकती हैं। दर्द निवारक दवाएं लेने की वजह से लिवर पर प्रेशर बनता है। इसके अलावा, टॉक्सिक आहार के सेवन की वजह से भी लिवर को नुकसान हो सकता है।
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लिवर रोग का बचाव कैसे करें? How To Protect Liver From Diseases In hindi
- शराब का सेवन सीमित मात्रा में करें।
- बाहर से सब्जियां लाने के बाद उन्हें अच्छी तरह से धोएं।
- जिन दवाओं की वजह से लिवर की समस्या हो, उन्हें डॉक्टर की सलाह से बदलें।
- संतुलित आहार का सेवन करें।
- बाहर का जंक फूड खाने से बचें।
- वजन को कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज करें।
लिवर की किसी भी तरह की समस्या महसूस होने पर आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इस समय लापरवाही बरतने से आपको कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।