World Brain Day 2024: ब्रेन या मस्तिष्क हमारे शरीर का एक अहम अंग है। यह शरीर में कई जरूरी कार्यों को कंट्रोल करने का काम करता है। जब ब्रेन में किसी तरह की समस्या आती है, तो इसका संपूर्ण स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसलिए ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में ब्रेन हेल्थ के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है। मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। मस्तिष्क स्वास्थ्य को कई चीजें प्रभावित करती हैं, इसमें टेक्नोलॉजी भी शामिल है। जी हां, टेक्नोलॉजी, सूचना का एक स्त्रोत है। यह मनोरंजन के साथ ही, नए दोस्त बनाने का भी एक शानदार मंच है। हालांकि, अगर डिजिटल गैजेट्स या टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल किया जाए, तो इसका नुकसान भी हो सकता है। अगर टेक्नोलॉजी जैसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर आदि का इस्तेमाल अधिक किया जाए, तो इसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। खासकर, यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। हर साल 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस (World Brain Day) मनाया जाता है। आज इसी मौके पर हम आपको टेक्नोलॉजी का ब्रेन हेल्थ पर क्या असर पड़ता है, इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
टेक्नोलॉजी का ब्रेन हेल्थ पर असर: जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
जसलोक अस्पताल, मुंबई के कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ. राघवेंद्र रामदासी बताते हैं, ‘अगर टेक्नोलॉजी का सही उपयोग किया जाए, तो यह वयस्कों और बच्चों, दोनों के संज्ञानात्मक कार्यों (Cognitive Functions) को बढ़ा सकती है। अगर बच्चे स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर एजुकेशन ऐप्स का इस्तेमाल करेंगे, तो इससे उनके दिमाग के विकास में मदद मिलेगी। लेकिन, अगर बच्चे या वयस्क, स्क्रीन पर अधिक समय बिताएंगे, तो इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।’
नारायण हेल्थ एसआरसीसी चिल्ड्रन हॉस्पिटल, मुंबई की बाल चिकित्सा न्यूरोलॉजिस्ट और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. अनाइता हेगड़े बताती हैं कि अत्यधिक तकनीक का उपयोग, मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल करने से नींद में खलल पड़ सकती है। इसकी वजह से ध्यान और एकाग्रता में कमी आ सकती है। यह चिंता और अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य विकारों का कारण भी बन सकता है।
स्पर्श अस्पताल येलहंका, बेंगलुरु के डॉ. अनिल राम कृष्णा बताते हैं, ‘अत्यधिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से मस्तिष्क स्वास्थ्य पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। स्क्रीन टाइम, आंखों के साथ ही ब्रेन हेल्थ को भी प्रभावित कर सकता है। यह संज्ञानात्मक कार्य को भी कम कर सकता है। यह चिंता और डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है। आपको बता दें कि टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल करने से डिजिटल आई स्ट्रेन, टेक्स्ट नेक, कार्पल टनल सिंड्रोम और कई न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं।’
नारायण हेल्थ सिटी, बेंगलुरु के कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. निधिन मोहन बताते हैं, ‘नई टेक्नोलॉजी को अपनाने से सोचने की क्षमता में काफी सुधार हो सकता है। नई टेक्नोलॉजी, मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है। लेकिन, अगर इसका ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, तो इससे संज्ञानात्मक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। अत्यधिक स्क्रीन टाइम से सोशल मीडिया की लत लग सकती है। साइबरबुलिंग, मस्तिष्क समेत संपूर्ण स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इसलिए संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी होता है।’
टेक्नोलॉजी और ब्रेन हेल्थ पर क्या कहती है रिसर्च?
एक रिसर्च के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों या टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल, तंत्रिका-तंत्र को प्रभावित कर सकता है। यह एकाग्रता और स्मृति को भी प्रभावित कर सकता है। टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल, मस्तिष्क पर असर डाल सकता है। जब हम डिजिटल स्क्रीन और टेक्नोलॉजी पर ज्यादा समय बिताते हैं, तो इसका असर हमारे मस्तिष्क पर पड़ता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर लोग औसतन 3 घंटे और 15 मिनट फोन पर बिताते हैं।
स्क्रीन टाइम पर ज्यादा समय बिताने के नुकसान
- चिड़चिड़ापन
- एकाग्रता में कमी
- नींद न आना
- ध्यान लगाने में दिक्कत
- नींद से जुड़ी समस्याएं होना
- मस्तिष्क स्वास्थ्य पर बुरा असर
- व्यवहार पर बुरा प्रभाव
बढ़ते टेक्नोलॉजी के उपयोग पर हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह
- डॉक्टर्स का कहना है कि माता-पिता को मोबाइल फोन या कंप्यूटर इस्तेमाल करने के लिए एक समय सीधा निर्धारित करना चाहिए।
- माता-पिता को ऑनलाइन के बजाय, ऑफलाइन बातचीत को प्राथमिकता देनी चाहिए। इससे आंखों के साथ ही, संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ मिलेगा।
- फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने के बजाय एक्सरसाइज और योग पर ध्यान दें। इससे स्ट्रेस और तनाव दूर होता है।
- स्मार्टफोन का ज्यादा यूज करने के बजाय किताब पढ़ें। इससे मस्तिष्क के विकास में मदद मिलती है।
टेक्नोलॉजी हमारे लिए काफी यूजफुल है। इसके इस्तेमाल से कई नई चीजों की जानकारी मिलती है। हालांकि, अगर टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल किया जाए, तो इससे सेहत से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। टेक्नोलॉजी का अधिक यूज करने से ब्रेन हेल्थ बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इसलिए स्मार्टफोन या कंप्यूटर आदि का ज्यादा यूज न करें।