Gut Health Problems: आंतों से जुड़ी समस्याएं क्यों होती हैं? जानें इसके 4 कारण

Causes Of Gut Health Issues In Hindi: बढ़ता स्ट्रेस, नींद की कमी और खराब जीवनशैली के कारण आंतों से जुड़ी समस्या हो सकती है।
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Gut Health Problems: आंतों से जुड़ी समस्याएं क्यों होती हैं? जानें इसके 4 कारण


Gut Health Kharab Hone Ke Karan: हमारे शरीर के लिए गट हेल्थ का सही होना बहुत जरूरी है। लेकिन, समय-समय पर हर व्यक्ति को गट हेल्थ से जुड़ी परेशानियां होने लगती हैं। इसमें ब्लोटिंग, पेट में गैस बनना, डायरिया जैसी समस्याएं शामिल हैं। आपको बता दें कि गट हेल्थ में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को कहा जाता है। इसमें पेट, इंटेस्टाइन, कोलोन आदि शामिल हैं। वैसे तो गट हेल्थ के लिए कोई स्पष्ट परिभाषा नहीं है। लेकिन, पाचन तंत्र और पेट से जुड़ी समस्याओं को गट हेल्थ के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कहा जाता है कि गट हेल्थ सही है, तो आपकी बॉडी सही ढंग से काम करेगी। वहीं, अगर गट हेल्थ से जुड़ी समस्याएं होने लगीं, तो व्यक्ति की बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है। यही नहीं, गट हेल्थ की वजह से इम्यूनिटी में सुधार होता है। बहरहाल, गट हेल्थ में सुधार के लिए यह जान लेना बहुत जरूरी है कि आखिर इससे जुड़ी समस्याएं क्यों होती हैं? इसके मुख्य कारण क्या हैं? आइए, जानते हैं इसके बारे में।

आंतों से जुड़ी समस्या होने के कारण- Causes Of Gut Health Issues In Hindi

Causes Of Gut Health Issues In Hindi

हेल्दी चीजें न खाना

जब आप अनहेल्दी चीजें ज्यादा खाते हैं, जैसे फैट या कार्ब्स का सेवन अधिक करते हैं, तो इससे पेट की दिक्कतें बढ़ जाती हैं। खासकर, गट हेल्थ इफेक्टेड होने लगता है। इसलिए, गट हेल्थ में सुधार के लिए बहुत जरूरी है कि डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। इसमें मौसमी फल और सब्जियां शामिल हैं। इसके अलावा, जंक फूड, प्रीसर्व्ड फूड जैसी चीजों से दूरी बनाए रखना भी गट हेल्थ में सुधार कर सकता है।

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पर्याप्त नींद न लेना

Causes Of Gut Health Issues In Hindi

आपको लग सकता है कि आखिर नींद का गट हेल्थ से क्या संबंध है? जबकि, आपकी नींद बेहतर न हो, तो इसका सीधा-सीधा नेगेटिव असर आपकी डाइजेस्टिव सिस्टम पर पड़ने लगता है। दरअसल, जब आप लेट नाइट सोते हैं या पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो इससे एसिडिटी, ब्लोटिंग और कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए पर्याप्त नींद जरूर लें।

फिजिकल एक्टिविटी न करना

फिजिकल एक्टिविटी न करना, कई तरह की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देता है। वैसे भी इन दिनों ज्यादातर लोग डेस्क जॉब करते हैं, जिससे बॉडी पेन, स्टिफनेस जैसी कई परेशानियां बए़ जाती हैं। वहीं, फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण गट हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। शरीर में लचीलेपन और गट हेल्थ में सुधार के लिए आवश्यक है कि आप नियमित रूप फिजिकली एक्टिव रहें।

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तनाव का स्तर बढ़ना

मौजूदा समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति है, जो तनाव में न हो। तनाव के कारण कई तरह की बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। इसमें मोटापा, डायबिटीज, थायराइड जैसी तमाम हेल्थ कंडीशन शामिल हैं। वहीं, तनाव की वजह से गट हेल्थ भी प्रभावित होती है। दरअसल, जब आप तनाव में होते हैं, तो जो भी खाते-पीते हैं, वे आसानी से पचता नहीं है। कई बार तनाव के कारण एसिडिटी की शिकायत होने लगती है और ब्लोटिंग भी परेशान करती है। इसका नेगेटिव असर गट हेल्थ पर देखने को मिलता है।

गट हेल्थ में सुधार के लिए क्या करें

  • गट हेल्थ में सुधार के लिए अपनी डाइट में बदलाव करें।
  • अपनी लाइफस्टाइल में सुधार कर आप गट हेल्थ को बेहतर कर सकते हैं।
  • डाइट में फाइबर इनटेक बढ़ाना, गट हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
  • अल्ट्रा-प्रोसस्ड फूड को अपनी डाइट से दूर रखें।
  • गट हेल्थ को बेहतर रखने के लिए बहुत जरूरी है कि आप नियमित रूप से फ्लूइड इनटेक बढ़ाएं और पानी का सेवन अधिक करें।

All Image Credit: Freepik

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