वर्तमान में कई लोग पेट की समस्याओं से काफी परेशान रहते हैं, कुछ लोगों को खाना खाते ही एसिडिटी की शिकायत होने लगती है। जिसके कारण उठना-बैठना भी दूभर हो जाता है। दरअसल, आगे बढ़ने की होड़ के कारण लोग अपनी लाइफस्टाइल का बिल्कुल ख्याल नहीं रखते हैं, जिसका बुरा असर सेहत पर पड़ता है। आयुर्वेद में हाथ से खाना खाने के अनेक लाभ बताए गए हैं लेकिन आजकल लोग चम्मच, कांटे और छुरी से खाना पसंद करते हैं। जिसका सेहत पर बुरा असर हो सकता है। दरअसल, हाथ से खाना खाने से शरीर में पंचतत्वों का संतुलन बनता है जिससे हाजमा बेहतर हो सकता है। कई लोगों को एसिडिटी के कारण खट्टी डकारें भी आती हैं। अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) कुछ ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आपको लाभ मिल सकता है।
खाना खाते ही एसिडिटी के लिए घरेलू नुस्खे - Home Remedies To Reduce Acidity After Eating In Hindi
1. अदरक का पानी - Ginger Water
जिन लोगों को खाना खाते ही एसिडिटी की समस्या होने लगती है, उन्हें अदरक का पानी पीना चाहिए। कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर अदरक का पानी पेट की सूजन को कम कर सकता है और अम्लता को कम करने में मदद कर सकता है। अदरक में मौजूद अमीनो एसिड पाचन को बेहतर करने में सहायक होते हैं। इसके साथ ही अदरक के पानी का सेवन डायबिटीज के इलाज में भी मददगार साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है। विटामिन C और अन्य पोषक तत्वों की भरपूर अदरक का पानी, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
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2. हरी धनिया और पुदीना - Green Coriander and Mint
हरी धनिया और पुदीना में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व अम्लता को कम करने में मदद (home remedies for acidity problem) करते हैं। हरी धनिया और पुदीना को अच्छे से धोकर पीस लें और पानी के साथ मिलाकर पिएं। इससे आपको लाभ मिल सकता है और एसिडिटी की समस्या कम हो सकती है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप हल्का नमक भी मिला सकते हैं।
3. तुलसी - Tulsi
तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पेट में होने वाली अम्लता के इलाज में मददगार साबित हो सकती है। तुलसी के पत्तों को रोज़ाना खाने से पेट की सूजन और अम्लता के लक्षणों में आराम मिल सकता है। इसके साथ ही तुलसी का सेवन तनाव को भी कम करने में सहायक होता है।
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4. सौंफ और जीरा - Fennel And Cumin
पोषक तत्वों से भरपूर सौंफ और जीरा का सेवन अम्लता को कम करने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही यह पाचन क्रिया को सुधारता है। सौंफ और जीरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण सेहत के लिए बेहद लाभदायक होते हैं और पेट की अग्नि को शांत करने में सहायक हो सकते हैं।
यदि आपकी एसिडिटी की समस्या गंभीर है और ये उपाय लाभ नहीं दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर आपको सही उपचार की सलाह देंगे।
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