आजकल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे सुबह उठते ही न्यूज पढ़नी हो, दिनभर सोशल मीडिया स्क्रॉल करना हो या फिर रात को सोने से पहले वीडियो देखना हो, हमारा दिमाग हर समय स्क्रीन से जुड़ा रहता है। लेकिन कुछ लोग फोन की लत को इस हद तक बढ़ा लेते हैं कि वे टॉयलेट तक में फोन चलाने से खुद को रोक नहीं पाते। यह आदत सिर्फ हाइजीन की दृष्टि से ही गलत नहीं है, बल्कि यह आपकी मेंटल हेल्थ और दिमागी सेहत के लिए भी बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है। अगर आप भी टॉयलेट में फोन ले जाने वालों में से हैं, तो जरा सोचिए कि क्या यह वाकई जरूरी है, या सिर्फ एक आदत बन गई है? बहुत से लोग यह मानते हैं कि फोन के बिना टॉयलेट में समय काटना मुश्किल है, इसलिए वे सोशल मीडिया, ईमेल या गेम्स में लग जाते हैं। लेकिन यह छोटी सी लगने वाली आदत आपके दिमाग को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। इस लेख में हम जानेंगे मेंटल हेल्थ और ब्रेन के लिए टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने के नुकसान के बारे में। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
दिमाग का ओवर स्टिम्युलेशन- Overstimulation of Brain
जब आप टॉयलेट में होते हैं, तब आपका शरीर रिलैक्स मोड में जाने की कोशिश करता है, लेकिन फोन इस्तेमाल करने से दिमाग को लगातार नई जानकारी मिलती रहती है। इससे न्यूरॉन्स (Neurons) जरूरत से ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं, जिससे दिमाग को आराम नहीं मिल पाता। इससे मेंटल फटीग (Mental Fatigue) और एंग्जाइटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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फोकस करने की क्षमता होती है कमजोर- Poor Concentration
टॉयलेट में लगातार फोन पर स्क्रॉल करने की आदत से दिमाग की फोकस करने की क्षमता प्रभावित होती है। यह ठीक वैसे ही होता है जैसे बार-बार किसी काम को अधूरा छोड़ देना। धीरे-धीरे यह आदत आपके ध्यान और एकाग्रता (Concentration) पर बुरा असर डालती है। इससे आपकी स्मरण शक्ति भी कमजोर होने लगती है।
स्ट्रेस और एंग्जायटी को बढ़ाता है- Stress and Anxiety
टॉयलेट में बैठकर सोशल मीडिया स्क्रॉल करना, वर्क ईमेल चेक करना या न्यूज पढ़ना आपके स्ट्रेस लेवल को बढ़ा सकता है।खासतौर पर अगर आप कोई निगेटिव न्यूज पढ़ते हैं या काम से जुड़ी चिंताओं पर ध्यान देते हैं, तो इससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
दिमाग और शरीर के बीच खराब तालमेल- Poor Link between Brain and Body
टॉयलेट में जाकर अगर आपका ध्यान पूरी तरह से फोन पर है, तो टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय दिमाग और शरीर के बीच का तालमेल बिगड़ सकता है। इससे पाचन तंत्र पर भी असर पड़ता है और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मेंटल हेल्थ पर पड़ने वाले अन्य नुकसान- Side Effects of Using Mobile in Toilet For Mental Health
- लगातार छोटे-छोटे वीडियो या पोस्ट देखने से आपका दिमाग तेजी से डोपामाइन रिलीज करने लगता है, जिससे धीरे-धीरे आपको सिर्फ फोन ही खुशी का स्रोत लगने लगता है। इससे फोन की लत लग जाती है और दिमाग उतना एक्टिव नहीं रहता।
- टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने की आदत आपके ब्रेन पैटर्न को प्रभावित करती है, जिससे नींद की गुणवत्ता भी खराब हो सकती है।
- बार-बार फोन देखने की आदत आपको अपनों से दूर कर सकती है। धीरे-धीरे आपको लोगों से बात करने की जगह फोन ज्यादा जरूरी लगने लगता है।
कैसे बचें इस आदत से?
- अगर आप टॉयलेट में फोन ले जाने की आदत से बचना चाहते हैं, तो इन उपायों को अपनाएं-
- टॉयलेट में फोन ले जाना पूरी तरह बंद करें।
- अगर आपको बोरियत लगती है, तो कोई किताब या मैगजीन पढ़ें।
- टॉयलेट को एक रिलैक्सिंग स्पेस की तरह लें, जहां आपका दिमाग भी ब्रेक ले सके।
- फोन पर समय बिताने की बजाय माइंडफुलनेस प्रैक्टिस करें।
- अगर आपको खुद पर कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है, तो स्क्रीन टाइम ट्रैकिंग ऐप्स की मदद लें।
टॉयलेट में फोन चलाने की आदत एक छोटी सी बात लग सकती है, लेकिन यह धीरे-धीरे आपके दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती है। इसलिए जरूरी है कि आप इस आदत को समय रहते छोड़ दें।
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