मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों की संख्या बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। पहले जहां मानसिक बीमारियों को गंभीरता से नहीं लिया जाता था, वहीं अब यह एक आम समस्या बनती जा रही है। तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी और अन्य मानसिक विकार से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसका असर न सिर्फ व्यक्तिगत जीवन बल्कि प्रोफेशनल और सामाजिक जीवन पर भी देखने को मिल रहा है। आज के दौर में लोग अपने करियर और सफलता की दौड़ में इतने व्यस्त हो गए हैं कि वे अपनी मानसिक शांति और सेहत पर ध्यान ही नहीं दे पा रहे हैं, जिसके कारण मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर बढ़ रहे हैं। इस लेख में एशियन अस्पताल की एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर मीनाक्षी मनचंदा (Dr. Minakshi Manchanda, Associate Director - Psychiatry, Asian Hospital) से जानिए, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं क्यों बढ़ रही हैं?
मानसिक स्वास्थ्य विकारों के बढ़ने के कारण - Why Mental Health Disorders Are Increasing
1. लाइफस्टाइल और तनाव
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अधिक काम का दबाव, परिवार और सामाजिक जीवन में असंतुलन और सामाजिक अपेक्षाओं का बोझ, ये सब मानसिक तनाव का कारण बन सकते हैं। शहरीकरण और तकनीकी विकास ने लोगों के लिए काफी अवसर खोले हैं, लेकिन इसके साथ ही बढ़ते तनाव और प्रतिस्पर्धा ने मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर को जन्म दिया है।
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2. सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं
कई लोग घर में पारिवारिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। घरेलू हिंसा, तलाक, बच्चों के साथ रिश्तों में खटास और परिवार में तनावपूर्ण माहौल मानसिक समस्याओं को बढ़ावा देते हैं। बच्चों और किशोरों में भी तनाव और चिंता की समस्या बढ़ रही है, जो समाज और परिवार की अपेक्षाओं को पूरा करने के दबाव से उत्पन्न होती है।
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3. स्मार्टफोन और सोशल मीडिया
सोशल मीडिया और स्मार्टफोन का ज्यादा उपयोग भी मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। सोशल मीडिया पर हर किसी का आदर्श जीवन दिखाया जाता है, जिससे युवाओं में आत्मसम्मान की कमी और मानसिक दबाव बढ़ता है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने से अकेलापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
4. ऑनलाइन पढ़ाई और वर्क फ्रॉम होम
कोविड महामारी के दौरान लोग घर से काम और पढ़ाई करने लगे। हालांकि इस बदलाव ने सुविधा प्रदान की, लेकिन इसके कारण मानसिक थकान, सामाजिक अलगाव और चिंता भी बढ़ी।
5. नशे की आदतें
नशे की आदतें जैसे शराब, तंबाकू, ड्रग्स आदि का सेवन मानसिक विकारों का कारण बन सकता है। इन आदतों के कारण न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है। लोग तनाव और चिंता से बचने के लिए नशे का सहारा लेते हैं, लेकिन यह स्थिति और बिगाड़ सकता है।
6. हार्मोनल बदलाव
महिलाओं में प्रेग्नेंसी, पीरियड्स और मेनोपॉज जैसे हार्मोनल बदलाव मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन के कारण डिप्रेशन, चिंता और अन्य मानसिक विकार उत्पन्न हो सकते हैं।
मानसिक रोग से कैसे बचे? - How To Prevent Mental Illness
- मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर के बारे में जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी है। स्कूलों, कॉलेजों और ऑफिस पर मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा और जागरूकता अभियान चलाने से लोग मानसिक समस्याओं के बारे में खुलकर बात कर सकते हैं।
- मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे व्यक्तियों को सामाजिक समर्थन की जरूरत होती है। परिवार और दोस्तों का सहयोग मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य एक्सपर्ट और डॉक्टर से परामर्श लेना भी एक सही कदम हो सकता है।
- योग, प्राणायाम और ध्यान मानसिक शांति को बढ़ावा देते हैं और मानसिक विकारों को कम करने में मदद करते हैं। इन उपायों से व्यक्ति अपने मानसिक तनाव को कम कर सकता है और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकता है।
- बैलेंस डाइट, नियमित एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। यह शारीरिक और मानसिक स्थिति को मजबूत बनाते हैं और तनाव को कम करते हैं।
- नशे की आदतों से बचना मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए बेहद जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति नशे की समस्या का सामना कर रहा है, तो उसे जल्द से जल्द एक्सपर्ट से मदद लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर का बढ़ना एक गंभीर समस्या है, लेकिन उचित उपायों और समय पर उपचार से इससे निपटा जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और सही देखभाल करना बेहद जरूरी है। अगर हम मानसिक समस्याओं को समझें और उनका सही समय पर इलाज करें, तो हम एक हेल्दी और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
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