जिस तरह से शरीर को खाने और पीने की आवश्यकता होती है। ठीक इसी तरह सेल्स के निर्माण और रिकवरी के लिए आपको पर्याप्त नींद लेने की भी आवश्यकता होती है। नींद लेने से व्यक्ति के शरीर और ब्रेन को आराम मिलता है। साथ ही, नींद से आपकी थकान और आलस दूर होता है। लेकिन कुछ लोगों को रात में पर्याप्त नींद लेने के बाद भी अगले दिन नींद और थकान बना रहता है। यह लक्षण "इडियोपैथिक हाइपरसोम्निया" (Idiopathic Hypersomnia) की ओर संकेत करता है। यह एक स्लीप डिसऑर्डर है। जिसमें व्यक्ति को दिन के समय भी ज्यादा नींद आती है। फिलहाल इस समस्या के मुख्य कारणों का पता नहीं लगाया गया है। लेकिन, इसके लक्षणों को मैनेज करके इस समस्या को कम किया जा सकता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर ए पी सिंह से जानते हैं कि इडियोपैथिक हाइपरसोम्निया के क्या लक्षण हो सकते हैं।
इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया के जोखिम कारक क्या हो सकते हैं? - Complication Of Idiopathic Hypersomnia in Hindi
इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया के सही कारणों का पता नहीं चला है। लेकिन वैज्ञानिक इसके कारणों की खोज पर रिसर्च कर रहें हैं। कुछ जोखिम कारकों की वजह से यह समस्या हो सकती है। आगे जानते है इसके बारे में।
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जेनेटिक वेरिएंट (म्यूटेशन)
एक जीन वेरिएंट आपके ब्रेन के भीतर सिग्नलिंग और सेल नियंत्रिण को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपकी नींद-जागने की दिनचर्या में बाधा आ सकती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली असामान्य प्रतिक्रिया
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आपके तंत्रिका तंत्र के भीतर स्वस्थ कोशिकाओं को टारगेट कर सकती है और उन्हें एक खतरे के रूप में देखती है। तो यह समस्या हो सकती है।
इडियोपैथिक हाइपरसोम्निया के मुख्य लक्षण - Symptoms Of Idiopathic Hypersomnia in Hindi
- दिन में अत्यधिक नींद आना (Excessive Daytime Sleepiness - EDS)
- इस समस्या में व्यक्ति चीजों पर सही तरह से फोकस नहीं कर पताा है। यहां तक कि व्यक्ति रोजाना के काम करने में भी परेशानी होती है।
- व्यक्ति को दिनभर बहुत अधिक नींद आती है, भले ही उन्होंने रात में पर्याप्त नींद ली हो।
- यह नींद झपकी लेने से भी पूरी नहीं होती और व्यक्ति को हमेशा आलस महसूस होता है।
- सुबह जागने में परेशानी होना।
- व्यक्ति दिनभर झपकी लेने की कोशिश करता है, लेकिन इससे उन्हें कोई राहत नहीं मिलती।
- नींद की कमी महसूस होने पर व्यक्ति के कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती है।
- व्यक्ति कई बार अनजाने में काम करते हुए भी नींद की स्थिति में चला जाता है।
- बार-बार नींद की जरूरत के समय व्यक्ति को मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन (Mood Swings & Irritability) महसूस हो सकता है।
- कई मरीजों को सुबह उठने के बाद सिरदर्द और दिनभर थकान महसूस होती है।
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इडियोपैथिक हाइपरसोम्निया एक गंभीर स्लीप डिसऑर्डर है, जो व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को काफी प्रभावित कर सकता है। हालांकि, समय पर इसकी पहचान करना और उचित जीवनशैली अपनाने से इसके लक्षणों को काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है। यदि आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को अत्यधिक दिन में नींद आने की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।