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क्या इमोशनल बदलाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें

World Hypertension Day: सेहतमंद रहने के लिए व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कई तरह के बदलाव करने की आवश्यकता होती है। ऐसे में आगे जानते हैं कि क्या इमोशनल बदलाव का असर हाई ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है?
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क्या इमोशनल बदलाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें

World Hypertension Day 2025: आज के दौर में लोगों को काम, पढ़ाई और करियर की टेंशन बनी रहती है। ऐसे में उनको स्ट्रेस और तनाव का सामना करना पड़ सकता है। स्ट्रेस की वजह से व्यक्ति को भावनात्मक रूप से बदलाव महसूस हो सकता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हमारी भावनाएं जैसे की तनाव, डर, दुख, गुस्सा आदि का प्रभाव शारीरिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है। कुछ मामलों में यह सीधे रूप से व्यक्ति की मौजूदा स्वास्थ्य समस्याओं जैसे की डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की स्थिति को खराब करने में सहायक हो सकता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जब हम तनाव में होते हैं या गुस्से में आते हैं, तो शरीर में कुछ हार्मोन (जैसे एड्रेनालिन और कॉर्टिसोल) सक्रिय हो जाते हैं। ये हार्मोन “फाइट ऑर फ्लाइट” मोड को सक्रिय करते हैं। इसकी वजह से व्यक्ति की धड़कने तेज होना, ब्लड वैसेल्स संकुचित होने आदि लक्षण महसूस हो सकते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में प्रश्न उठ सकता है कि क्या इमोशनल बदलाव से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इस लेख में डॉ. बत्राज हेल्थकेयर संस्थापक एवं चेयरमैन एमेरिटस पद्मश्री डॉ. मुकेश बत्रा से जानते हैं इमोशनल उतार चढ़ाव किस तरह से हाई ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है?

कौन-कौन से इमोशन्स ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं? - Can Emotions Trigger High Blood Pressure In Hindi

तनाव - Stress

जिन लोगों को तनाव होता है उन्हें हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना अधिक होती है। ऑफिस और परिवार की जिम्मेदारियां, आर्थिक समस्याएं शरीर को लगातार अलर्ट मोड में रखती हैं।

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गुस्सा आना - Anger

व्यक्ति को गुस्सा आने पर शरीर में एड्रेनालिन का स्तर तेजी से बढ़ता है। यह ब्लड प्रेशर को तुरंत ऊपर ले जा सकता है। बार-बार गुस्से में आना दिल के लिए बहुत खतरनाक होता है।

चिंता (Anxiety)

चिंता होने पर व्यक्ति का ब्रेन आने वाले संभावित खतरों की कल्पना करता है जिससे शरीर लगातार तनावग्रस्त बना रहता है, और यह ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है।

डिप्रेशन और उदासी (Depression/Sadness)

डिप्रेशन में व्यक्ति की ऊर्जा कम हो जाती है, लेकिन शरीर के अंदर तनाव बना रहता है। इससे हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।

डर और घबराहट (Fear and Panic)

डर लगने पर शरीर में वही प्रतिक्रिया होती है जैसी कि खतरे से लड़ने के समय होती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और सांसें तेज चलने लगती हैं।

भावनात्मक उतार-चढ़ाव को कैसे नियंत्रित करें? - How To Control Emotional Ups And Down In Hindi

  • भावनाओं को दबाने के बजाय उन्हें किसी करीबी से साझा करें या डायरी में लिखें।
  • नियमित मेडिटेशन, योग शरीर और मन दोनों को संतुलित रखते हैं। यह तनाव को कम करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
  • जब भी गुस्सा या तनाव महसूस हो, धीरे-धीरे गहरी सांस लें। यह शरीर को शांत करने में मदद करता है।
  • तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना आदि गतिविधियां तनाव के हार्मोन को कम करती हैं।
  • नींद की कमी से तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है। ऐसे में रोजाना 7-8 घंटे की नींद आवश्यक है।
  • ज्यादा नमक, चीनी, तला-भुना खाना और कैफीन ब्लड प्रेशर को और अधिक बढ़ा सकते हैं। ऐसे में फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।

इसे भी पढ़ें: किस उम्र में कितना होना चाहिए नॉर्मल ब्लड प्रेशर? डॉक्टर से जानें बीपी से जुड़े फैक्ट्स

यदि आपको बार-बार गुस्सा आता है, तनाव बना रहता है, या ब्लड प्रेशर लगातार 120/80 mmHg से ऊपर है, तो आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। भावनाएं हमारी मानसिक और शारीरिक स्थिति को गहराई से प्रभावित करती हैं। अगर इन्हें समय रहते नहीं संभाला गया, तो ये हाई ब्लड प्रेशर व उससे जुड़े गंभीर रोग को जन्म दे सकती हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल, पॉजिटिव सोच, नियमित मेडिटेशन से न केवल इमोशन्स कंट्रोल होते है, बल्कि ब्लड प्रेशर भी संतुलित रहता है।

FAQ

  • क्या टेंशन लेने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है?

    तनाव के समय शरीर में हार्मोन का रिलीज होने की प्रक्रिया बढ़ जाती है। ऐसे में दिल की धड़कन को तेज होने और रक्त वाहिकाएं संकुचित हो सकती है। इन प्रतिक्रियाओं से शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
  • क्या मूड बीपी को प्रभावित करता है?

    तनाव के कारण शरीर में एड्रेनालाईन और कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। ऐसे में मूड में बदलाव ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है।

 

 

 

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