What Happens If Hypertension Is Not Controlled: हाई ब्लड प्रेशर वह कंडीशन होती है, जिसमें ब्लड का प्रेशर बहुत ज्यादा होता है। यह एक तरह की स्वास्थ्य समस्या है, जिसे हम हाइपरटेंशन भी कहते हैं। आपने अक्सर डॉक्टरों को यह कहते सुना होगा कि हाई बीपी को कंट्रोल करना चाहिए। इसके लिए, तरह-तरह के उपाय भी बताए जाते हैं, जैसे हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, अच्छी डाइट फॉलो करें, रेगुलर एक्सरसाइज करें और शराब था स्मोकिंग से दूर रहें। यहां यह जान लेना आवश्यक है कि आखिर हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल न किया जाए, तो किस तरह की समस्या हो सकती है? क्या यह वाकई किसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है? आइए, जानते हैं इस बारे में ग्रेटर नोएडा स्थित सर्वोदय अस्पताल में Consultant-Internal medicine स्वप्निल शिखा का क्या कहना है।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल न करने से क्या होता है?
हार्ट पर असर
अगर आप हाई बीपी को कंट्रोल नहीं करते हैं, तो सबसे पहले इसका बुरा असर आपके हार्ट पर पड़ता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की मानें, तो हाई बीपी आर्टरीज को सिकुड़कर डैमेज कर सकता है। ऐसे में ब्लड फ्लो बाधित होने लगता है, जिससे ऑक्सीजन सप्लाई पर भी बुरा असर पड़ता है। इस तरह की स्थिति में एनजाइना यानी सीने में दर्द की तकलीफ होने लगती है। कुछ मामलों में, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर भी हो सकता है।
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ब्रेन पर असर
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी का ब्रेन पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। डब्लूएचओ की इसी रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि जब किसी को लंबे समय तक हाई बीपी की समस्या होती है और अगर उसे सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो ब्रेन में मौजूद आर्टरीज भी डैमेज होकर फैट सकती हैं। इस तरह की स्थिति में स्ट्रोक और ब्रेन डैमेज का रिस्क रहता है।
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किडनी पर असर
जब सही तरह से हाई बीपी को मैनेज न किया जाए, तो इसकी वजह से किडनी पर भी बुरा असर देखने को मिलता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो बीपी की वजह से किडनी में मौजूद ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती है। इस वजह से किडनी ब्लड को फिल्टर नहीं कर पाती है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में नहीं रहता है। धीरे-धीरे यह स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि किडनी फेलियर तक हो सकता है।
High Blood Pressure के लक्षण
1. | नींद से उठने के बाद सिर में भारीपन |
2. | आंखों से सही-सही नजर नहीं आना |
3. | सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द महसूस होना |
4. | हाई बीपी होने पर नाक से खून बहना |
5. | सीने में दर्द या दबाव महसूस होना |
6. | बेचैनी या घबराहट महसूस होना |
निष्कर्ष
ब्लड प्रेशर का संतुलित होना बहुत जरूरी है। ब्लड प्रेशर न हाई होना चाहिए और न ही लो। जब भी ब्लड प्रेशर फ्लक्चुएट होता है, तो आप डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं। वे आपको जरूरत अनुसार कुछ मेडिसिन दे सकते हैं, ताकि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सके और भविष्य में गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। बरहाहल, आप अपनी जीवनशैली में कुछ अच्छी आदतों को भी अपनाकर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में कर सकते हैं।
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FAQ
बीपी हाई होने से क्या तकलीफ होती है?
हाई ब्लड प्रेशर होने पर हार्ट, किडनी और ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। अगर बीपी को मैनेज न किया जाए, तो हार्ट फेलियर और ब्रेन स्ट्रोक तक होने का रिस्क बढ़ जाता है।क्या गैस से बीपी बढ़ता है?
गैस बनने बीपी हाई होने का जोखिम हो सकता है। हालांकि, ऐसा कभी-कभी और कुछ गंभीर मामलो में ही देखने को मिलता है।क्या हाई बीपी से सीने में दर्द होता है?
ब्लड प्रेशर का सामान्य रेंज 180/120 है। अगर किसी को हाई बीपी की समस्या होती है, तो उनमें कुछ लक्षण नजर आते हैं। इनमें तीव्र सिरदर्द, चक्कर आना, धुंधला नजर आना, सांस लेने में तकलीफ आदि शामिल हैं। सीने में दर्द होना भी इसके लक्षणों में से एक है।