हाल में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक,ब्रिटेन में HMPV के मामलों में दोगुना इजाफा हुआ है। देश में भी एचएमपीवी इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं और अब तक देश में सात मरीज इससे संक्रमित पाए गए हैं। ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV ) एक वायरल इंफेक्शन है, जो श्वसन तंत्र (Respiratory System) को प्रभावित करता है। यह वायरस आमतौर पर सर्दी, खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएं पैदा करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और उन लोगों के लिए जिनकी इम्यून सिस्टम कमजोर होती है, HMPV एक गंभीर खतरा साबित हो सकता है। एचएमपीवी वायरस से कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं के बारे में विस्तार से आगे बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
एचएमपीवी वायरस से क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं?- Problem Caused By HMPV Virus
यह वायरस खासकर शिशुओं, छोटे बच्चों, बुजुर्गों और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उनके लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। यह गंभीर श्वसन संक्रमण जैसे ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और अस्थमा की स्थिति पैदा कर सकता है। जब HMPV वायरस शरीर में प्रवेश करता है, तो यह श्वसन तंत्र के अलग-अलग हिस्सों पर असर डाल सकता है और कई समस्याओं का कारण बनता है-
ब्रोंकाइटिस- Bronchitis
एचएमपीवी के कारण ब्रोंकाइटिस हो सकता है, जिसमें श्वसन नलिकाओं में सूजन होती है। इससे खांसी, सांस लेने में मुश्किल और फेफड़ों में बलगम जमा होने लगता है।
निमोनिया- Pneumonia
यह वायरस निमोनिया (फेफड़ों के इंफेक्शन) का कारण भी बन सकता है। इसमें फेफड़ों में सूजन और जलन होती है, जो सांस लेने में परेशानी पैदा करता है। निमोनिया की स्थिति में हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है।
अस्थमा- Asthma
अगर किसी व्यक्ति को पहले से अस्थमा है, तो HMPV इंफेक्शन से अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं। इसमें सांस लेने में ज्यादा मुश्किल और छाती में कसाव महसूस हो सकता है।
गंभीर श्वसन संक्रमण- Severe Respiratory Infection
बच्चों और बुजुर्गों में यह वायरस गंभीर श्वसन संक्रमण पैदा कर सकता है, जिससे उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत भी हो सकती है। यह जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है।
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डॉक्टर से कब संपर्क करें?- When to Contact Doctor
HMPV के लक्षणों में अगर बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, निम्नलिखित मामलों में भी डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए-
- अगर बच्चे या बुजुर्ग व्यक्ति को सांस लेने में गंभीर समस्या हो रही हो।
- अगर मरीज को सीने में दर्द या भारीपन महसूस हो।
- अगर मरीज के लक्षण 5-7 दिनों तक ठीक नहीं हो रहे हैं।
- अगर बुखार 101°F (38.3°C) से ज्यादा हो और लंबे समय तक बना रहे।
HMPV से बचाव कैसे करें?- How to Prevent HMPV Virus
HMPV से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है-
- हाथों को बार-बार धोना और मास्क पहनना, इंफेक्शन को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है।
- पर्याप्त पानी पीने से शरीर को हाइड्रेटेड रखा जा सकता है और इस तरह इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
- अगर आपको हल्के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो समय रहते डॉक्टर से सलाह लें और सर्दी-खांसी का इलाज करें।
- अगर आपको पहले से श्वसन संबंधित समस्याएं हैं, तो डॉक्टर से नियमित जांच करवाना जरूरी है।
HMPV वायरस सर्दी-खांसी से लेकर गंभीर श्वसन संक्रमण जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। यह वायरस खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए बड़ी मुश्किल बन सकता है। समय रहते डॉक्टर से सलाह लेकर इसके असर को कम किया जा सकता है।
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