How to test HMPV virus in Hindi: चीन से निकला एचएमपीवी वायरस अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। एचएमपीवी के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। इस सप्ताह की शुरूआत में बैंगलुरू में एक 8 साल की बच्ची में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि हुई थी। इसके बाद देखते ही देखते यह मामले लगातार बढ़ने लगे हैं। हालांकि, सरकार द्वारा इसे लेकर ऐहतियात बरते जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने लोगों को इस वायरस से नहीं डरने के लिए कहा है और आश्वस्त किया है कि एचएमपीवी कोरोना वायरस जितना खतरनाक नहीं है।
खासतौर पर यह वायरस बुजुर्गों और बच्चों में ज्यादा देखा जा रहा है। एचएमपीवी को लेकर लोग अलग-अलग कयास लगाने लगे हैं। सरकार की ओर से अस्पतालों में इसकी टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसकी जांच करने के लिए अब स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही हैं। लैब डायरेक्टर एंड क्लीनिकल लीड, महाजन इमेजिंग लैब्स की डॉ. शेली महाजन से जानते हैं एचएमपीवी की जांच कैसे की जाती है।
एचएमपीवी की जांच कैसे की जाती है?
Nucleic Acid Amplification Testing (NAAT)
एचएमपीवी वायरस के बढ़ते मामलों के बीच इसका पता लगाए जाने के लिए टेस्टिंग ही एकमात्र विकल्प है। जांच करके इस वायरस का पता आसानी से लगाया जा सकता है। इसके लिए डॉक्टर न्यूक्लेइक एसिड एम्प्लिफिकेशन टेस्टिंग Nucleic Acid Amplification Testing (NAAT) टेस्ट किया जाता है। इस जांच को करने से ब्लड में पैथेगन्स जैसे वायरस और बैक्टीरिया का पता लगाया जा सकता है। इस जांच को कर मरीज के पेशाब, टिशु और खून में मौजूद बैक्टीरिया का पता चल जाता है। इस जांच से RNA डिटेक्ट हो जाता है, जिससे एचएमपीवी का भी पता लगाया जा सकता है।
Immunofluorescence
एचएमपीवी वायरस का पता लगाने के लिए इम्यूनोफ्लोरेसेंस और एंजाइम लाइक इम्यूनोसोर्बेंट एस्से (ELISA) तकनीक अपनाई जाती है। इन दोनों तकनीकों को अपनाकर शरीर में एंटीबॉडीज और एंजाइम्स का पता लगाया जाता है। इस टेस्ट को एक प्लेट के माध्यम से किया जाता है, जिसपर मुंह में मौजूद सलाइवा और ब्लड को इसपर रखकर वायरस और बैक्टीरिया का पता लगाया जाता है। ELISA टेस्ट के जरिए शरीर में हार्मोन्स, प्रोटीन और एंटीजन्स का पता लगाया जा सकता है, जिससे एचएमपीवी वायरस का पता लग सकता है।
RT-PCR
आपको याद होगा कि कोरोना वायरस के समय में RT-PCR टेस्टिंग की प्रक्रिया को काफी तेजी से बढ़ाया गया था। आरटी-पीसीआर का टेस्ट कराने से एचएमपीवी वायरस का पता आसानी से लगाया जा सकता है। दरअसल, यह वायरस शरीर में पहले हो चुके एक्सपोजर का पता लगा सकता है, जिससे शरीर में कोरोना वायरस और एचएमपीवी वायरस का पता लग सकता है।
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एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए क्या करें?
- एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए आपको भीड़ -भाड़ में वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
- इसके लिए सरकार द्वारा बताए गए ऐहतियात बरतें।
- लोगों से हाथ मिलाने और गले लगने से परहेज करें।
- इसके लिए आपको मास्क लगाकर रखना चाहिए।
- किसी संक्रमित या बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
- ऐसे में आपको खांसते और छींकते समय मुंह पर हाथ रखने की जरूरत है।