एचएमपीवी एक आरएनए (RNA) वायरस है जो मेटान्यूमो वायरस परिवार से संबंधित है। यह श्वसन इंफेक्शन पैदा करता है और आमतौर पर सर्दी, खांसी, और अन्य श्वसन समस्याओं के लक्षण बनाता है। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा गंभीर रूप से प्रभावी हो सकता है और कभी-कभी यह श्वसन तंत्र में इंफेक्शन पैदा कर सकता है जैसे कि निमोनिया और ब्रोंकाइटिस। ज्यादातर लोग इस वायरस से पूरी तरह से उबर जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों में यह समस्याओं को जन्म दे सकता है, खासकर अगर उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो। कुछ एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि एचएमपीवी वायरस के कारण आंखों की सेहत प्रभावित होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि एचएमपीवी वायरस और आंखों की सेहत का क्या संबंध है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दुर्गा सहाय नर्सिंग होम, यूपी बिजनौर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ विनीत माथुर से बात की।
क्या आंखों की सेहत को नुकसान पहुंचाता है HMPV वायरस?- Can HMPV Virus Affect Eye Health
ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस या एचएमपीवी (HMPV) एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह वायरस मुख्य रूप से सर्दी और फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है, जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक का बहना और सांस लेने में मुश्किल होना। हालांकि, इस वायरस के ज्यादा गंभीर मामलों में यह आंखों की समस्याओं का कारण भी बन सकता है। मुख्य रूप से यह वायरस आंखों में जलन, आंख लाल होना और सूजन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है, जिन्हें कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई कहा जाता है। कंजंक्टिवाइटिस एक सामान्य स्थिति है जिसमें आंखों में सूजन और जलन होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के मुताबिक, एमपीवी के कुछ मरीजों में आंखों से संबंधित समस्या जैसे कंजंक्टिवाइटिस को देखा गया है, इसलिए इस पर लगातार शोध किया जा रहा है। यह वायरस, आंखों की सेहत को प्रभावित करता है।
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एचएमपीवी वायरस कैसे फैलता है?- How HMPV Virus Spreads
एचएमपीवी वायरस का प्रसार मुख्य रूप से श्वसन बूंदों के माध्यम से होता है। जब संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो वायरस हवा में फैलता है और नजदीकी लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसके अलावा, वायरस दूषित सतहों के संपर्क से भी फैल सकता है। अगर किसी व्यक्ति ने संक्रमित सतह को छुआ और फिर अपनी आंख, नाक या मुंह को छुआ, तो वह वायरस का संपर्क कर सकता है और इंफेक्शन का शिकार हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि हाथों को अच्छी तरह से धोएं और संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहने की कोशिश करें।
एचएमपीवी से आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव से कैसे बचें?- How to Prevent Eye Problems Caused By HMPV Virus
एचएमपीवी वायरस से बचाव के कुछ आसान तरीके हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी सेहत और आंखों की सुरक्षा कर सकते हैं-
- साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं। अगर साबुन और पानी मौजूद नहीं हो, तो हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
- जब भी आप किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाएं या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएं, तो मास्क पहनें। इससे श्वसन बूंदों के संपर्क में आने का खतरा कम होता है।
- घर और ऑफिस जैसी जगहों पर नियमित रूप से उन सतहों की सफाई करें, जिन्हें ज्यादातर लोग छूते हैं, जैसे दरवाजे के हैंडल, मोबाइल फोन और कंप्यूटर कीबोर्ड।
- अगर आप या आपका कोई करीबी व्यक्ति एचएमपीवी से संक्रमित हो, तो उसे खुद को अलग रखें और अन्य लोगों से दूरी बनाए रखें।
एचएमपीवी वायरस का मुख्य प्रभाव श्वसन तंत्र पर होता है, लेकिन यह आंखों की समस्याओं को भी जन्म दे सकता है, जैसे कंजंक्टिवाइटिस। इससे बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
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