HMPV Cases Rise in India Expert Explains tips to keep Children Safe: चीन में तेजी से कहर बरपा रहा ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। सोमवार को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के भारत में 8 मामले सामने आए हैं। पहले सुबह में दो मामले कर्नाटक के बेंगलुरू से सामने आए थे और फिर गुजरात में इसका एक मरीज सामने आया। वहीं दो मामले तमिलनाडु में दर्ज किए गए। HMPV वायरस व्यस्कों के मुकाबले बच्चों को तेजी से अपना शिकार बनाता है।
दरअसल, बच्चों इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है, जिसकी वजह से यह वायरस उनमें जल्दी फैलता है और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। बच्चों में HMPV वायरस के प्रसार को रोकने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल के क्रिटिकल केयर एवं पल्मोनोलॉजी विभाग के हेड डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर से बात की।
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HMPV वायरस क्या है?- What is HMPV
डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV), न्यूमोविरिडे वायरस परिवार का ही एक हिस्सा है। यह वायरस मुख्य रुप से श्वसन वायरस है जो हल्की सर्दी से लेकर निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसे गंभीर फेफड़ों के संक्रमण तक की बीमारियों का कारण बन सकता है। HMPV वायरस कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग जैसे बच्चे और बुजुर्गों को तेजी से अपनी चपेट में लेता है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति में खांसी, बुखार, गले में खराश, नाक बहने और सांस लेने में परेशानी जैसी आम फ्लू वाले लक्षण नजर आते है। यह लक्षण मरीज की स्थिति के आधार पर सामान्य से गंभीर तक हो सकते हैं।
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HMPV वायरस बच्चों में कैसे फैलता है?- How is the HMPV virus Spread in Children
यह वायरस मुख्य रुप से बच्चों में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छीकने और थूकने से भी यह वायरस हवा में फैल सकता है और बच्चों को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, संक्रमित व्यक्ति द्वारा किसी सतह को छूने से भी एक से दूसरे में फैल सकता है।
बच्चों में HMPV वायरस के लक्षण- Systomps of HMPV virus in Children
- सांस फूलना
- घरघराहट और लगातार खांसी
- तेज बुखार
- खाना ठीक से न खाना
- डिहाइड्रेशन की समस्या
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बच्चों में HMPV वायरस का प्रसार रोकने के तरीके-Ways to prevent the spread of HMPV virus in children
यह वायरस बच्चों में न फैले, इसके लिए नियमित तौर पर घर और आसपास के क्षेत्र की सफाई करें। सफाई के पानी में कीटाणुनाशक डालें, ताकि बैक्टीरिया के प्रसार को रोका जा सके। इसके अलावा आप बच्चों में HMPV वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नीचे बताए गए उपाय अपना सकते हैं।
1. हाथों की नियमित सफाई: बच्चों को साबुन और पानी से अच्छी तरीके से हाथ धोना सिखाएं। खाना पकाने और बच्चों को खाना खिलाने से पहले पेरेंट्स भी हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरीके से साफ करें। बच्चों के पार्क से घर लौटने के बाद भी उनके हाथों को साबुन और पानी से साफ करवाएं। अगर आप कहीं बाहर हैं और बच्चों के हाथों को साबुन और पानी से नहीं धुलवा सकते हैं, तो अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
2. सफाई का ध्यान रखें : बच्चों में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उन्हें छींकते और खांसते समय मुंह और नाक को ढकने के लिए टिश्यू या रुमाल का इस्तेमाल करना सिखाएं। बच्चों के कपड़ों को नियमित तौर पर बदलें और उन्हें कीटाणु मुक्त करने वाले डिजर्टेंज से साफ करें। बच्चों के खिलौनों, दरवाजों के हैंडल और अन्य सतहों को भी अच्छे से सैनिटाइज करें।
3. ज्यादा बाहर से जानें बचें : HMPV वायरस से बचाव के लिए बच्चों को भीड़-भाड़ स्थान पर लेकर जाने से बचें। ऐसे समय में बच्चों को लंबे समय तक पार्क या दोस्तों के साथ भी खेलने न दें।
4. वैक्सीनेशन :बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने और फ्लू समेत अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीनेशन लगवाएं। आपके बच्चे के लिए कौन सी वैक्सीन सही है, इस विषय पर बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ से बात करें।
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निष्कर्ष
HMPV वायरस से बच्चों को बचाने के लिए सावधानी और सफाई सबसे ज्यादा जरूरी है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए यह जरूरी है कि माता-पिता और बच्चों की देखभाल करने वाले अन्य लोग सतर्क रहें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।