Fat is not fit Doctor Explains Signs of Healthy Baby: आपका बच्चा कितना दुबला और पतला है, इसे कुछ खिलाते क्यों नहीं हो... मेरे गोलू को देखो कितना गोल-मोल है। एक दम मोटा और तगड़ा, तुम्हारे बच्चे की तरह नहीं जो देखने में ही बीमार सा लगता है। जिन पेरेंट्स के बच्चे पतले होते हैं, उन्हें अक्सर लोगों की इस तरह की बातें सुननी ही पड़ती है। इतना ही नहीं, बच्चों के दुबलेपन से परेशान पेरेंट्स डॉक्टर के पास जाते ही यह सवाल पूछते हैं कि कोई दवा तो बताइए, जिसे खाकर मेरा बेटा मोटा और हेल्दी हो जाए। अगर आप भी उन्हीं पेरेंट्स में हैं, जिन्हें ऐसा लगता है कि बच्चा अगर दिखने में मोटा है, तभी हेल्दी (Fat is not fit) है और पतला है अंदरूनी तौर पर कमजोर है, तो आप गलत हैं।
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद के अनुसार, बच्चे के पतला होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि वह शारीरिक तौर पर स्वस्थ्य (Signs of Healthy Baby) नहीं है। स्वस्थ बच्चों की निशानी क्या है, इस विषय पर डॉ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में..
इसे भी पढ़ेंः सिर्फ भूख नहीं इन 3 कारणों से भी मुंह में उंगली डालता है बच्चा, डॉक्टर से जानें इसके बारे में
स्वस्थ बच्चों की निशानी क्या है? - Fat is Not Fit Doctor Explains Signs of Healthy Baby
डॉ. तरुण आनंद का कहना है, अगर कोई बच्चा शारीरिक तौर पर दुबला-पतला है, लेकिन हमेशा खुश रहता है, रोजमर्रा की अपनी सभी एक्टिविटी को कर रहा है, तो इसका अर्थ यह है कि वह बिल्कुल स्वस्थ है। ऐसे में पेरेंट्स को घबराने और उन्हें जबरन मोटा करने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है। इसके अलावा स्वस्थ बच्चों की निशानी के बारे में नीचे जानकारी दी गई है।
इसे भी पढ़ेंः जन्म के कितने समय बाद करना चाहिए बच्चे का मुंडन? जानें डॉक्टर से
1. वजन और लंबाई सही होना
उम्र के हिसाब से बच्चे की लंबाई और वजन नियमित तौर पर बढ़ रही है, तो यह एक स्वस्थ बच्चे की निशानी है। आपके बच्चे का वजन और लंबाई उम्र के हिसाब से कितनी होनी चाहिए, इस विषय पर जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें और समय-समय पर चेकअप करवाएं।
इसे भी पढ़ेंः बदलते मौसम में बच्चों को ज्यादा होती है सर्दी-जुकाम की समस्या, राहत के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
View this post on Instagram
2. खुश और एक्टिव रहना
शारीरिक तौर पर स्वस्थ बच्चे अक्सर खुश और एनर्जेटिक होते हैं। वे खेल-कूद में भाग लेते हैं, चीजों में रुचि दिखाते हैं, और नई चीजें सीखने की कोशिश करता है।
3. भूख का संकेत
स्वस्थ बच्चों में नियमित भूख होती है। वे खाने में दिलचस्पी दिखाते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने की इच्छा होती है। अगर आपका बच्चा पतला है, लेकिन अपना खाना सही तरीके से खा रहा है, तो आपको किसी प्रकार की चिंता नहीं करनी चाहिए।
इसे भी पढ़ेंः शिशु के दिमागी विकास को नुकसान पहुंचाती हैं ये 5 चीजें, डॉक्टर से जानें इसके बारे में
4. मजबूत इम्यूनिटी
स्वस्थ बच्चों में इम्यूनिटी मजबूत होती है। वे हल्की-फुल्की सर्दी-खांसी या बुखार से जल्दी उबर जाते हैं। बार-बार बीमार पड़ना या सामान्य बीमारियों से जल्दी ठीक न होना बच्चे की इम्यूनिटी के कमजोर होने का संकेत हो सकता है।
5. बौद्धिक विकास
स्वस्थ बच्चे नई बातें तेजी से सीखते हैं और उम्र के अनुसार बच्चे का बौद्धिक विकास सही तरीके से होता है। वे नई चीजों को लेकर उत्सुक होते हैं और उनमें समस्याओं को भी खुद ही हल करने की कोशिश करते हैं। अगर आपका बच्चा लगातार नई-नई चीजें सीखने की कोशिश कर रहा है, तो आपको बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इसे भी पढ़ेंः क्या आप भी शिशु को करवाते हैं वीडियो कॉल पर बात? तो डॉक्टर से जानिए इसके नुकसान
निष्कर्ष
डॉ. तरुण आनंद की मानें, बच्चों का मोटा होना कोई अच्छी बात नहीं है। मोटे बच्चे बेशक आंखों से देखने में अच्छे लगते हों, लेकिन शारीरिक तौर पर काफी सुस्त होते हैं। उन्हें भागने-दौड़ने में परेशानी महसूस होती है। इसलिए पेरेंट्स की प्राथमिकता बच्चे का स्वस्थ रहना होना चाहिए।