Things That Can Harm Your Child's Brain Development : हर माता-पिता चाहते हैं कि उसकी संतान दुनिया की हर उस ऊंचाई को छुए, जिसकी वो कल्पना भी नहीं करते हैं। शिशु के जन्म के साथ ही माता-पिता उसके खान-पान, रोने, किलकारी और यहां तक की सोने के पैटर्न पर भी गौर करते हैं। नए पेरेंट्स ऐसा इसलिए करते हैं ताकि शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास (Child Health Development) सही तरीके से हो सके। इतना कुछ करने के बावजूद कुछ गलतियों के कारण के शिशु के दिमागी विकास को नुकसान पहुंच सकता है। आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही 5 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं। इस विषय पर ज्यादा जानकारी दे रहे हैं लखनऊ के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद (Dr. Tarun Anand, Pediatrician, Lucknow)।
शिशु के दिमागी विकास को नुकसान पहुंचाती हैं ये 5 चीजें- Things That Can Harm Your Child's Brain Development
डॉ. तरुण आनंद ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके शिशु के दिमागी विकास को कौन सी चीजें प्रभावित कर सकती हैं, इसकी जानकारी दी है।
1. खराब पोषण
6 महीने के बाद शिशु का दिमागी विकास सही तरीके से हो, इसके लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है। डॉक्टर के अनुसार, न्यू पेरेंट्स को इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि 6 महीने के बाद शिशु को ठोस आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में शामिल हो।
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2. नींद की कमी
दिमाग के स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत ज़रूरी है। अपने बच्चे को पर्याप्त आराम दिलाने में मदद करने के लिए एक नियमित सोने का समय निर्धारित करें। बच्चे को पर्याप्त नींद मिल सके, इसके लिए बच्चे के सोने का एक पैटर्न बनाएं।
3. स्क्रीन टाइम ज्यादा होना
लंबे समय मोबाइल चलाने या मोबाइल स्क्रीन पर गेम, वीडियो और फोटो देखने की वजह से भी शिशु का दिमागी विकास प्रभावित होता है। जब शिशु फोन चलाता है तो वो घंटों तक एक ही पोजीशन में रहता है। जिसकी वजह से बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है। शिशु का दिमाग सही तरीके से विकसित हो, इसके लिए स्क्रीन टाइम को कम करें। बच्चे के साथ गेम खेलें। उन्हें बच्चों के साथ पार्क में टहलाएं।
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4. क्रोनिक तनाव
अगर आपके घर में ज्यादा तनाव का माहौल रहता है, तो इससे बच्चे का दिमागी विकास प्रभावित होता है। पेरेंट्स के हमेशा गुस्से और चिड़चिड़े होने की वजह से शिशु पर क्रोनिक तनाव बढ़ता है। इसकी वजह से बच्चे के शिशु का मानसिक विकास सही तरीके से नहीं होता है। इससे बचाव करने के लिए घर में एक सहायक और प्यार भरा माहौल बनाएं।
5. उत्तेजना की कमी
अपने बच्चे को ऐसी गतिविधियों में शामिल करें जो सीखने और जिज्ञासा को बढ़ावा देती हैं। अगर आपका बच्चा छोटी-छोटी बातें सीखने में परेशानी होती है, तो समझ लीजिए उसका दिमागी विकास सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से मिलकर बात कर सकते हैं।
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उम्मीद करते हैं शिशु के दिमागी विकास को बढ़ावा देने के लिए आप ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो जरूर करेंगे। शिशु के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी पाने के लिए ओनलीमायहेल्थ पढ़ें।
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