
Can epilepsy impact baby in the womb during pregnancy : प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत सारी सावधानियां बरतने के लिए कहा जाता है। गर्भ में पलने वाला बच्चा सेहतमंद रहे इसके लिए महिलाओं को अपनी डाइट से लेकर एक्सरसाइज तक में कई तरह के बदलाव करने होते हैं। ये वो दौर होता है जब महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल आते हैं। डॉक्टर से इलाज के दौरान कई महिलाएं अक्सर पूछती हैं कि क्या उनके परिवार के किसी सदस्य की स्वास्थ्य समस्या उनके बच्चे को प्रभावित कर सकती है? जो महिलाएं डायबिटीज, थायराइड या मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं वो पूछती हैं कि इसका असर गर्भ में पलने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है? क्या प्रेगनेंसी में गर्भस्थ शिशु पर मिर्गी का कोई असर होता है? इस सवाल का जवाब जानने के हमने नई दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉ. जेडी मुखर्जी से बातचीत की।
क्या गर्भस्थ शिशु पर कोई असर डालती है मिर्गी?
डॉ. जेडी मुखर्जी ने हमारे साथ खास बातचीत में कहा, "प्रेगनेंसी महिलाओं के लिए बहुत ही सुखद समय होता है, लेकिन कई बार ये तनावपूर्ण भी हो सकता है। खासकर जब कोई महिला मिर्गी जैसी बीमारी से पीड़ित हो। मिर्गी से पीड़ित महिलाओं को गर्भधारण करने के बाद कई तरह की अफवाहें सुनने को मिलती हैं, लेकिन सच्चाई नहीं होती है। आज हमारे सामने कई ऐसे मामले हैं जब मिर्गी से पीड़ित महिलाओं ने स्वस्थ और निरोग बच्चे को जन्म दिया है।" डॉक्टर के मुताबिक मिर्गी की बीमारी गर्भ में पलने वाले बच्चे को प्रभावित नहीं करती है। अगर किसी महिला के मन में इसको लेकर कोई सवाल है तो उसे अपने न्यूरोलॉजिस्ट या गायनाकॉलॉजिस्ट से बात करनी चाहिए।
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डॉ. जेडी मुखर्जी के मुताबिक कुछ मामलों में मां के मिर्गी का प्रभाव बच्चे पर भी पड़ सकता, इसलिए इससे बचाव करना बहुत जरूरी है। प्रेगनेंसी के दूसरे या तीसरे महीने के बाद अपने डॉक्टर से मिर्गी के दौरों को लेकर बातचीत करें।
प्रेगनेंसी के दौरान मिर्गी का दौरा पड़े तो क्या करें?
डॉक्टर का कहना है कि प्रेगनेंसी के दौरान अगर किसी महिला को मिर्गी का दौरा पड़े तो इसका परिणाम बहुत गंभीर हो सकता है। मिर्गी के दौरे में गर्भवती महिला पेट के बल भी गिर सकती है, जो गर्भपात का कारण बन सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान मिर्गी के दौरे न पड़े या मिर्गी के दौरों का असर गर्भ में पलने वाले बच्चे पर न पड़े इसके लिए अपने डॉक्टर से बातचीत करें।
मिर्गी से पीड़ित महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह के संक्रमण के संपर्क में आने से बचें।
- शराब, सिगरेट या किसी अन्य तरह के धूम्रपान से बचें।
- गर्भावस्था में पौष्टिक आहार खाएं और जूस का सेवन करें।
- अगर आप मिर्गी के दौरों से बचने के लिए किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसके लिए डॉक्टर की सलाह दें।
- किसी अन्य तरह की दवा या अन्य तरह की डाइट को फॉलो करने से पहले एक्सपर्ट से बात करें।
- मिर्गी के मरीज तनाव, देर रात तक जागने, अधिक टीवी देखने व तेज लाइटों से बचें।
- लंबे समय तक भूखे या प्यासे रहने से बचें।
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