आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में वर्किंग पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ पर्याप्त समय भी नहीं बिता पाते हैं। इस कारण बच्चों के फिजिकल डवलपमेंट पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है। शारीरिक विकास में पोषण, नींद, फिजिकल एक्टिविटी और इमोशनल सपोर्ट की अहम भूमिका होती है। लेकिन जब माता-पिता अधिकतर समय काम में बिजी रहते हैं, तो बच्चों का डेली रूटीन गड़बड़ हो सकता है। वे समय पर भोजन नहीं करते, सही पोषण नहीं मिलता, स्क्रीन टाइम बढ़ जाता है और फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। इसके अलावा, माता-पिता के साथ कम समय बिताने के कारण बच्चे मानसिक तनाव और असुरक्षा का अनुभव कर सकते हैं, जिसका असर उनकी ग्रोथ पर भी पड़ता है। इस लेख में डॉ. आकाश पंडिता डायरेक्टर चाइल्ड डेवलपमेंट स्पीच फिजियोथेरेपी और चाइल्ड साइकोलॉजी सेंटर मेदांता हॉस्पिटल , लखनऊ (Dr. Aakash Pandita, Director, Neonatology, Child Development, speech physiotherapy & child psychology Centre, Medanta Hospital, Lucknow) से जानिए, बच्चे के शारीरिक विकास को क्या प्रभावित करता है?
बच्चे के शारीरिक विकास को क्या प्रभावित करता है? - What Affects Physical Development In Children
1. आउटडोर एक्टिविटी की कमी
बच्चों की फिजिकल स्ट्रेंथ और विकास के लिए आउटडोर एक्टिविटी बेहद जरूरी है। खेलने-कूदने से बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं, मांसपेशियां बढ़ती हैं और शरीर में लचीलापन आता है। हालांकि, आजकल के बच्चों का अधिकांश समय घर के अंदर बितता है, जहां वे स्मार्टफोन, टीवी या कंप्यूटर पर खेलते हैं। इस कारण से बच्चों में शारीरिक विकास में कमी (What are the factors affecting the physical development of a child) आती है। बच्चों को रोजाना कम से कम 1 से 2 घंटे बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे उनका शारीरिक विकास होगा और मानसिक स्थिति भी बेहतर रहेगी।
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2. नींद की कमी
बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास नींद पर निर्भर करता है। जब बच्चा अच्छी नींद लेता है, तो उसके शरीर को ठीक से विकसित होने का समय मिलता है। नींद के दौरान हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे मांसपेशियों की बढ़ोतरी और हड्डियों का विकास होता है। लेकिन आजकल के बच्चों में नींद की कमी एक सामान्य समस्या बन गई है। यह मोबाइल, टेलीविजन या अन्य डिजिटल गैजेट्स के ज्यादा उपयोग के कारण हो रहा है। बच्चों को सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करने की आदत डालें। 6 से 12 साल के बच्चों के लिए 9 से 12 घंटे की नींद की सलाह दी जाती है।
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3. बैलेंस डाइट की कमी
शारीरिक विकास के लिए बच्चों को सही पोषण मिलना बेहद जरूरी है। बैलेंस डाइट में सभी जरूरी विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट का संतुलन होना चाहिए। बच्चों के शरीर को सही तरीके से विकसित करने के लिए फल, सब्जियां, दूध, मांस और अनाज की जरूरत होती है। लेकिन आजकल के बच्चों की डाइट में अधिकतर जंक फूड और शुगर होती है, जो उनके शारीरिक विकास में रुकावट डालती है। बच्चों की डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, दूध, अंडे और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर फूड्स शामिल करें। बच्चों को जंक फूड से दूर रखें और घर का बना हुआ खाना ज्यादा से ज्यादा दें।
4. ओवर स्क्रीन टाइम
आजकल बच्चों के पास स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य डिजिटल डिवाइस होते हैं और वे इनमें घंटों बिताते हैं। ओवर स्क्रीन टाइम बच्चों के शारीरिक विकास के लिए हानिकारक हो सकता है। स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से न केवल उनकी आंखों पर दबाव पड़ता है, बल्कि इससे बच्चों के फिजिकल एक्टिविटी में कमी आती है। लगातार स्क्रीन पर देखने से बच्चों की फिजिकल एक्टिविटीज कम हो जाती हैं, जिससे उनका मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। बच्चों को स्क्रीन टाइम को सीमित करने की आदत डालें। एक दिन में 1 से 2 घंटे से ज्यादा स्क्रीन टाइम न देने का प्रयास करें। इसके बजाय, बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी, खेल और अन्य एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करें।
5. वर्किंग पेरेंट्स से इमोशनल सपोर्ट न मिलना
वर्किंग पेरेंट्स के पास समय की कमी होती है और वे बच्चों को पर्याप्त इमोशनल सपोर्ट नहीं दे पाते हैं। यह बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत को प्रभावित करता है। जब बच्चों को उनके माता-पिता से इमोशनल सपोर्ट नहीं मिलता, तो वे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं, जो उनके शारीरिक विकास में रुकावट डालता है। बच्चों को प्यार, देखभाल और समय देने के लिए अपने शेड्यूल को थोड़ा बदलने का प्रयास करें। पेरेंट्स को बच्चों के साथ समय बिताने के लिए एक अच्छी दिनचर्या बनानी चाहिए, ताकि बच्चे इमोशनल रूप से सुरक्षित महसूस करें और उनका शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे से हो सके।
निष्कर्ष
बच्चों के शारीरिक विकास में इन पांच मुख्य कारणों का विशेष असर पड़ता है। माता-पिता को बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के प्रति जागरूक रहना चाहिए और उन्हें एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। सही डाइट, पर्याप्त नींद, आउटडोर एक्टिविटी और इमोशनल सपोर्ट बच्चों के शारीरिक विकास के लिए बहुत जरूरी हैं।
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