अल्सर एक ऐसी समस्या है जिसमें पेट और आंत की अंदरूनी दीवार पर घाव या छाले हो जाते हैं। अल्सर कई तरह के होते हैं और शरीर में जिस जगह ये होते हैं उसके आधार पर इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आमतौर पर पेट में अल्सर सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है। अल्सर के बारे में जानकारी (Ulcer Meaning in Hindi) की कमी से लोग आसानी से इस समस्या का शिकार हो जाते हैं। पेट में होने वाले अल्सर को गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric Ulcers) या पेप्टिक अल्सर के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्या में हमरे पेट और आंत की सतह पर घाव हो जाते हैं और यह एसिड आदि के दुष्प्रभावों की वजह से ज्यादातर लोगों में होते हैं। अल्सर कई कारणों से हो सकते हैं और हर व्यक्ति में अल्सर के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं अल्सर के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में।
पेट में अल्सर होने के कारण (Ulcer Causes in Hindi)
पेट में अल्सर होने के कारण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। नारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉ अभिषेक जैन के मुताबिक खानपान के अलावा शरीर की कुछ आंतरिक समस्याओं के कारण भी अल्सर की समस्या हो सकती है। आमतौर पर लोगों में अल्सर का कारण उनका खानपान होता है। ज्यादा मसालेदार, गर्म और खट्टी चीजों का सेवन करने से भी अल्सर की समस्या हो सकती है। खानपान के अलावा जीवनशैली और तनाव भी अल्सर के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। अल्सर के प्रमुख कारण इस प्रकार से हैं।
- पेट में एसिड का स्राव ज्यादा होना।
- अधिक मसालेदार और ऑयली चीजों का सेवन करना।
- शराब का अधिक सेवन करने के कारण।
- कैफीन और तंबाकू के अधिक सेवन से।
- तनाव या स्ट्रेस की वजह से।
- कुछ दवाओं के सेवन की वजह से।
- डायबिटीज की समस्या के कारण।
- आनुवांशिक कारणों से।
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पेट में अल्सर होने के लक्षण (Ulcer Symptoms in Hindi)
पेट में अल्सर के लक्षण हर मरीज में उसके कारण के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। शुरुआत में मरीजों को पेट में दर्द की समस्या हो सकती है जिसमके बाद धीरे-धीरे अन्य लक्षण भी दिखने शुरू हो जाते हैं। पेट में अल्सर होने पर मरीज के पेट में ऊपरी हिस्से में दर्द होता है। इसके अलावा अल्सर होने पर मरीज के पेट में जलन, दर्द और उल्टी की समस्या भी हो सकती है। पेट में अल्सर होने पर प्रमुख रूप से दिखाई देने वाले लक्षण इस प्रकार से हैं।
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- पेट में गंभीर दर्द खासतौर पर रात और सुबह के समय में।
- पेट में जलन या काटने जैसा महसूस होना।
- गंभीर होने पर उल्टी की समस्या।
- जी मिचलाना और भूख न लगना।
- अचानक वजन कम होना।
- खून की उल्टी होना।
- पेट में भारीपन।
- गैस और खट्टी डकार आना।
पेट में अल्सर का इलाज (Ulcer Treatment in Hindi)
पेट में अल्सर के इलाज के लिए मरीजों की सबसे पहले जांच की जाती है। पेट में अल्सर का इलाज करने से पहले डॉक्टर मरीज के लक्षण के आधार पर उनकी जांच करते हैं। कुछ मामलों में डॉक्टर मरीजों को एंडोस्कोपी (Endoscopy) या एक्स-रे टेस्ट (X-Ray) की सलाह देते हैं। इसके अलावा पेट में अल्सर की जांच के लिए मल परीक्षण (Stool Test), यूरिया ब्रेथ जांच और ब्लड टेस्ट का सहारा लिया जाता है। मरीजों में अल्सर की पुष्टि होने पर डॉक्टर उन्हें पेट में इन्फेक्शन और बैक्टीरिया आदि को खत्म करने के लिए दवाएं देते हैं। दवाओं के सेवन के अलावा मरीज को अधिक तला-भुना या मसालेदार भोजन न करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा अल्सर होने पर मरीजों को साफ पानी पीने की सलाह दी जाती है। शराब और धूम्रपान से दूरी भी पेट में अल्सर की समस्या में फायदेमंद है।
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पेट में अल्सर होने पर हर मरीज का इलाज अलग-अलग तरीके से किया जाता है। मरीजों को अल्सर के लक्षण दिखने पर सबसे पहले एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। किसी भी तरह की दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खानपान और जीवनशैली से जुड़ी आदतों में बदलाव करने से इस समस्या में लाभ मिलता है।
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