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कहीं आप भी तो नहीं सोते मुंह खोलकर, जानें इसके कारण और आयुर्वेदिक इलाज

सांस और नाक के रास्ते में होने वाली कुछ समस्याओं के कारण आपको मुंह खोलकर सोने की आदत हो सकती है, जिससे बचाव के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक टिप्स फॉलो कर सकते हैं?
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कहीं आप भी तो नहीं सोते मुंह खोलकर, जानें इसके कारण और आयुर्वेदिक इलाज


स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचाव के लिए किसी भी व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वे रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद पूरी करें। सुकून की नींद हेल्दी रहने के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन, सोने के दौरान कुछ ऐसी गलतियां होती है, जो आपके नींद में खलल के साथ आपके खराब स्वास्थ्य या कुछ हेल्थ प्रॉब्लम का कारण हो सकता है। कई लोगों रात को सोते समय मुंह खोलकर सोते हैं। मुंह खोलकर सांस लेने के कारण न सिर्फ आपका मुंह सूख जाता है, बल्कि ये कई स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में आइए आयुर्वेदिक डॉ. अपर्णा पद्मनाभन से जानते हैं कि मुंह खोलकर सोने के क्या कारण हैं? (What causes opening of mouth while sleeping) साथ ही ये भी जानने की कोशिश करेंगे कि मुंह खोलकर खाने की आदत कैसे दूर करें?

खुले मुंह से सोने के क्या कारण हैं?

खुले मुंह से सोना ऊपरी श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है और अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके सामान्य कारणों में शामिल हैं-

  • नाक के सेप्टम का गलत एलाइनमेंट, नाक से सांस लेना मुश्किल बनाता है, जिसके कारण आप मुंह खोलकर सांस लेते हैं।
  • नाक के रास्ते में बढ़ी हुई ब्लड वेसल्स, हड्डियां या टिशू एयरफ्लो में बाधा डाल सकते हैं, जिससे आप सोते समय सांस लेने के लिए मुंह खोलते हैं।
  • जीभ की गांठ, आपके जीभ की गति को बाधित कर सकती है, जिसके कारण मुंह खोलकर खोने की आदत पड़ सकती है।
  • स्लीप एपनिया, (एक नींद संबंधी विकार) के कारण भी सांस बार-बार रुकती और शुरू होती है, जिससे अक्सर मुंह से सांस लेने की समस्या होती है।

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मुंह बंद करके सोने में आयुर्वेद कैसे मदद करता है?

आयुर्वेद में हर्बल उपचार ऊपरी श्वसन पथ को आराम देते हैं, नाक के रास्ते में होने वाली रुकावटों को कम करता है, जिससे आपके मुंह खोलकर सोने की आदत कम होती हैं। इसके साथ सीने में जमे बलगम को बाहर निकालने के लिए भाप लेने जैसी आयुर्वेदिक उपाय (How to stop mouth opening while sleeping) भी इसमें काफी फायदेमंद होता है, जो बलगम को साफ करने में मदद करता है। साथ ही, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और टॉनिक श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और बार-बार होने वाले इंफेक्शन को रोकते हैं।

Causes Of Open Mouth Sleeping

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मुंह खोलकर खाने की आदत कैसे दूर करें?

  • कर्पूरवल्ली- भारतीय बोरेज के पत्तों को तवे पर गर्म करें, 1 चम्मच जूस निकालें और शहद या रॉक शुगर के साथ मिलाकर रोजाना सेवन करें, इससे सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है।
  • धूमपान- इसे हर्बल स्मोक भी कहते हैं, नाक के रास्ते में होने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए आप दिन में दो बार हर्बल स्मोक लें सकते हैं।
  • भाप लेना- भाप लेने के लिए गर्म पानी में नीलगिरी या पुदीने तेल मिलाएं। यह वायुमार्ग को खोलने और कंजेशन को कम करने में मदद करता है।
  • हल्दी और अदरक वाला दूध- दूध में ¼ चम्मच हल्दी और ½ इंच पिसा हुआ अदरक उबालें और रोजाना इसे पिएं। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने और श्वसन को बेहतर बनाने में मदद करता है।

 

 

 

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मुंह खोलकर सोने की आदत कई समस्याओं के कारण हो सकती है, लेकिन इस आदत को दूर करने के लिए आप इन आयुर्वेदिक उपायों को अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
Image Credit: Freepik

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