ग्रीन टी को आजकल लोग हेल्दी ड्रिंक मानकर अपनी डाइट का हिस्सा बना रहे हैं। वजन कम करने, मेटाबॉलिज्म सुधारने और बॉडी डिटॉक्स के लिए ग्रीन टी को सबसे फायदेमंद ड्रिंक के रूप में बताया किया जाता है। यही वजह है कि सुबह की चाय या कॉफी की जगह अब कई लोग ग्रीन टी को अपनाने लगे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह हेल्दी मानी जाने वाली ग्रीन टी अगर रोजाना ज्यादा मात्रा में पी जाए तो यह आपके शरीर के लिए नुकसानदेह (green tea peene ke nuksan) भी हो सकती है? ग्रीन टी में मौजूद कैफीन और कुछ अन्य तत्व सीमित मात्रा में तो फायदेमंद हैं, लेकिन इनका ज्यादा सेवन सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इस लेख में जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, रोजाना ग्रीन टी पीने के नुकसान क्या हैं?
रोजाना ग्रीन टी पीने के नुकसान - Side Effects Of Drinking Green Tea Daily
1. आयरन की कमी को बढ़ा सकती है ग्रीन टी
जिन लोगों के शरीर में पहले से ही आयरन की कमी होती है, उनके लिए ग्रीन टी नुकसानदेह साबित हो सकती है। ग्रीन टी शरीर में आयरन के अवशोषण (Absorption) को कम कर देती है। यानी भोजन से मिलने वाला आयरन सही तरीके से खून तक नहीं पहुंच पाता, जिससे एनीमिया की समस्या और गंभीर हो सकती है। लंबे समय तक इसका असर थकान, कमजोरी और बाल झड़ने जैसी दिक्कतों के रूप में सामने आ सकता है। स्टडी में भी ये बात साबित हो चुकी है।
2. बेचैनी और अनिद्रा
ग्रीन टी में कैफीन पाया जाता है, जो एनर्जी देने के साथ-साथ कुछ लोगों में बेचैनी (Anxiety), घबराहट और नींद की कमी (Insomnia) पैदा कर सकता है। अगर इसे दिन में कई कप पिया जाए तो कैफीन का असर नर्वस सिस्टम पर पड़ता है और दिल की धड़कन तेज हो सकती है। खासकर रात को ग्रीन टी पीने से नींद का पैटर्न बिगड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें: क्या ग्रीन टी पीने के बाद आपको भी आती है नींद? एक्सपर्ट से जानें ये कितना सच
3. हड्डियों पर असर
ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी पीना कैल्शियम की कमी कर सकता है। ग्रीन टी में मौजूद कुछ यौगिक शरीर से कैल्शियम के बाहर निकलने की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। लंबे समय तक ऐसा होने पर हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी समस्या का खतरा बढ़ सकता है।
4. किडनी और लिवर पर दबाव
ग्रीन टी को डिटॉक्स ड्रिंक माना जाता है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन किडनी और लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है। इसमें मौजूद तत्व जब जरूरत से ज्यादा शरीर में जमा होते हैं, तो यह लिवर इंफ्लेमेशन और किडनी फंक्शन को प्रभावित कर सकते हैं। जो लोग पहले से लिवर या किडनी से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें ग्रीन टी का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: ग्रीन टी या हिबिस्कस टी: सेहत के लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है? जानें एक्सपर्ट से
5. ब्लड थिनर और ब्लड प्रेशर मेडिसिन पर असर
ग्रीन टी का एक और बड़ा साइड इफेक्ट यह है कि यह कुछ दवाइयों के असर को कम कर सकती है। खासकर जो लोग ब्लड थिनर या ब्लड प्रेशर कंट्रोल मेडिसिन लेते हैं, उनमें ग्रीन टी दवाओं की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है। इससे ब्लड क्लॉटिंग, अचानक ब्लीडिंग या ब्लड प्रेशर में असामान्य बदलाव का खतरा बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
ग्रीन टी हेल्दी ड्रिंक है, लेकिन केवल तब जब इसे सही मात्रा और सही तरीके से पिया जाए। इसका अधिक सेवन शरीर में पोषण की कमी, बेचैनी, हड्डियों की कमजोरी, लिवर-किडनी पर दबाव और दवाओं पर विपरीत असर डाल सकता है। इसलिए अगर आप रोजाना ग्रीन टी पीते हैं तो इसकी मात्रा सीमित रखें और किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
All Images Credit- Freepik