आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हार्ट हेल्थ सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। अनहेल्दी डाइट, फास्ट फूड का बढ़ता चलन, तनाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण लोगों में कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से बढ़ रहा है। कोलेस्ट्रॉल शरीर में पाया जाने वाला फैट जैसा तत्व है, जो हार्मोन बनाने और कोशिकाओं को हेल्दी रखने में मदद करता है। लेकिन जब यह बढ़कर असंतुलित हो जाता है तो दिल की धमनियों में जमाव (प्लाक) बनाने लगता है, जो धीरे-धीरे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का बड़ा कारण बन सकता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए लोग अब अपने खान-पान में बदलाव कर रहे हैं और हेल्दी विकल्प तलाश रहे हैं। ग्रीन टी ऐसी ही एक ड्रिंक है, जो न केवल वजन घटाने में मददगार मानी जाती है बल्कि इसका नियमित सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। इस लेख में जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, कोलेस्ट्रॉल के लिए ग्रीन टी के फायदे क्या हैं?
कोलेस्ट्रॉल के लिए ग्रीन टी के फायदे - Green Tea Benefits For Cholesterol
शरीर में कोलेस्ट्रॉल जब जरूरत से ज्यादा हो जाए तो धमनियों में प्लाक बनने लगता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoids) ऐसे बायोएक्टिव कंपाउंड हैं जो लिपिड्स यानी फैट के अवशोषण को कम करते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म को तेज करके फैट बर्न करने में मदद करती है, जिससे शरीर में फैट और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल रहता है।
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- ग्रीन टी का सेवन शरीर से अतिरिक्त खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करता है।
- यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को नुकसान नहीं पहुंचाती बल्कि उसे संतुलित बनाए रखती है।
- ग्रीन टी में मौजूद गुण ट्राइग्लिसराइड लेवल कम करते हैं।
- कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहने से धमनियों में ब्लॉकेज की संभावना घटती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
- ग्रीन टी फैटी लिवर की समस्या को कम करने में भी सहायक है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
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रिसर्च क्या कहती है?
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जिन लोगों ने ग्रीन टी का नियमित सेवन किया, उनके एलडीएल कोलेस्ट्रॉल स्तर में कमी देखी गई। ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स धमनियों को फ्लेक्सिबल रखते हैं और ब्लॉकेज बनने से रोकते हैं।
ग्रीन टी पीने का सही तरीका
- ग्रीन टी को खाली पेट बिलकुल न पिएं, इससे गैस्ट्रिक समस्या हो सकती है।
- इसे सुबह नाश्ते के बाद और शाम को हल्के नाश्ते के साथ लेना सबसे अच्छा माना जाता है।
- दिन में 1 से 2 कप ग्रीन टी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रखने के लिए पर्याप्त है।
- इसमें शक्कर न डालें। चाहें तो थोड़ा शहद या नींबू मिला सकते हैं।
- उबालने के बाद पानी में ग्रीन टी बैग को 2-3 मिनट से ज्यादा न छोड़ें।
निष्कर्ष
आजकल कोलेस्ट्रॉल की समस्या हर उम्र के लोगों में बढ़ती जा रही है। यह दिल की बीमारियों का बड़ा रिस्क फैक्टर है, ऐसे में प्राकृतिक और आसान उपायों में से एक है ग्रीन टी। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स न केवल कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद करते हैं बल्कि संपूर्ण हार्ट हेल्थ को भी बेहतर बनाते हैं। सही डाइट, एक्सरसाइज और नियमित जांच के साथ अगर आप रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी पीते हैं तो यह दिल की बीमारियों से बचाव में भूमिका निभा सकती है।
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