Side Effects Of Breastfeeding While Lying Down: बच्चा जब जन्म लेता है, तो उसे सबसे पहले मां का दूध पिलाया जाता है, क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य और शारीरिक विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है। शिशु को कम से कम 6 महीने तक सिर्फ मां का दूध पिलाने की सलाह ही दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, जितना जरूरी एक मां के लिए दूध पिलाना होता है, उतना ही जरूरी यह भी होता है कि वह हमेशा सही पोजीशन में बच्चे को स्तनपान कराएं। क्योंकि गलत तरीके से स्तनपान कराने से शिशु को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। अक्सर हम देखते हैं कि कुछ महिलाएं बच्चे को लेटकर या साइड में लिटाकर करवट लेकर दूध पिलाती हैं, जबकि स्तनपान कराने का यह तरीका पूरी तरह से गलत है। यह आपके बच्चे को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। बच्चे को लेटकर दूध पिलाने के नुकसान और स्तनपान कराने का सही तरीका जानने के लिए हमने सीनियर स्त्री रोग विशेषज्ञ, लेप्रोस्कोपिक सर्जन और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. वैशाली शर्मा से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
बच्चे को लेटकर दूध पिलाने के नुकसान- Side Effects Of Breastfeeding While Lying Down In Hindi
डॉ. वैशाली शर्मा के अनुसार, "बच्चे को लेटकर दूध पिलाने के कई नुकसान देखने को मिल सकते हैं। जब एक मां अपने बच्चे को लेटकर दूध पिलाती है, तो इस तरह दूध पिलाने से दूध उसकी सांस की नली में जा सकता है। इससे उसे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। स्थिति गंभीर होने पर शिशु की त्वचा नीली पड़ सकती है, इसकी वजह से बच्चे को चोकिंग भी हो सकती है। पर्याप्त सांस न मिलने पर कई बार बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है। यह एक बच्चे के लिए लाइफ थ्रेटनिंग भी हो सकता है।
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बच्चे को दूध पिलाने का सही तरीका क्या है- Right Way To Breastfeed Newborn Baby In Hindi
डॉ. वैशाली शर्मा के अनुसार, "हमेशा यह सलाह दी जाती है कि आप बच्चों को हमेशा सही पोजीशन में दूध पिलाएं। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप बच्चे को हमेशा बैठकर दूध पिलाएं। आप पालती मारकर बैठ सकते हैं, पैरों पर तकिया लगाकर बैठ सकते हैं। इससे बच्चे को स्तनों के स्तर तक लाने में मदद मिलती है। बच्चे को आराम से स्तनों तक ले जाएं और उसे उसी पोजीशन में दूध पिलाएं। इसके अलावा, हमेशा ध्यान रखें कि आपको बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे डकार जरूर दिलानी चाहिए, जिससे कि उसके पेट में गैस न बें और उसे बार-बार हिचकियां न आएं।"
(With Inputs: Dr. Vaishali Sharma - Senior Gynaecologist, Laparoscopic Surgeon & Fertility Specialist (MD-AIIMS, New Delhi), COAG (Harvard), DSAGE (Germany), RCOG Associate (London)
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