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क्या मेनोपॉज में सेक्स करने से ब्लीडिंग हो सकती है? मानें डॉक्टर की बात

मेनोपॉज में सेक्स करने से ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है, लेकिन सबके साथ ऐसा हो, यह जरूरी नहीं है। हालांकि, यह सवाल जरूर उठता है कि ऐसा क्यों होता है? जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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क्या मेनोपॉज में सेक्स करने से ब्लीडिंग हो सकती है? मानें डॉक्टर की बात


Can Having Sex After Menopause Cause Bleeding: मेनोपॉज वह अवस्था होती है, जब महिलाओं के पीरियड्स पूरी तरह बंद हो जाते हैं। इसके बाद, उनके रिप्रोडक्टिव ऑर्गन पूरी तरह से काम करना बंद कर देते हैं। आपको बता दें कि यह एक नेचुरल प्रक्रिया है, इसे रोका नहीं जा सकता है। हालांकि, मेनोपॉज होने से पहले महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे हॉट फ्लैशेज, जोड़ों में दर्द, कमजोर इम्यूनिटी आदि। तमाम विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए। उन्हें ऐसी कोई चीज नहीं करनी चाहिए, जिसका उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है? इसी वजह से कई महिलाएं न सिर्फ अपनी डाइट और लाइफस्टाइल का ध्यान रखती हैं, बल्कि अपनी सेक्सुअल लाइफ को लेकर भी कॉन्शस रहती हैं। असल में कई महिलाओं को लगता है कि मेनोपॉज में यौन संबंध बनाने ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए, वे इन दिनों सेक्सुअल रिलेशनशिन नहीं बनाती हैं। सवाल है, क्या वाकई ऐसा होता है? आइए, जानते हैं इस बारे में नोएडा सेक्टर 71 में स्थित कैलाश हॉस्पिटल में Sr Consultant Obs and Gynaecology डॉ. नीलम बेनारा क्या कहते हैं।

क्या मेनोपॉज के बाद सेक्स करने से ब्लीडिंग हो सकती है?

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मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर तेजी से कम होने लगता है। इसकी वजह से उन्हें कई तरह परेशानियां होने लगती हैं। विशेषकर, हार्मोन के स्तर में कमी आती है। ध्यान रखें कि जब महिलाओं के शरीर में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं, तो ऐसे में महिलाओं को वजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। अब जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या मेनोपॉज के बाद सेक्स करने से ब्लीडिंग हो सकती है? इस पर डॉक्टर का कहना है, "यह सच है कि मेनोपॉज के बाद यौन संबंध बनाने से ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। ऐसा वजाइनल ड्राइनेस के कारण होती है। दरअसल, जब एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, तो महिलाओं में लिबिडो की कमी होने लगती है, ऐसे में यौन संबंध बनाते हुए दर्द और ब्लीडिंग जैसी समस्या हो सकती है।"

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मेनोपॉज के बाद संबंध बनाते हुए ब्लीडिंग के कारण

वजाइनल टिश्यूज का पतलापनः एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आती है, तो इसकी वजह से महिलाओं में न सिर्फ योनि में ड्राइनेस आने लगती है। इसके साथ-साथ व जाइनल टिश्यूज भी पतली यानी थिन हो जाती है। ऐसी स्थिति में यौन संबंध बनाने के कारण वजाइनल टिश्यूज टियर हो सकती हैं, जिससे ब्लीडिंग का रिस्क भी बढ़ जाता है।

गांठ के कारणः अगर मेनोपॉज के बाद महिलाओं के यूट्रस या सर्विक्स में गांठ यानी पॉलिप हो गया है, तो भी उन्हें शारीरिक संबंध बनाने की वजह से ब्लीडिंग और दर्द की समस्या हो सकती है।

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मेनोपॉज के बाद यौन संबंध बनाते हुए ब्लीडिंग हो तो क्या करें?

अगर मेनोपॉज के बाद यौन संबंध बनाते हुए ब्लीडिंग की समस्या हो, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है। ध्यान रखें कि मेनोपॉज के बाद सिर्फ वजाइनल ड्राइनेस की वजह से ब्लीडिंग नहीं होती है। इसके पीछे कई मेडिकल कंडीशन भी जिम्मेदार हो सकते हैं। इसमें सर्वाइकल कैंसर या इंफेक्शन जैसी परेशानियां भी शामिल हैं।

निष्कर्ष

कई महिलाओं को लगता है कि मेनोपॉज के बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रह जाती है। जबकि, ऐसा नहीं है। मेनोपॅज के बाद महिलाएं नॉर्मल लाइफ जी सकती हैं और उनके अंतरंग संबंध भी सामान्य बने रह सकते हैं। हालांकि, हार्मोनल बदलाव की वजह से कुछ समस्याएं होती हैं। सही लाइफस्टाइल और डाइट फॉलो करके अपनी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। मेनोपॉज के बाद यौन संबंध बनाने पर हो रही ब्लीडिंग भी ऐसी ही समस्या है। अगर किसी को ऐसी प्रॉब्लम हो रही है, तो उन्हें डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • क्या मेनोपॉज में हैवी ब्लीडिंग होती है?

    मेनोपॉज के बाद हैवी ब्लीडिंग नहीं होती है। अगर किसी के साथ ऐसा होता है, तो यह सही संकेत नहीं है। इस स्थिति में महिलाओं को तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज करवाना चाहिए।
  • क्या मेनोपॉज के 3 साल बाद पीरियड्स आना नॉर्मल है?

    मेनोपॉज के बाद 3 साल बाद पीरियड्स होना बिल्कुल नॉर्मल नहीं है। इस तरह की स्थिति को नजरअंदाज करना सही नहीं है। यह किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा करता है। यह बीमारी गर्भाशय या सर्विक्स से संबंधित हो सकती है।
  • मेनोपॉज कितने साल तक चलता है?

    मेनोपॉज की प्रक्रिया हर महिला के लिए अलग होती है। मेनोपॉज से पहली वाली अवधि को पेरिमेनोपॉज कहा जाता है, जो कि 4 से 8 साल तक चल सकता है। मेनोपॉज का अंतिम चरण तब होता है, जब एक महिला को लगातार 12 महीनों तक पीरियड्स नहीं होते हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 29, 2025 15:56 IST

    Published By : Meera Tagore

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