क्या मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

मेनोपॉज के बाद भी ब्लीडिंग हो रही है तो इसके होने की वजह जान लेना बहुत जरूरी है ताकि किसी गंभीर बीमारी की चपेट में न आएं।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Jan 27, 2023 17:44 IST
क्या मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

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पोस्टमेनोपॉजल ब्लीडिंग, मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के बाद होती है। मेनोपॉज एक महिला के जीवन (51 वर्ष की आयु के आसपास) में एक चरण है, जब महिला के शरीर में प्रजनन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है। इस वजह से उनके मासिक धर्म बंद हो जाते हैं। किसी महिला के आखिरी मासिक धर्म के एक वर्ष से अधिक समय बाद योनि से रक्तस्राव या स्पॉटिंग हो रही है, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि ऐसा होना सामान्य नहीं होता है। चिकित्सकीय भाषा में इसे पोस्टमेनोपॉजल ब्लीडिंग कहा जाता है। ऐसा होने पर आपको तुंरत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपना ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। 

पोस्टमेनोपॉजल रक्तस्राव आमतौर पर स्त्रीरोग संबंधी स्थितियों जैसे एंडोमेट्रियल पॉलीप्स के कारण होता है। लेकिन करीब दस फीसदी महिलाओं के लिए मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना गर्भाशय के कैंसर (एंडोमेट्रियल कैंसर) का संकेत है। गर्भाशय का कैंसर प्रजनन कैंसर का सबसे आम प्रकार है। यदि आप मेनोपॉज के बाद किसी भी तरह का रक्तस्राव का अनुभव करते हैं तो अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हो जाएं। इस लेख में मौजूद है मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग के कारण और उपचार से संबंधित जानकारियां।

bleeding during menopause

पोस्टमेनोपॉजल रक्तस्राव होने की अधिक संभावना किसे है?

मेनोपॉज के बाद किसी को भी योनि से रक्तस्राव हो सकता है, विशेषकर पेरिमेनोपॉज के दौरान। पेरीमेनोपॉज, रजोनिवृत्ति तक पहुंचने वाला समय, आमतौर पर 40 और 50 की उम्र के बीच होता है। यह वह चरण है जब एक महिला के हार्मोन का स्तर में बहुत ज्यादा बदलाव होने लगते हैं। 

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मेनोपॉज के बाद क्यों होती है ब्लीडिंग

मेनोपॉज के दौरान बलीडिंग होने की कई मेडिकल कंडीशंस हो सकती हैं। जैसे-

एंडोमेट्रियल हाइपरप्लासिया

जिन महिलाओं में एंडोमेट्रियम काफी मोटा हो जाता है, तब यह बीमारी होती है। यह समस्या आमतौर पर तब होती है जब महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन का स्तर कम और एस्ट्रोजन की अधिकता होती है। एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने से एंडोमेट्रियल हाइपरप्लासिया होने की आशंका बढ़ जाती है। इस बीमारी का समय रहते इलाज करवाना जरूरी है। ऐसा न किए जाने पर यह समस्या गर्भाशय के कैंसर का कारण बन सकती है।

एंडोमेट्रियल कैंसर

मेनोपॉज के बाद असामान्य ब्लीडिंग का यह भी एक कारण है। यह समस्या होने पर महिलाओं को बहुत पहले से ही अनुभव होने लगता है। स्वास्थ्य में समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए असामान्य ब्लीडिंग होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाएं। 

सर्वाइकल कैंसर

कभी-कभी सर्वाइकल कैंसर होने के शुरुआती लक्षण के दौरान अनियमित ब्लीडिंग होने लगती है। हालांकि ऐसा रेयर मामलों में देखा जाता है। जांच के दौरान डॉक्टर इसकी बढ़ी कोशिकाओं की पहचान कर इस कैंसर का पता लगा सकते हैं।

ब्लीडिंग के साथ अन्य लक्षण

मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना अपने आप में किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है। इसके साथ ही अगर महिला को कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे तो उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं करनी चाहिए जैसे यूटीआई होना, सेक्स की चाह में कमी आना, नींद की कमी होना, एकाएक वजन का बढ़ना, वैजाइनल ड्राईनेस होना आदि। 

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मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग बंद करने के लिए ट्रीटमेंट

मेनोपॉज की सटीक वजह को जानकर स्त्री रोग विशेषज्ञ ट्रीटमेंट करते हैं। जैसे अगर आपको किसी प्रकार के कैंसर के कारण ब्लीडिंग हो रही है तो इसकी सर्जरी और दवाओं की मदद से ट्रीटटमेंट किया जाएगा। जरूरत अनुसार डॉक्टर्स आपको एंटीबायोटिक्स टैबलेट दे सकते हैं। अगर किसी प्रकार के इंफेक्शन के कारण ऐसा हो रहा है तो इंफेक्शन ठीक करने की दवा दी जा सकती है। इन दवाओं को आपको डॉक्अर के परामर्श अनुंसार नियमित रूप से लेनी है। इससे आपकी स्थिति में सुधार होने लगेगा।

यहां दी गई जानकारी निश्चित तौर पर आपको किसी गंभीर बीमारी से बचा सकती है। इसलिए ब्लीडिंग के साथ साथ कोई भी अन्य लक्षण दिखते ही तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और अपना प्रॉपर इलाज करवाएं।

image source : freepik

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