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महिलाओं के लिए लाभकारी है सर्पगंधा, आयुर्वेदाचार्य से जानें फायदे और उपयोग का तरीका

आज के समय में महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे अनिद्रा, तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, थकावट, हार्मोनल असंतुलन और मानसिक अशांति। यहां जानिए, महिलाओं के लिए सर्पगंधा के फायदे।
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महिलाओं के लिए लाभकारी है सर्पगंधा, आयुर्वेदाचार्य से जानें फायदे और उपयोग का तरीका


आज के समय में वर्किंग कल्चर, मल्टीटास्किंग जिम्मेदारियां और मानसिक तनाव ने महिलाओं की दिनचर्या को पूरी तरह बदल दिया है। सुबह से लेकर रात तक ऑफिस, घर और परिवार की जिम्मेदारियां निभाते हुए महिलाएं अक्सर खुद की सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं। इसका सीधा असर उनकी नींद, मानसिक शांति और हार्मोनल संतुलन पर पड़ता है। अक्सर महिलाएं शिकायत करती हैं कि उन्हें रात को नींद नहीं आती, हर समय थकान महसूस होती है या छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन होने लगता है। कई बार बिना किसी बड़ी बीमारी के भी मन अशांत और शरीर कमजोर लगने लगता है। ऐसे में आयुर्वेद में बताई गई कुछ औषधियां बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं, जिनमें एक प्रमुख नाम है सर्पगंधा। इस लेख में नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी से जानिए, महिलाओं के लिए सर्पगंधा के फायदे और उपयोग।

महिलाओं के लिए सर्पगंधा के फायदे - Sarpgandha Benefits For Women

1. अनिद्रा की समस्या में फायदेमंद

सर्पगंधा का सबसे प्रमुख उपयोग अनिद्रा को दूर करने के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क को शांत करती है और नींद को बेहतर करती है। जिन महिलाओं को रातभर नींद नहीं आती, बार-बार नींद टूटती है या नींद पूरी न होने के कारण थकावट रहती है, उनके लिए यह औषधि रामबाण हो सकती है। रात को सोने से पहले 1 ग्राम सर्पगंधा चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।

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2. हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे

महिलाओं में बदलती लाइफस्टाइल, तनाव और हार्मोनल असंतुलन के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। सर्पगंधा की जड़ में एक यौगिक पाया जाता है जो रक्तचाप को कम करने यानी ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है। यह न केवल बीपी कंट्रोल करता है बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को भी संतुलित करता है, जिससे दिल की सेहत सुधरती है।

3. तनाव और डिप्रेशन में राहत

महिलाएं भावनात्मक रूप से ज्यादा संवेदनशील होती हैं और लंबे समय तक तनाव उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकता है। सर्पगंधा नर्व टॉनिक की तरह काम करती है और डिप्रेशन के लक्षणों जैसे बेचैनी, घबराहट, चिड़चिड़ापन और मानसिक थकावट को दूर करने में मदद करती है। यह मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर संतुलन को सुधारती है, जिससे मूड बेहतर होता है और मानसिक ऊर्जा मिलती है।

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Sarpgandha Benefits

4. हार्मोनल असंतुलन में सहायक

पीरियड्स की अनियमितता, पीसीओडी और मेनोपॉज के दौरान होने वाले मूड स्विंग्स जैसी समस्याओं में भी सर्पगंधा उपयोगी साबित हो सकती है। इसका शांत करने वाला गुण हार्मोनल असंतुलन से जुड़े मानसिक लक्षणों को कम करने में मदद करता है। हालांकि, हार्मोनल स्थितियों में सर्पगंधा का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए।

5. माइग्रेन और सिरदर्द में उपयोगी

महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या आम है। सर्पगंधा ब्लड वेसल्स को शांत करती है और माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करती है।

सावधानियां

  • यह औषधि ब्लड प्रेशर को कम करती है, इसलिए लो बीपी वालों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसका प्रयोग चिकित्सकीय परामर्श के बिना नहीं करना चाहिए।
  • लंबे समय तक उपयोग से शरीर में सुस्ती या अत्यधिक नींद जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

निष्कर्ष

मॉडर्न लाइफस्टाइल में नींद की कमी, तनाव और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं महिलाओं की सेहत को धीरे-धीरे प्रभावित करती हैं। ऐसे में सर्पगंधा जैसी आयुर्वेदिक औषधि एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प हो सकती है। डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, 1 से 2 ग्राम सर्पगंधा पाउडर का नियमित और सीमित उपयोग महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है।लेकिन ध्यान रहे कि आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन बिना विशेषज्ञ की सलाह के न करें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • नींद की कमी के लक्षण

    नींद की कमी के कई लक्षण होते हैं जो शरीर और मन दोनों पर प्रभाव डालते हैं। सबसे आम लक्षणों में थकान, ध्यान केंद्रित न कर पाना, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग, याददाश्त कमजोर होना और एनर्जी की कमी शामिल हैं। इसके अलावा, नींद पूरी न होने पर हार्ट रेट तेज होना, सिरदर्द, आंखों के नीचे काले घेरे और त्वचा का बेजान दिखना भी आम है। लंबे समय तक नींद की कमी से तनाव, डिप्रेशन और कमजोर इम्यूनिटी जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।
  • नींद न पूरी होने के नुकसान

    नींद न पूरी होने से शरीर और मस्तिष्क दोनों पर गंभीर नुकसान होते हैं। इससे थकान, ध्यान की कमी और याददाश्त कमजोर हो जाती है। मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ता है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा होता है। नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है, जैसे तनाव, चिंता और डिप्रेशन। लंबे समय तक नींद न पूरी होने से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
  • बीपी बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?

    बीपी यानी ब्लड प्रेशर बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख हैं गलत खान-पान, तनाव और लाइफस्टाइल। अधिक नमक और ऑयली भोजन का सेवन, जंक फूड, शराब और धूम्रपान बीपी बढ़ाने वाले मुख्य कारण हैं। साथ ही, लगातार मानसिक तनाव, अनियमित नींद और फिजिकल एक्टिविटी की कमी भी ब्लड प्रेशर बढ़ाने में योगदान देती है। इसलिए सही खान-पान, नियमित एक्सरसाइज और तनाव कंट्रोल से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखा जा सकता है।

 

 

 

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