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क्या स्मोकिंग की लत के कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें

काम के बढ़ते घंटे और करियर को लोगों को अक्सर स्ट्रेस रहता है। यह आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है। लेकिन, क्या आपको मालूम है कि सिगेटर पीने की लत भी आपकी नींद को प्रभावित कर सकती है?
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क्या स्मोकिंग की लत के कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें


आज के दौर में युवाओं में सिगरेट पीने की आदत बढ़ती जा रही है। सिगरेट पीना फेफड़ों के लिए हानिकारक होता है। लेकिन, यह आदत आपकी नींद को भी प्रभावित कर सकती है। सिगरेट पीने वाले युवाओं और व्यस्कों को रेगूलर सिगरेट पीने की वजह से रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि स्मोकिंग के प्रभाव शुरुआती दौर में दिखाई नहीं देते हैं। लेकिन, जब आप इस आदत को लंबे समय तक बनाए रखते हैं तो इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं उभर सकती है। सिगरेट पीने के कारण कुछ लोगों की इम्यूनिटी पावर कमजोर होने लगती है। साथ ही, यह स्ट्रेस के स्तर को बढ़ाने में भी मदद कर सकती है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. एस पी सिंह से जानते हैं कि क्या सिगरेट पीने से अनिद्रा या नींद न आने की समस्या हो सकती है? 

स्मोकिंग से अनिद्रा का क्या संबंध होता है? - Connection Between Smoking And Insomnia In Hindi 

एनसीबीआई की स्टडी के अनुसार धूम्रपान करने वालों के शरीर में निकोटीन (Nicotine) नामक केमिकल की मात्रा बढ़ जाती है। निकोटीन एक शक्तिशाली स्टिमुलेंट (उत्तेजक) होता है, जो ब्रेन को सक्रिय कर देता है। जब शरीर में यह केमिकल अधिक मात्रा में मौजूद होता है, तो व्यक्ति को आराम महसूस नहीं होता, जिससे नींद में बाधा आती है।

नींद की क्वालिटी में गिरावट 

निकोटीन का असर ब्रेन की नींद से जुड़ी गतिविधियों पर पड़ता है। इससे नींद की गहराई (deep sleep) कम हो जाती है, और व्यक्ति बार-बार रात को जागता है। ऐसे में व्यक्ति को भले ही नींद का समय पूरा लगे, लेकिन व्यक्ति थकावट और चिड़चिड़ापन बना रहता है। 

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नींद में देरी (Delayed Sleep Onset)

जो लोग धूम्रपान करते हैं, उन्हें सोने में अधिक समय लगता है। इसका कारण निकोटीन की उत्तेजक प्रवृत्ति है, जो मस्तिष्क को शांत होने नहीं देती। ऐसे में व्यक्ति का ब्रेन एक्टिव बना रहता है। 

नींद के दौरान बार-बार उठना

रात को निकोटीन का स्तर गिरने लगता है, जिससे शरीर निकोटीन की मांग बढ़ जाती है। यह क्रेविंग व्यक्ति को नींद से जगा देती है, और नींद बाधित हो जाती है।

रात्रिकालीन निकोटीन विदड्रॉअल (Night Withdrawal)

जो लोग नियमित रूप से स्मोकिंग करते हैं, उन्हें रात को निकोटीन न मिलने से कुछ लक्षण जैसे बेचैनी, पसीना, बेचैन नींद आदि महसूस हो सकते हैं। 

स्मोकिंग छोड़ने पर क्या अनिद्रा की समस्या ठीक हो सकती है?

धूम्रपान छोड़ने के शुरुआती दिनों में नींद से संबंधित कुछ समस्याएं जैसे बेचैनी, रात को बार-बार जागना या सपने आने की परेशानी हो सकती है। लेकिन जैसे-जैसे शरीर निकोटीन से मुक्त होता है, मस्तिष्क की नींद से जुड़ी क्रियाएं सामान्य होने लगती हैं।

इसे भी पढ़ें: स्मोकिंग छोड़ने से शरीर पर क्या असर पड़ता है? जानें कैसे करें मैनेज

Can Smoking Addiction Cause Insomnia In Hindi: साफ है कि स्मोकिंग की लत अनिद्रा की समस्या को जन्म दे सकती है। निकोटीन मस्तिष्क की उन प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है जो नींद लाने में सहायक होती हैं। यदि आप भी अच्छी नींद चाहते हैं, तो सबसे पहला कदम धूम्रपान की आदत को छोड़ना होना चाहिए। इससे न केवल आपकी नींद सुधरेगी, बल्कि आपका पूरा स्वास्थ्य बेहतर होगा।

FAQ

  • सिगरेट पीने से क्या दिक्कत होती है?

    सिगरेट में मौजूद निकोटीन आपके मस्तिष्क पर काम करता है और एक आरामदायक, सुखद एहसास पैदा करता है, जिससे इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है। लेकिन तम्बाकू धूम्रपान करने से आपको कैंसर, स्ट्रोक, दिल का दौरा, फेफड़ों की बीमारी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा होता है।
  • सिगरेट पीने से फेफड़ों में क्या होता है?

    सिगरेट का धुआं फेफड़ों में मौजूद वायुमार्गों और टिश्यूज को नुकसान पहुंचाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, खांसी, और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। 
  • क्या धूम्रपान से हार्ट से संबंधित बीमारी हो सकती है?

    धूम्रपान करने से हार्ट से संबंधित बीमारी होने का जोखिम बढ़ जाता है। धूम्रपान की वजह से नसों में प्लाक बनने की समस्या हो सकती है, जो हार्ट के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है।

 

 

 

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