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क्रोनिक डिजीज में रोज करें मेडिटेशन, एक्सपर्ट से जानें क्यों है फायदेमंद

रोज मेडिटेशन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं में राहत मिलती है। जानें मेडिटेशन करने की आदत बीमारियों में कैसे फायदेमंद है।
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क्रोनिक डिजीज में रोज करें मेडिटेशन, एक्सपर्ट से जानें क्यों है फायदेमंद


How meditation help In chronic illness: मेडिटेशन करना हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इससे स्ट्रेस कम होता है और एंग्जायटी कंट्रोल रहती है। अगर आप रोज सुबह 15 मिनट भी मेडिटेशन करते हैं, तो इससे आपको दिनभर एनर्जेटिक रहने में मदद मिलेगी। जब हम शांति से बैठकर ध्यान करते हैं, तो इससे बॉडी को रिलैक्स होने में भी मदद मिलती है। इससे दिमाग शांत होता है और मन में चल रहे विचार कंट्रोल होते हैं। इससे थकावट और सुस्ती भी कम होती है और बॉडी को रिलैक्स मिलता है। इतना ही नहीं, मेडिटेशन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी राहत मिलती है। अगर आप रोज मेडिटेशन करते हैं तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं कंट्रोल होती हैं। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने नई दिल्ली स्थित तुलसी हेल्थकेयर के सीनियर साइकेट्रिस्ट और सीईओ डॉ गौरव गुप्ता से बात की

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तनाव कम होता है- Reduce Stress

तनाव अकेले ही कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इसके कारण बॉडी में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ सकता है, जिससे बॉडी में इंफ्लेमेशन बढ़ सकती है। बॉडी में इंफ्लेमेशन बढ़ने के कारण हाइपरटेंशन, डायबिटीज और ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा हो सकता है। लेकिन रोज मेडिटेशन करने से स्ट्रेस कम होता है और कोर्टिसोल लेवल कंट्रोल रहता है। इससे बॉडी में इंफ्लेमेशन और अन्य समस्याओं का खतरा भी कम होता है।

हार्ट हेल्थ इंप्रूव होती है- Improve Heart Health

रोज मेडिटेशन करने से हार्ट हेल्थ भी इंप्रूव होती है। माइंडफुलनेस और ब्रिदिंग टेक्निक अपनाने से ब्लड वेसेल्स खुलती हैं और बॉडी में सर्कुलेशन इंप्रूव होता है। माइंड रिलैक्स होने से हार्ट भी शांत रहता है और इससे हार्ट रेट कंट्रोल रहता है। इससे ओवरऑल कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन इंप्रूव होता है।

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ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है- Control Blood Sugar

जिन लोगों को डायबिटीज है उनके लिए मेडिटेशन करना बहुत फायदेमंद है। इससे हार्मोन हेल्थ बैलेंस होती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव होती है। इससे इमोशंस कंट्रोल रहते हैं और इमोशनल ईटिंग नहीं करते हैं। ऐसे में ब्लड शुगर कंट्रोल होती है।

शरीर में दर्द कम होता है- Reduce Body Pain

अगर आपको शरीर में दर्द या किसी भी प्रकार का दर्द रहता है, तो आपको मेडिटेशन जरूर करना चाहिए। इससे बदन दर्द कम होता है और बॉडी को रिलैक्स मिलता है। जब हम ध्यान करते हैं तो हमारे मन को भी शांत होने का मौका मिल पाता है।

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नींद से जुड़ी समस्याएं- Sleep related Issues

रोज मेडिटेशन करने से स्लीप क्वालिटी इंप्रूव होती है। इससे नींद से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। अधूरी नींद के कारण स्ट्रेस बढ़ने और क्रोनिक डिजीज का खतरा हो सकता है। लेकिन रोज मेडिटेशन करने से जल्द सोने में मदद मिलती है। इससे माइंड रिलैक्स्ड होता है और अच्छी नींद आती है।

मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है- Boost Mental Health

मेडिटेशन करने से मेंटल हेल्थ बूस्ट होने में भी मदद मिलती है। इससे मूड बेहतर होता है, इमोशनल हेल्थ बेहतर होती है। मेंटल हेल्थ बूस्ट होने से डिप्रेशन, एंग्जायटी और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।

क्या कहती है रिसर्च

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ मेडिटेशन के क्रोनिक डिजीज पर असर जानने के लिए रिसर्च की। इस रिसर्च में पाया गया कि मेडिटेशन करने से पुरानी बीमारियों पर पॉजिटिव असर देखा गया है। इसमें देखा गया कि पुरानी से पुरानी बीमारियों को कंट्रोल करने में मेडिटेशन किस तरह फायदेमंद है।

निष्कर्ष

लेख में हमने जाना मेडिटेशन करने से किन क्रोनिक डिजीज में फायदा होता है। हमने जाना कि रोज मेडिटेशन करने से तनाव कम होता है और हार्ट हेल्थ इंप्रूव होती है। इससे नींद से जुड़ी समस्याएं कंट्रोल होती हैं और शरीर में दर्द कम होता है। लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।

FAQ

  • रोज मेडिटेशन करने से क्या होगा?

    रोज मेडिटेशन करना हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद है। इससे मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है और स्ट्रेस व एंग्जायटी कंट्रोल रहती है। इससे नींद से जुड़ी समस्याएं और ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है। 
  • 1 दिन में कितनी बार मेडिटेशन करना चाहिए?

    एक्सपर्ट के मुताबिक, एक दिन में 1 से 2 बार मेडिटेशन करना काफी है। अगर आपको सुबह उठकर मेडिटेशन करते हैं, तो इससे आप दिनभर एक्टिव रहते हैं। इसके अलावा, रात में सोने से पहले भी मेडिटेशन कर सकते हैं। इससे माइंड और बॉडी दोनों को रिलैक्स मिलता है।
  • मेडिटेशन कितनी देर तक करना चाहिए?

    अगर आर मेडिटेशन करना शुरू कर रहे हैं, तो 15 मिनट से शुरुआत करें। धीरे-धीरे समय को 30 मिनट से 60 मिनट तक ले जाएं। जितना ज्यादा आप प्रैक्टिस करेंगे मेडिटेशन का समय उतना ज्यादा बढ़ता जाएगा।

 

 

 

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