
डायबिटीज में सर्पगंधा के फायदे: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर शुगर पचाना बंद कर देता है। इस स्थिति में शरीर इंसुलिन का प्रोडक्शन घटा देती है और शुगर पचने की जगह शरीर में सर्कुलेट होने लगता है। ऐसे में इस शुगर स्पाइक के साथ शरीर के कई अंग प्रभावित हो जाते हैं और धीमे-धीमे समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में शुगर कंट्रोल करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि इस स्थिति में मददगार हो जैसे कि आप सर्पगंधा का सेवन कर सकते हैं। सर्पगंधा, डायबिटीज के मरीजों के लिए कैसे फायदेमंद है इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने डॉ. दीपक जोशी, आयुर्वेद एक्सपर्ट - प्रवेक कल्प और रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से बात की।
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शुगर कंट्रोल करने में कैसे कारगर है सर्पगंधा?
डॉ. दीपक जोशी कहते हैं आयुर्वेद में सर्पगंधा को मुख्य रूप से हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा और मानसिक तनाव कम करने वाली जड़ी-बूटी माना जाता है, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से यह डायबिटीज के रोगियों को भी कई तरह से लाभ पहुंचा सकती है। डायबिटीज में सबसे बड़ी चुनौती होती है- तनाव और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना, क्योंकि दोनों ही ब्लड शुगर लेवल को अस्थिर करते हैं। सर्पगंधा में मौजूद रेसर्पीन नामक तत्व नसों को शांत करता है, तनाव कम करता है और नींद में सुधार लाता है। जब तनाव घटता है, तो कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर भी नियंत्रित रहता है, जिससे ब्लड शुगर को स्वाभाविक रूप से स्थिर रखने में मदद मिलती है।

हाइपोग्लाइसेमिक गुण
सर्पगंधा में हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी होता है यानी कि इसमें ब्लड शुगर को कम करने वाला प्रभाव होता है। यह हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और खून में शुगर की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करना चाहते हैं तब भी इसका सेवन कर सकते हैं।
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बीपी और नींद की दिक्कत कम करने वाला
श्रेय शर्मा बताते हैं शुगर में सर्पगंधा डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि ये डायबिटीज में बीपी बैलेंस करने के साथ नींद की दिक्कत को कम करने में मददगार है। दरअसल, बीपी और नींद की दिक्कत दोनों ही शुगर बढ़ाती है और इससे डायबिटीज की समस्या बढ़ सकती है। होता ये है कि नींद की कमी से शुगर स्पाइक बढ़ता है जिससे डायबिटीज की दिक्कत हो सकती है।
इसके अलावा, सर्पगंधा ब्लड शुगर को संतुलित रखती है, जिससे डायबिटिक पेशेंट्स में हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम कम होता है। हालांकि ध्यान रखने वाली बात यह है कि सर्पगंधा सीधे तौर पर शुगर कम करने वाली जड़ी-बूटी नहीं है, बल्कि यह उन कारणों को नियंत्रित करती है, जो शुगर लेवल बढ़ाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज की मुख्य दवा के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
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अगर किसी डायबिटीज मरीज को हाई बीपी, तनाव या नींद की समस्या है, तभी डॉक्टर की निगरानी में सर्पगंधा का उपयोग करें क्योंकि इसकी प्रभावशाली प्रकृति के कारण अधिक मात्रा में लेने पर बीपी बहुत कम हो सकता है। इन्हें आपको डॉक्टर के द्वारा बताए गए डोस के अनुसार से ही लेना चाहिए क्योंकि सर्पगंधा के उपयोग से अवसाद, मतली, थकान और उनींदापन जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं। इसलिए पहले एक्सपर्ट से बात करें और फिर डायबिटीज में इस जड़ीबूटी का सेवन करें।
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FAQ
सर्पगंधा से किस बीमारी का इलाज किया जाता है?
सर्पगंधा का इस्तेमाल आप जोड़ों के दर्द, हाई हीपी, नींद न आना और पेट से जुड़ी कुछ समस्याओं के लिए कर सकते हैं। इसकी जड़ों का इस्तेमाल लोग बुखार में भी काढ़ा बनाकर पीने के लिए करते हैं जो कि ज्वर नाशक की तरह काम करता है।सर्पगंधा बीपी के लिए कारगर है?
सर्पगंधा बीपी बैलेंस करने में मददगार है। ये रक्त वाहिकाओं को शिथिल करके और हृदय तक जाने वाली मांसपेशियों को हेल्दी रखने के साथ बीपी बैलेंस करने में मददगार है। इसके अलावा ये रक्त के संचार को सुगम बनाता है जिससे बीपी बैलेंस करने में मदद मिलती है।डायबिटीज पेशेंट को सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए?
डायबिटीज पेशेंट को सुबह नाश्ते में मेथी का सेवन करना चाहिए जो कि शुगर मैनेज करने के साथ डायबिटीज में होने वाली कब्ज की समस्या को कम करने में मददगार है। इसलिए मेथी को अंकुरित करें और फिर इसका सेवन करें या मेथी का पानी पी सकते हैं।
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Dec 01, 2025 14:32 IST
Modified By : Pallavi KumariDec 01, 2025 14:32 IST
Published By : Pallavi Kumari