
Habits to overcome depression: डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो आजकल आम होती जा रही है। नॉर्मल दिनों में भी लोग डिप्रेशन के लक्षण महसूस करते हैं। ऐसे में आपको उन आदतों को लाइफस्टाइल में शामिल करना चाहिए जो कि आपको खुश रहने में मदद करे। इसके अलावा ये आदतें कार्टिसोल लेवल को कम करते हैं जिससे डिप्रेशन से बचाव में मददगार है। इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Dr. Divya Shree K R, Consultant – Psychiatry, Aster CMI Hospital, Bangalore से बात की जिन्होंने उन आदतों के बारे में बताया जो इस स्थिति से बचाने में मददगार हैं। उससे पहले जान लेते हैं NIH की स्टडी।
इन आदतों वाले लोगों को कभी नहीं होता डिप्रेशन
NIH की स्टडी बताती है कि अगर आप कुछ आदतों को फॉलो करें तो डिप्रेशन से बाहर निकल सकते हैं। जैसे कि आपको आराम करना चाहिए जो कि मेंटल रिलैक्स में मददगार है। इसके अलावा आपको एक्सरसाइज करना चाहिए जो कि मूड स्विंग्स को बेहतर करने के साथ फील गुड हार्मोन बढ़ाता है। साथ ही इस शोध में बताया गया है कि डाइट सही रखना और स्मोकिंग और शराब पीने से बचना इस स्थिति से आपको बाहर निकालने में मददगार है।
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Dr. Divya Shree बताते हैं कि कुछ स्वस्थ आदतों वाले लोग अक्सर अपने मन और भावनाओं की रक्षा करते हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि ये आदतें अवसाद के जोखिम को कम करती हैं क्योंकि ये दैनिक जीवन में संतुलन बनाती हैं। जो लोग नियमित नींद का पालन करते हैं, उनके मस्तिष्क को आराम करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है, जिससे उनका मूड स्थिर रहता है और शरीर को तनाव को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा
- -जो लोग रोजाना अपने शरीर को हिलाते-डुलाते हैं, चाहे चलने जैसी साधारण गतिविधियां ही क्यों न हों, वे प्राकृतिक रसायन छोड़ते हैं जो उन्हें शांत और खुश महसूस कराते हैं, और इससे नकारात्मक विचारों को दूर रखने में मदद मिलती है।
- -जो लोग साबुत अनाज, फल, सब्ज़ियां, मेवे और पर्याप्त पानी युक्त संतुलित आहार लेते हैं, उनके मस्तिष्क को अच्छी तरह से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, और यह भावनात्मक मजबूती को बढ़ावा देता है।
- -जो लोग परिवार और दोस्तों से बात करके मज़बूत सामाजिक संबंध बनाए रखते हैं, वे अपनी भावनाओं को अधिक आसानी से साझा करते हैं, और यह अकेलेपन को उदासी में बदलने से रोकता है।
- - जो लोग प्राकृतिक रोशनी में बाहर समय बिताते हैं, उन्हें अधिक विटामिन डी मिलता है, जो बेहतर मूड और मजबूत मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा है।
मन के डर से रहें दूर
जो लोग कृतज्ञता का अभ्यास करते हैं या हर दिन सकारात्मक बातें लिखते हैं, वे अपने मन को डर के बजाय आशा पर केंद्रित करने के लिए प्रशिक्षित करते हैं, और इससे उन्हें मानसिक रूप से हल्का महसूस होता है। जो लोग दिन में छोटे-छोटे ब्रेक लेते हैं, वे बर्नआउट से बचते हैं और अपनी ऊर्जा को स्थिर रखते हैं, जिससे उन्हें भावनात्मक रूप से स्थिर रहने में मदद मिलती है।

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नशे से रहें दूर
जो लोग शराब, तंबाकू और स्क्रीन पर ज्याजा समय बिताने की आदत को सीमित करते हैं, वे अपने दिमाग को अति-उत्तेजना और तनाव से बचाते हैं और इससे स्पष्ट सोच को बढ़ावा मिलता है।
इसके अलावा जो लोग समय पर मदद लेते हैं, चाहे थेरेपी के जरिए या किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करके, वे भावनात्मक दर्द को बढ़ने से रोकते हैं और यह अवसाद से बचा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये आदतें सरल लेकिन प्रभावशाली हैं और जो लोग नियमित रूप से इनका पालन करते हैं, उनमें भावनात्मक लचीलापन विकसित होता है, वे जीवन से जुड़े रहते हैं, और लंबे समय तक मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की संभावना अधिक होती है।
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Nov 25, 2025 18:40 IST
Published By : Pallavi Kumari