Netflix की नई सीरीज 'Adolescence' की खूब चर्चा हो रही है। यह सीरीज, किशोर अपराधों के पीछे छिपे मनोवैज्ञानिक कारणों को उजागर करती है। समाज में बढ़ते अपराधों की जब बात होती है, तो आमतौर पर उम्र में बड़े अपराधियों पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन इस शो ने एक अलग पहलू को सामने रखा है- किशोरों द्वारा किए गए अपराध और उनके पीछे की मानसिक दशा। सीरीज दर्शाती है कि कैसे बचपन में मिली मानसिक आघात, पारिवारिक समस्याएं, समाज का दबाव और असंतुलित भावनाएं किशोरों को अपराध की ओर धकेल सकती हैं।
इस शो में दिखाया गया है कि कई बार माता-पिता की उपेक्षा या स्कूल में बुलिंग किशोरों को गलत रास्ते पर ले जा सकती है। यह न सिर्फ अपराध के कारणों को समझने का एक नया नजरिया देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह से सही मार्गदर्शन से किशोर अपराध की इस बढ़ती समस्या को रोका जा सकता है। अगर हम किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लें और सही कदम उठाएं, तो अपराध की प्रवृत्ति को कम किया जा सकता है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि 'Adolescence' हमें किशोर अपराध के कारणों और उसके इलाज के बारे में क्या सिखाती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
किशोर अपराध के मुख्य मनोवैज्ञानिक कारक- Psychological Factors Behind Teen Crime
चाइल्डहुड ट्रामा और पारिवारिक समस्याएं- Childhood Trauma & Family Issues
कई किशोर बचपन में भावनात्मक, शारीरिक या मानसिक आघात से गुजरते हैं। माता-पिता के बीच झगड़े, घरेलू हिंसा या उपेक्षा उन्हें असुरक्षित महसूस कराती है, जिससे वे अपराध की ओर बढ़ सकते हैं।
मनोवैज्ञानिक विकार और आक्रामक प्रवृत्ति- Psychological Disorders & Aggression
कुछ मानसिक स्थितियां, जैसे कि अवसाद, चिंता, या एंटी-सोशल पर्सनालिटी डिसऑर्डर (ASPD), किशोरों में आक्रामकता को जन्म दे सकती हैं।
दोस्त और समाज का असर- Peer Pressure & Social Influence
किशोरावस्था में दोस्ती और सामाजिक स्वीकृति बेहद मायने रखती है। गलत संगति में पड़ने से वे नशा, चोरी या हिंसक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
डिजिटल युग- Impact of Digital Era
वीडियो गेम्स, वेब सीरीज और सोशल मीडिया पर हिंसा का बढ़ता प्रभाव किशोरों की मानसिकता पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
शिक्षा और आर्थिक असमानता- Lack of Education & Financial Struggles
कई किशोर गरीबी और शिक्षा की कमी के कारण अपराध का रास्ता अपनाते हैं।
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किशोर अपराध के मनोवैज्ञानिक कारक का इलाज- Treatment to Solve Negative Psychology Behind Teen Crime
1. साइकोथेरेपी और बिहेवियरल थेरेपी- Psychotherapy & Behavioral Therapy
किशोर अपराध को रोकने के लिए कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT) और डायलेक्टिकल बिहेवियर थेरेपी (DBT) की मदद ली जा सकती है।
2. परिवार और समाज की भूमिका- Role of Family & Society
माता-पिता को किशोरों से खुलकर बात करना चाहिए और उन्हें एक सुरक्षित वातावरण देना चाहिए।
3. न्यूरोसाइकोलॉजिकल असेसमेंट- Neuropsychological Assessment
कई किशोर जिनमें अपराध प्रवृत्ति देखी जाती है। इसके लिए इम्पल्स कंट्रोल डिसऑर्डर (ICD), एंटी-सोशल पर्सनालिटी डिसऑर्डर (ASPD) या अटेंशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) की मदद ली जाती है।
4. हार्मोनल असंतुलन और बायोलॉजिकल कारकों की जांच- Hormonal & Biological Factors Evaluation
शोध बताते हैं कि कॉर्टिसोल, सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर किशोरों के व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन और न्यूरोकेमिकल गड़बड़ी को समय पर पहचानकर मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जा सकता है।
Netflix की Adolescence एक किशोरों की विचारधारा पर आधारित शो है जो किशोर अपराध के पीछे के मानसिक कारणों को उजागर करती है। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देकर हम किशोरों को अपराध की दुनिया में जाने से रोक सकते हैं।
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