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अचानक मूड बदलना हो सकता है बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर का संकेत, जानें इसे ठीक करने के 5 नैचुरल तरीके

बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए आप कुछ आसान उपायों को अपना सकते हैं, जानते हैं 5 तरीके
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अचानक मूड बदलना हो सकता है बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर का संकेत, जानें इसे ठीक करने के 5 नैचुरल तरीके


बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर क्‍या है? बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर एक मेंटल डिसऑर्डर है ज‍िसमें आपका मूड अचानक से बदल जाता है, आपके व्‍यवहार और र‍िश्‍तों पर इसका असर आता है और लक्षणों की बात करें तो बीपीडी ड‍िसऑर्डर होने पर व्‍यक्‍त‍ि को डर महसूस होता है, मानस‍िक तौर पर वो व्‍यक्‍त‍ि तनाव में रहता है और लोगों से कट जाता है। इस समस्‍या का इलाज केवल मनोरोग व‍िशेषज्ञ ही बता सकते हैं पर कुछ नैचुरल तरीके हैं ज‍िनकी मदद से आप इस बीमारी से बच सकते हैं या बीमारी होने पर इन उपायों की मदद से आप बीमारी से जल्‍दी बाहर न‍िकल सकते हैं। इस लेख में हम बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर के इलाज और बचाव के ल‍िए इस्‍तेमाल क‍िए जाने वाले नैचुरल तरीकों पर चर्चा करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की।

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1. बीपीडी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए पूरी नींद लें (Sleep)

ज‍िन लोगों को बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर की समस्‍या होती है उनके ल‍िए नींद बहुत जरूरी है। ये एक नैचुरल उपाय है ज‍िससे आप अपनी बीमारी को ठीक कर सकते हैं। अगर आप अपनी नींद पूरी करते हैं तो इस बीमारी के खतरे से भी बच सकते हैं। बीपीडी ड‍िसऑर्डर हो जाने पर व्‍यक्‍त‍ि की नींद चली जाती है और नींद जब पूरी नहीं होती तो पूरे द‍िन व्‍यक्‍त‍ि को च‍िड़च‍िड़ाहट का अहसास होता है और गुस्‍सा आता है। अगर आप अच्‍छी नींद लेंगे तो बीमारी भी ठीक होगी और आपकी बॉडी को आराम भी म‍िलेगा। आपको हर द‍िन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करनी चाह‍िए।

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2. बीपीडी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए कसरत करें (Exercise)

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क‍िसी भी बीमारी से बचने के ल‍िए कसरत जरूरी है। कसरत करने से मूड अच्‍छा रहता है और कई तरह की बीमार‍ियां नहीं होतीं। जहां तक बात की जाए बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर की तो इस बीमारी के होने के बाद और इससे बचने के ल‍िए आपको रोजाना कसरत करनी चाह‍िए। रोजाना कसरत करने से ड‍िप्रेशन कम होता है और आपकी बॉडी ठीक ढंग से काम करती है ज‍िसका असर आपकी मानस‍िक सेहत पर भी पड़ता है। आपको रोजाना आधा घंटा वॉक और आधा घंटा कसरत करना चाह‍िए ज‍िसमें आप योगा या कार्डियो दोनों को श‍ाम‍िल कर सकते हैं।

3. बीपीडी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए व‍िटाम‍िन का सेवन करें (Vitamins)

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आपको बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍ि‍ए व‍िटाम‍िन सी और फोल‍िक एस‍िड का सेवन करना चाह‍िए। व‍िटाम‍िन सी और फोल‍िक एस‍िड सीधे बीपीडी ड‍िसऑर्डर का इलाज नहीं है, पर वो आपके मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य के ल‍िए दो जरूरी व‍िटाम‍िन माने जाते हैं। आपको अपनी डाइट में न्‍यूट्र‍िएंट्स एड करने चाह‍िए ताक‍ि आप बीपीडी ड‍िसऑर्डर की समस्‍या से बच सकें। अपनी डाइट में हरी सब्‍ज‍ियों को एड करें ज‍िसमें फोल‍िक एस‍िड की अच्‍छी मात्रा होती है, इसके अलावा स‍िट्र‍िक फल जैसे संतरे का सेवन करें ज‍िसमें व‍िटाम‍िन सी की अच्‍छी मात्रा होती है।

4. बीपीडी ड‍िसऑर्डर का इलाज सीबीटी थैरेपी (Cognitive behavioral therapy)

सीबीटी थैरेपी, बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर से बचने में आपकी मदद कर सकता है, इस थैरेपी में डॉक्‍टर आपके ब‍िहेव‍ियर के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं ज‍िसके आधार पर आपको सही इलाज बताया जाता है। अगर मरीज को थैरेपी से फायदा होता है तो थैरेपी का समय बढ़ाया जाता है। इस ड‍िसऑर्डर से बचने के इलाज में दी जाने वाली ये सबसे कारगर थैरेपी मानी जाती है।

5. बीपीडी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए ओमेगा 3 लें (Omega 3)

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बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए आपको ओमेगा 3 फैटी एस‍िड का सेृवन करना चाह‍िए। ज‍िन लोगों के शरीर में ओमेगा 3 की कमी होती है उन्‍हें भी ड‍िप्रेशन की समस्‍या हो सकती है। ओमेगा 3 का सप्‍लीमेंट आप डॉक्‍टर की सलाह पर ले सकते हैं, ओमेगा 3 नैचुरल फॉर्म में सैल्‍मन फ‍िश, नट्स, प्‍लांट ऑयल में पाया जाता है। ओमेगा 3 के अलावा आपको मैग्‍न‍िश‍ियम का सेवन भी करना चाह‍िए। मैग्‍न‍िश‍ियम र‍िच फूड खाने से मूड अच्‍छा होता है और ड‍िप्रेशन के लक्षण कम होते हैं। आप डॉक्‍टर की सलाह पर मल्‍टीव‍िटाम‍िन का सेवन भी कर सकते हैं।

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बॉर्डरलाइन ड‍िसऑर्डर के इलाज में पर‍िवार का साथ है जरूरी (Family support)

बॉर्डरलाइन ड‍िसऑर्डर की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए पर‍िवार का साथ जरूरी होता है। आपको मरीज को यकीन द‍िलाना होगा क‍ि उन्‍हें धैर्य रखना है, इस तरह की बीमारी में व्‍यक्‍त‍ि को ठीक होने में लंबा वक्‍त लग सकता है या कुछ लोग कम समय में भी अच्‍छी र‍िकवरी कर लेते हैं। बीपीडी के मरीज आपके घर में है तो उनसे ठीक तरह से बात करें और अपनी बात को संक्षेप में कहें। बीपीडी मरीज के साथ लंबे वाक्‍य या भारी शब्‍द का इस्‍तेमाल न करें। अगर आपके घर में कोई ऐसा व्‍यक्‍त‍ि है ज‍िसका बीपीडी ड‍िसऑर्डर का इलाज चल रहा है तो इन बातों का ध्‍यान रखें- 

  • ऐसे व्‍यक्‍त‍ि को ज्‍यादा समय के लि‍ए अलग न रहने दें। 
  • बीपीडी ड‍िसऑर्डर से शिकार व्‍यक्‍त‍ि को अलग से खाना देने के बजाय अपने साथ ब‍िठाकर ख‍िलाएं। 
  • क‍िसी भी तरह की गैदर‍िंग हो तो व्‍यक्‍त‍ि को पहले ही जानकारी दें ताक‍ि वो सबके आने पर परेशान न हो। 
  • इस बीमारी से पीड़‍ित लोग ज्‍यादा लोगों को अपने करीब देखकर घबरा जाते हैं इसल‍िए इन्‍हें आउट‍िंग पर ले जाते समय जगह का ध्‍यान रखें। 
  • बीपीडी ड‍िसऑर्डर के लक्षण नजर आने पर क्‍या करें? 
  • ये एक गंभीर समस्‍या है इसल‍िए लक्षण नजर आने पर सबसे पहले डॉक्‍टर के पास जाकर जांच करवाएं। 
  • अपने आसपास के लोगों से बात करें और उन्‍हें अपनी परेशानी समझाएं ताक‍ि वो आपकी मदद कर पाएं। 
  • बीपीडी ड‍िसऑर्डर से बचने के ल‍िए आपको कैफीन का सेवन नहीं करना चाह‍िए।
  • बीपीडी डिसऑर्डर से बचना चाहते हैं तो एल्‍कोहॉल का सेवन न करें, इससे आपके इमोशन और ज्‍यादा ब‍िगड़ सकते हैं। 
  • अगर आपको बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर के लक्षण नजर आ रहे हैं तो अपने स्‍ल‍िप‍िंग पैर्टन पर गौर करें और डॉक्‍टर को बताएं।  

बॉर्डरलाइन पर्सनाल‍िटी ड‍िसऑर्डर के लक्षण नजर आने पर आपको सबसे पहले मनोरोग व‍िशेषज्ञ से ही संपर्क करना उसके बाद बीमारी को दूर करने के तरीकों पर गौर करें, खुद से कि‍सी दवा या प‍िल का सेवन न करें। 

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