किडनी की पथरी (kidney stones) की बीमारी आज कल बहुत से लोगों को हो रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण (causes of kidney stones) है हमारी खराब लाइफस्टाइल और डाइट। जैसी कि पानी ना पीना, मोटापा, बहुत अधिक नमक या चीनी वाला खाना खाना, ज्यादा तेल मसाले वाली चीजों को खाना और शराब आदि का सेवन। साथ ही कुछ लोगों में इंफेक्शन और पारिवारिक इतिहास भी किडनी की पथरी का कारण बन सकता है। पथरी एक कठोर वस्तु है जो मूत्र में रसायनों से बनती है और किडनी में जमा हो जाती है। किडनी की पथरी चार प्रकार की होती है- कैल्शियम ऑक्सालेट, यूरिक एसिड, स्ट्रुवाइट और सिस्टीन। इसलिए जब इसका इलाज किया जाता है तो, इन पथरी के प्रकारों पर ध्यान दिया जाता है। लेकिन किडनी की पथरी होने पर कुछ चीजों को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो कि पथरी के देसी इलाज (home remedies for kidney stones) के रूप में काम करते हैं। जैसे कि कुछ जूस (best drink for kidney stones) जो कि किडनी में पत्थर बनाने वाले रसायन कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरेट, सिस्टीन, जैंथिन और फॉस्फेट को कम करके, इससे छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
किडनी की पथरी का देसी इलाज हैं ये 5 तरह के जूस-Juices for kidney stones in hindi
1. तुलसी के पत्ते का जूस (Basil juice)
तुलसी के पत्ते आमतौर पर किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। एक चम्मच तुलसी के पत्तों का रस 1 चम्मच शहद में मिलाकर रोजाना सुबह पीने ये किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। साथ ही तुलसी के दो से तीन पत्ते चबाने से भी गुर्दे की पथरी के दर्द में आराम मिलता है। दरअसल, तुलसी में एसिटिक एसिड होता है, जो गुर्दे की पथरी को तोड़ने और दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही तुलसी के रस में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट होते हैं और यह किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए किडनी की पथरी होने पर आप तुलसी के पत्ते का जूस बना कर पी सकते हैं। इस जूस को बनाने के लिए
- - थोड़ा ज्यादा मात्रा में तुलसी की कुछ पत्तियां लें।
- -अब इसे पीस लें और इसे एक गिलास में मिला लें।
- -अब हल्का काला नमक और नींबू का जूस मिलाएं।
आप तुलसी के पत्तों को पीस कर अपने चाय में भी मिला सकते हैं। साथ ही आप आप जूसर में ताजा तुलसी का जूस पीस कर अपनी स्मूदी में मिला सकते हैं। पर इसे लेते समय ध्यान रखें कि अगर आप लो ब्लड शुगर वाले हैं या फिर ब्लड क्लॉटिंग की समस्या रहती है तो, इसे लेने से बचें।
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2. टमाटर का जूस (Tomato mint juice)
रोज सुबह एक गिलास टमाटर का जूस पीना किडनी में खनिज लवणों को घोलने में मदद करता है और लवण को आगे पथरी बनने से रोकता है। टमाटर का रस शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में तेजी से काम करता है और इसलिए ये एक बेहतरीन डिटॉक्सीफाइंग एजेंट है। इसके अलावा किडनी में क्लोरीन और सल्फर सामग्री को कम करता है और इसे साफ करने में मदद करते हैं। साथ ही टमाटर के रस में पोटैशियम होता है, जो वॉटर रिटेंशन को कम करता है। इसके अलावा यह शरीर से फैट में घुलनशील टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करता है और कैल्शियम ऑक्सालेट, यूरिक एसिड, स्ट्रुवाइट को बनने से रोकता है। इसके अलावा टमाटर का विटामिन सी कैल्शियम आधारित गुर्दे की पथरी होने के खतरे को भी कम करता है। इस जूस को बनाने के लिए
- -पहले तो 4 2 टमाटर लें और उसे धो कर पीस लें।
- -अब एक चुटकी नमक मिलाएं।
- -4 से 5 काली मिर्च लें और इसे कूट कर इस जूस में मिला लें।
- -अब थोड़ी देर इसे फ्रिज में रखें और इसका सेवन करें।

3. राजमा जूस (Rajma juice)
राजमा का जूस या राजमा का पानी किडनी के स्टोन के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, राजमा किडनी से संबंधित समस्याओं के लिए एक कारगर घरेलू उपाय है। राजमा न केवल गुर्दे से मिलता जुलता है बल्कि गुर्दे से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को भी निकालता है और गुर्दे की पथरी को प्रभावी ढंग से बाहर निकालने में मदद करता है। राजमा के फायदे कि बात तो ये विटामिन बी, फाइबर और कई खनिजों से भरपूर होता है जो किडनी को साफ करने और मूत्र पथ के कार्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। साथ ही ये अंदर ही अंदर किडनी स्टोन को पिघलाने और तोड़ने का काम करता है ताकि वो मूत्र के साथ शरीर से बाहर आ जाए। पर बहुत से लोगों को यही पता नहीं होता कि उन्हें राजमा का जूस बनाना और पीना कैसे है। राजमा जूस बनाने के लिए
- -पहले तो राजमा को कुछ घंटों के लिए भिगो कर रख दें।
- -अब इसे गर्म पानी में एक घंटे के लिए उबाल लें।
- -अब इस जूस को छान लें और ठंडा होने तक छोड़ दें।
- - हल्का ठंडा होने के बाद इसमें हल्का सा नींबू का रस और नमक मिलाएं।
- -अब इसका सेवन करें।
- - गुर्दे की पथरी के दर्द को कम करने के लिए पूरे दिन में कई बार इस जूस को पिएं।
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4. नींबू-दही जूस (lemon-curd juice)
नींबू का रस साइट्रिक एसिड से भरपूर होता है जो कैल्शियम आधारित गुर्दे की पथरी यानी कि कैल्शियम ऑक्सालेट को तोड़ने में मदद करता है। रोजाना दो से तीन गिलास नींबू का जूस पीने से पेशाब की मात्रा बढ़ जाती और पेशाब के जरिए पथरी प्राकृतिक रूप से निकल जाएगी। ऐसा ही कुछ जही भी करता है। दही का विटामिन सी पथरी को तोड़ने के साथ उसके दर्द को शांत करने में मदद करता है। ये दर्द और जलन को कम करता है और पेट व किडनी को अंदर से ठंडा और शांत बनाता है। तो, आप पथरी को निकालने के लिए नींबू-दही जूस बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए
- -एक कटोरी दही लें।
- -इसमें 1 चम्मच नींबू का रस मिलाएं।
- -हल्का नमक मिलाएं।
- -अब सबको सही से फेंट कर एक गिलास में डालें। ऊपर से ठंडा पानी मिलाएं।
- -अब इसका सेवन करें।
- -आप दिन भर में इसे कई बार पी सकते हैं।

5. खीरे का जूस (Cucumber juice)
नियमित रूप से खीरे के जूस का सेवन करने से आपके शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे यूरिक एसिड के कारण बनने वाली पथरी कम की जा सकती है। खीरे का जूस आपके किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। खीरा छोटे गुर्दे की पथरी को घोलने में भी मदद कर सकता है और शरीर में विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिला सकता है।
किडनी की स्टोन में आप इनमें से कोई भी जूस पिएं, बस ध्यान रखें कि शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं। क्योंकि जब शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा कम होती है तो बहुत अधिक वेस्ट बनता है जो कि आगे चल कर क्रिस्टल का रूप लेने लगता है। यही क्रिस्टल अन्य तत्वों को आकर्षित करते हैं और पत्थर जैसा ठोस पदार्थ बनाते हैं। इसलिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पिएं या जूस पिएं जिससे कि शरीर में वेस्ट और पथरी जैसी चीजें ना बन पाएं।
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