आजकल की तेजी से बदलती मॉडर्न लाइफस्टाइल और प्रदूषण के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। झाइयां और दाग-धब्बे ऐसी ही समस्याएं हैं जो न केवल खूबसूरती को कम करती हैं, बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डालती हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए लोग महंगे कॉस्मेटिक्स और ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन आयुर्वेद में इन समस्याओं का हल नेचुरल जड़ी-बूटियों के माध्यम से संभव है। जटामांसी, जिसे बालछड़ भी कहा जाता है, आयुर्वेद में एक जरूरी औषधि है। राम हंस चैरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा का कहना है कि झाइयों और दाग-धब्बों को दूर करने के लिए जटामांसी का उपयोग कुछ हद तक प्रभावी हो सकता है। यह दाग-धब्बों को हल्का करने और त्वचा को निखारने में मदद कर सकता है।
झाइयों और दाग-धब्बों के लिए जटामांसी - Jatamansi for Pigmentation and Blemishes
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, बाजार में मिलने वाली जटामांसी में 90 प्रतिशत शुद्ध नहीं होती है। इसमें से तेल पहले ही निकाला जा चुका होता है, जिससे इसकी क्वालिटी खराब हो जाती है। इसलिए, जटामांसी खरीदते समय सुनिश्चित करें कि यह ऑरिजनल और अच्छी क्वालिटी की हो। जटामांसी त्वचा को गहराई से साफ करती है और नमी प्रदान करने में सहायक हो सकती है, साथ ही यह मृत कोशिकाओं यानी डेड स्किन सेल्स को हटाकर त्वचा को निखारती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को ग्लोइंग और हेल्दी बनाते हैं।
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जटामांसी में मौजूद प्राकृतिक तत्व त्वचा की रंगत को सुधारने और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करते हैं। जटामांसी में एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा पर झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम कर सकते हैं। यह त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने और उन्हें हेल्दी बनाए रखने में मदद कर सकती है। जटामांसी का उपयोग त्वचा को नेचुरल ग्लो प्रदान करता है, साथ ही यह त्वचा को पोषण देता है और उसे डिहाइड्रेशन से बचाता है।
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झाइयों और दाग-धब्बों के लिए जटामांसी का उपयोग कैसे करें? - How To Use Jatamansi For Pigmentation And Spots
1. जटामांसी पाउडर और दूध का फेस पैक तैयार करके चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके लिए 1 चम्मच जटामांसी पाउडर लें और इसमें 2 चम्मच कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। समय पूरा होने पर ताजे पानी से चेहरा साफ करें। यह फेस पैक झाइयों को हल्का करने और त्वचा को नमी प्रदान करने में मदद करता है।
2. जटामांसी और एलोवेरा जेल का उपयोग भी साथ में किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए ध्यान रखें कि आपको एलोवेरा से एलर्जी न हो। 1 चम्मच जटामांसी पाउडर में 2 चम्मच एलोवेरा जेल मिलाएं और फिर इसे अपने चेहरे पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर धो लें। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और दाग-धब्बों को कम करने में मदद करता है।
3. जटामांसी के तेल का प्रयोग भी चेहरे पर किया जा सकता है। जटामांसी का तेल हल्के हाथों से अपने चेहरे पर लगाएं और फिर इसे रातभर के लिए छोड़ दें और सुबह धो लें। यह त्वचा को पोषण देता है और झाइयों को कम करने में सहायक हो सकता है।
निष्कर्ष
जटामांसी आयुर्वेद का एक अनमोल खजाना है। इसके प्राकृतिक गुण त्वचा को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं। हालांकि, इसका उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और हमेशा अच्छी क्वालिटी वाली जटामांसी का ही चयन करना चाहिए। आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेकर इसका सही तरीके से उपयोग करें।
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