आजकल खाने-पीने की आदतों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। लोग अब केवल पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि हेल्दी और फिट रहने के लिए खाने का चुनाव कर रहे हैं। इसी ट्रेंड में प्लांट-बेस्ड मीट का नाम तेजी से चर्चा में है। आपने सोशल मीडिया या रेस्टोरेंट मेन्यू में जरूर सुना होगा कि अब नॉन-वेज जैसा स्वाद, बिना मीट के भी मिल सकता है। सुनने में यह काफी दिलचस्प लगता है, लेकिन बड़ा सवाल यही है कि क्या यह सचमुच सेहत के लिए फायदेमंद है?
प्लांट-बेस्ड मीट को असली मीट जैसा दिखने, चखने और महसूस करने के लिए तैयार किया जाता है। इसमें सोया, मटर प्रोटीन, गेंहू ग्लूटेन, मशरूम और फ्लेवरिंग एजेंट्स का इस्तेमाल होता है। यानी इसमें जानवरों से मिलने वाला मीट बिलकुल भी नहीं होता। जो लोग मांसाहार नहीं करते लेकिन मीट जैसा स्वाद चाहते हैं, उनके लिए यह नया विकल्प है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह सचमुच एक हेल्दी विकल्प है या फिर सिर्फ एक मार्केटिंग ट्रेंड? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से बात की-
क्या प्लांट-बेस्ड मीट वास्तव में हेल्दी है? - Is Plant Based Meat Healthy
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं कि असली मीट में हाई क्वालिटी का प्रोटीन, आयरन, विटामिन B12 और जिंक पाया जाता है। जबकि प्लांट-बेस्ड मीट में इनमें से कुछ पोषक तत्व कम हो सकते हैं। यानी पौधों से बना मीट स्वाद और टेक्सचर तो नॉन-वेज जैसा देता है, लेकिन पोषण के मामले में यह हमेशा बराबर नहीं ठहरता।
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प्लांट-बेस्ड मीट वह फूड प्रोडक्ट है जो स्वाद, टेक्सचर और लुक में बिलकुल असली मीट जैसा होता है, लेकिन इसे पौधों से बनाया जाता है। इसमें आमतौर पर सोया, मटर, गेंहू ग्लूटेन, मशरूम, तेल और फ्लेवरिंग एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है। यानी इसमें जानवरों से मिलने वाला मांस बिलकुल भी नहीं होता है।
प्लांट-बेस्ड मीट के फायदे - Benefits of plant-based meat
- असली मीट की तुलना में इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता, जिससे हार्ट हेल्थ बेहतर रह सकती है।
- प्लांट-बेस्ड मीट में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन के लिए फायदेमंद है।
- यह असली मीट से कम कैलोरी वाला हो सकता है, जिससे वजन कंट्रोल करने वालों के लिए बेहतर विकल्प है।
- इसे बनाने में जानवरों का उपयोग नहीं होता, जिससे पशु क्रूरता कम होती है।
- जो लोग मीट का स्वाद चाहते हैं लेकिन शाकाहारी रहना चाहते हैं, उनके लिए यह विकल्प बेहतर है।
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प्लांट-बेस्ड मीट के नुकसान - Disadvantages of plant based meat
- ज्यादातर प्लांट-बेस्ड मीट ज्यादा प्रोसेस्ड होता है, यानी इसमें एडिटिव्स, फ्लेवरिंग और प्रिजरवेटिव्स मिलाए जाते हैं।
- कई ब्रांड्स में नमक की मात्रा ज्यादा होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- सामान्य शाकाहारी खाने जैसे दाल, राजमा, छोले की तुलना में यह काफी महंगा होता है।
- सोया या ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोगों के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है।
निष्कर्ष
प्लांट-बेस्ड मीट एक अच्छा विकल्प है उन लोगों के लिए जो नॉन-वेज छोड़ना चाहते हैं या शाकाहारी रहकर भी मीट का स्वाद चाहते हैं। लेकिन इसे हेल्दी समझकर रोजाना खाना सही नहीं है क्योंकि यह प्रोसेस्ड फूड है और लंबे समय में स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। संतुलित मात्रा में और कभी-कभी खाया जाए तो यह सेहत के लिए हानिकारक नहीं है।
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FAQ
प्लांट-बेस्ड मीट क्या है?
प्लांट-बेस्ड मीट एक ऐसा फूड प्रोडक्ट है जो स्वाद और टेक्सचर में असली मीट जैसा होता है, लेकिन इसे सोया, मटर, मशरूम से बनाया जाता है। इसमें जानवरों का मांस बिलकुल भी नहीं होता।क्या प्लांट-बेस्ड मीट वजन घटाने में मदद करता है?
अगर इसे बैलेंस डाइट का हिस्सा बनाया जाए तो यह कम कैलोरी और हाई-फाइबर होने के कारण वजन कंट्रोल में मदद कर सकता है। लेकिन केवल इस पर निर्भर रहना सही नहीं है।क्या प्लांट-बेस्ड मीट सभी के लिए सुरक्षित है?
ज्यादातर लोगों के लिए यह सुरक्षित है, लेकिन सोया या ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए।
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Sep 17, 2025 15:44 IST
Published By : आकांक्षा तिवारी