Is It Okay To Eat Only Fruit During Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ सब्जियां ही नहीं, बल्कि फलों को भी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए। इससे प्रेग्नेंसी हेल्दी होती है और गर्भ में पल रहे शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से होता है। यहां तक कि माइंड डेवेलपमेंट पर भी अच्छा असर पड़ता है। हालांकि, आपने देखा होगा कि प्रेग्नेंसी के दिनों में कई महिलाओं को उल्टी और मतली की समस्या हो जाती है। ऐसे में वे न चाहते हुए भी अपनी डाइट में बदलाव करत हैं। इस दौरान कुछ चीजें खाती हैं, कुछ चीजों को डाइट से निकाल बाहर करती हैं। कई महिलांए तो ऐसी भी हैं, जो प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ फलों का सेवन करत हैं। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या वाकई प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ फल खाना सही होता है? आइए, जानते हैं इस बारे में नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में Consultant - Dietetics वंदना राजपूत का क्या कहना है।
प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ फल खाना सेफ है या नहीं?- Is It Safe To Eat Only Fruit During Pregnancy
वंदना राजपूत बताती हैं, "गर्भावस्था के दिनों में सिर्फ फलों का सेवन करना सही नहीं होता है। अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान सिर्फ फलों का सेवन करती है, तो इससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। ध्यान रखें कि पोषक तत्वों की कमी का बुरा प्रभाव प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु, दोनों के स्वास्थ्य पर पड़ता है।" वंदना राजपूत आगे बताती हैं, "प्रेग्नेंसी के दौरान हर तरह के न्यूट्रिएंट्स शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। इसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर, अलग-अलग तरह के विटामिंस और मिनरल्स शामिल हैं। यही नहीं, अगर गर्भावस्था के दौरान महिलाएं बैलेंस्ड डाइट लेती हैं, तो इसकी वजह से कई तरह की गर्भकालीन समस्याओं से भी बचा जा सकता है, जैसे जेस्टेशनल डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि।" कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि हर महिला को गर्भावस्था के दौरान प्रॉपर डाइट लेनी चाहिए। सिर्फ फलों का सेवन करना सेहत के लिए सही नहीं है।
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प्रेग्नेंसी में सिर्फ फलों के सेवन करने का नुकसान
न्यूट्रिएंट्स की कमी
प्रेग्नेंसी में सिर्फ फलों का सेवन करने से भले ही कई तरह के पोषक तत्व मिलते हैं, लेकिन संपूर्ण पोषण नहीं मिलता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की डाइट में हेल्दी फैट, मिनरल्स और विटामिन जैसी तमाम चीजें होनी चाहिए, ताकि गर्भ में पल रहे शिशु का विकास पूरी तरह से हो सके। इसके अलावा, गर्भवती महिला की इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए भी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत होती है।
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शिशु के विकास पर असर
प्रेग्नेंसी में सिर्फ फलों का सेवन करने से शिशु का विकास भी बाधित होता है। इस बात की पुष्टि करते हुए वंदना राजपूत बताती हैं, ‘जाहिर है, फलों की मदद से शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान जब महिलाओं के शरीर में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं होते हैं, तो इससे शिशु का विकास बाधित होता है। यहां तक कि ऐसे बच्चों में जन्मजात समस्याएं भी हो सकती हैं।’
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ब्लड शुगर पर असर
वैसे तो ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करने के लिए फलों को अच्छा विकल्प समझा जाता है, लेकिन अगर गर्भवती महिला पूरी तरह ऐसी डाइट फॉलो करती हैं, तो ब्लड शुगर स्पाइक कर सकता है। यही नहीं, ब्लड शुगर मैनेज नहीं होने की वजह से जेस्टेशनल डायबिटीज का रिस्क बढ़ जाता है।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए फलों का सेवन करना अच्छा होता है, लेकिन सिर्फ इन दिनों सिर्फ फल खाया जाना सही नहीं है। इससे सेहत को नुकसान हो सकते हैं और शिशु के विकास पर भी नेगेटिव असर पड़ सकता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को अपनी डाइट में फलों के साथ-साथ सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स जैसी तमाम चीजों को रखना चाहिए। हेल्दी डाइट लेने से महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है।
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FAQ
गर्भावस्था के दौरान कौन सा फल हानिकारक है?
वैसे तो गर्भावस्था में फलों का सेवन करना अच्छ होता है, लेकिन कुछ ऐसे फल हैं, जिनका सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है, जैसे पपीता, अनानास और अंगूर। इस तरह के फल गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकते हैं।गर्भावस्था के दौरान एक दिन में कितने फल खाने चाहिए?
गर्भावस्था के दैरान एक दिन में 2-4 सर्विंग फल खाए जा सकते हैं। ध्यान रखें कि फल ताजा हों। फ्रोजन या डिब्बाबंद फल सेहत को लाभ पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचा सकते हैं।गोरा बच्चा पैदा करने के लिए गर्भवती महिला कौन से फल खा सकती है?
आपको बता दें कि ऐसा कोई फल नहीं है, जिसके सेवन से बच्चा गोर पैदा होता है। बच्चे की त्वचा का रंग जींस पर निर्भर करता है। हालांकि, फलों का सेवन करने से बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर होता है और उनके विकास में भी मदद मिलती है।
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Oct 01, 2025 17:48 IST
Published By : Meera Tagore