
महिलाओं के लिए ब्रेस्ट की सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। लेकिन कई महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती है और ब्रेस्ट कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार हो जाती है। जबकि ब्रेस्ट कैंसर का समय पर पता चलने पर इलाज संभव है और मरीज स्वस्थ जीवन जी सकता है। लेकिन जानकारी के अभाव में अक्सर महिलाएं कैंसर के लास्ट स्टेज पर हॉस्पिटल पहुंचती हैं और तब तक इलाज जटिल बन जाता है। ऐसे में अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचना है, तो घर पर ही असामान्य गांठ की पहचान कर सकती हैं। इसे मेडिकल भाषा में सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन (Self Breast Examination) कहते हैं। समय रहते, घर बैठे यह जांच करने से आप गांठ, सूजन, कैंसरस गांठ से बच सकते हैं। इस जांच की प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित है। चलिए जानते हैं कि सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन से संबंधित बातें, जो हर महिला को मालूम होनी चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्पिटल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
इस पेज पर:-
1. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन कब करें? When to Perform Self Breast Examination
2. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन कैसे करें?- How to Perform Self Breast Examination
3. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के फायदे- Self Breast Examination Benefits
4. मासिक जांच जरूरी है- Monthly Self Breast Examination Is Essential
5. शुरुआती पहचान बचा सकती है जान- Early Breast Cancer Detection Save Lives
1. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन कब करें? When to Perform Self Breast Examination
- नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुए एक शंघाई ट्रायल के अनुसार, ब्रेस्ट सेल्फ-एक्जामिनेशन की नियमित शिक्षा और प्रैक्टिस से स्तन कैंसर से होने वाली मृत्युदर में कमी पाई गई।
- हर महिला को सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन, हर महीने करना चाहिए।
- सबसे अच्छा समय पीरियड्स खत्म होने के 3–5 दिन बाद होता है, क्योंकि इस समय स्तन कम सेंसिटिव और सूजन रहित होते हैं।
- अगर उम्र के कारण पीरियड्स बंद हो चुके हैं, तो हर महीने एक ही दिन सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन करें।
इसे भी पढ़ें- खुद से रेगुलर ब्रेस्ट की जांच करना कितना जरूरी है?
2. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन कैसे करें?- How to Perform Self Breast Examination

आइने के सामने खड़े होकर देखें
- अपने स्तनों को आइने के सामने देखें।
- दोनों हाथों को कंधों पर रखें, फिर ऊपर उठाकर देखें।
- किसी असामान्यता, आकार में बदलाव, त्वचा में खिंचाव या निप्पल से तरल निकलने पर ध्यान दें।
हाथ से जांच करें
- उंगलियों का इस्तेमाल करें, स्तन की त्वचा को छूकर देखें।
- स्तन को गोल या ज़िग-जैग पैटर्न में धीरे-धीरे दबाकर चेक करें।
- ऊपर, नीचे और बगल की तरफ भी चेक करें।
लेटे हुए स्थिति में जांच करें
- पीठ के नीचे तकिया रखें।
- स्तनों को फैलाकर हाथों से जांच करें।
- इस स्थिति में गांठें और असामान्यता आसानी से महसूस होती हैं।
बदलावों को नोट करें
- हर महीने के बदलाव का रिकॉर्ड रखें।
- किसी नई गांठ या असामान्यता होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
3. सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के फायदे- Self Breast Examination Benefits
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसके कई फायदे होते हैं-
- समय रहते स्तन में किसी भी गांठ या असामान्यता का पता चल जाता है।
- ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का शुरुआती चरण में पता लगाने में मदद मिलती है।
- जब महिला को शक हो या कोई गांठ महसूस हो, तो उसे सबसे पहले भय होता है। ऐसे में किसी डॉक्टर के बगैर भी आसानी से यह जांच घर पर की जा सकती है। इसलिए यह एक सुरक्षित तरीका माना जाता है। हालांकि ब्रेस्ट कैंसर की पुष्टि के लिए सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन काफी नहीं है।
4. मासिक जांच जरूरी है- Monthly Self Breast Examination Is Essential
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन को हर महीने एक ही समय पर करना चाहिए। पीरियड्स के बाद के दिन सबसे सही माने जाते हैं। नियमित मासिक जांच से नई गांठ या असामान्य बदलाव को पकड़ने में मदद मिलती है।
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन की सही तकनीक जरूरी है
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के लिए उंगलियों का इस्तेमाल करें और स्तन को गोल या जिग-जैग पैटर्न में चेक करें। सही तकनीक से गांठ और असामान्यता आसानी से पहचान में आ जाती है।
5. शुरुआती पहचान बचा सकती है जान- Early Breast Cancer Detection Save Lives
महिलाओं के लिए सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन इसलिए जरूरी है क्योंकि इसकी मदद से समय पर ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों का पता चल जाता है। इससे इलाज जल्दी शुरू हो जाता है और जान बचाई जा सकती है। वरना कैंसर सेल्स शरीर में फैलकर मौत का कारण बन सकते हैं। बहुत से कैंसर मरीज, समय पर इलाज करवाकर स्वस्थ जीवन जीते हैं।
निष्कर्ष:
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के जरिए ब्रेस्ट कैंसर से बचाव संभव है। अगर आप एक महिला हैं और स्तन में किसी भी असामान्यता को नोटिस कर रही हैं, तो बेझिझक डॉक्टर से सलाह लें।
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Image credit: scontent.flko
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FAQ
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन क्यों करना चाहिए?
सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन की मदद से स्तनों में किसी भी गांठ या असामान्यता का समय रहते पता चल जाता है।कैसे पता करें कि ब्रेस्ट कैंसर है या नहीं?
ब्रेस्ट कैंसर की पुष्टि एक डॉक्टर ही कर सकते हैं। इसके लिए वो मरीज को मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड या बायोप्सी जैसे टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।ब्रेस्ट में दर्द क्यों होता है?
हार्मोनल बदलाव, स्तन में टिशूज की सूजन, अनुचित ब्रा, इंफेक्शन या गांठ होने पर ब्रेस्ट में दर्द होता है। समय पर जांच जरूरी है।
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Nov 17, 2025 09:03 IST
Published By : Anurag Gupta