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Breast Cancer Awareness Month: क्या 20–25 साल की महिलाओं को सेल्फ ब्रेस्ट चेकअप की जरूरत है? जानें डॉक्टर से

Breast Self Examination: महिलाएं अक्सर 40 की उम्र के बाद ब्रेस्ट चेकअप करती है, लेकिन क्या ब्रेस्ट कैंसर का सेल्फ चेकअप सिर्फ बढ़ती उम्र में ही करना चाहिए? 20 से 25 साल की उम्र की महिलाओं को सेल्फ ब्रेस्ट चेकअप क्यों करना चाहिए और किस तरीके से करना चाहिए? इसकी जानकारी डॉक्टर ने विस्तार से इस लेख में दी है।

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Breast Cancer Awareness Month: क्या 20–25 साल की महिलाओं को सेल्फ ब्रेस्ट चेकअप की जरूरत है? जानें डॉक्टर से


Breast Self Examination: वैसे तो लोगों में आजकल ब्रेस्ट कैंसर को लेकर काफी जागरूकता आ गई है, लेकिन आज भी महिलाएं मानती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ उम्रदराज महिलाओं को ही होता है। इसलिए कई मामलों में देखा गया है कि महिलाएं तभी डॉक्टर के पास जाती हैं जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। इसका एक कारण शायद यह भी है कि महिलाओं ब्रेस्ट चेकअप को लेकर ज्यादा सजग ही नहीं है। आमतौर पर माना जाता है कि ब्रेस्ट चेकअप भी बढ़ती उम्र की महिलाओं को ही कराना चाहिए। क्या सच में 20 से 25 साल की महिलाओं को ब्रेस्ट चेक करने की जरूरत नहीं है? ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (Breast Self Examination) को लेकर हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के इंस्टीट्यूट ऑफ रोबोटिक सर्जरी के रोबोटिक कैंसर सर्जरी विभाग के सर्जिकल ऑनकोलॉजिस्ट डायरेक्टर डॉ. नवीन संचेती (Dr. Naveen Sanchety, Director - Surgical Oncology, Robotic Cancer Surgery, Institute of Robotic Surgery, Sarvodaya Hospital, Faridabad) से बात की।

क्या 20-25 साल की महिलाओं को ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन करना चाहिए?

इस बारे में डॉ. नवीन संचेती कहते हैं, “बिल्कुल हां, हर उम्र की महिला को ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (Breast Self Examination)करना चाहिए। पीरियड्स शुरू होने के बाद, चाहे लड़की की उम्र 15 साल हो, 25 साल हो या 70 साल हो, हर महिला को महीने में एक बार ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन जरूर करना चाहिए। इससे महिलाओं को अपने शरीर में शुरुआती बदलाव पहचानने में मदद मिलती है। रेगुलर जांच करने से छोटी से छोटी गांठ या बदलाव का जल्दी पता लग जाता है। इस आदत के कारण महिलाएं अपने शरीर के प्रति जागरूक रहती है। इसलिए मैं सभी महिलाओं को हर महीने ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन की सलाह देता हूं।”

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सेल्फ एग्जामिनेशन कब करें?

डॉ. नवीन संचेती कहते हैं,”महिलाओं को पीरियड्स आने के 10वें से 14वें दिन के बीच ब्रेस्ट चेकअप करने चाहिए। इस समय ब्रेस्ट टिशू सॉफ्ट होते हैं, जिससे किसी भी असामान्यता को महसूस करना आसान होता है। जिन महिलाओं के पीरियड्स बंद हो चुके हैं यानी कि मेनोपॉज आ चुका है, वे महिलाएं हर महीने एक तय तारीख पर अपने ब्रेस्ट का चेकअप जरूर करें।”

ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन कैसे करें?

डॉ. नवीन संचेती ने महिलाओं को ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन करने के तरीके बताए हैं।

शीशे के सामने खड़े होकर चेक करें

महिलाओं को शीशे के सामने सीधे खड़े होकर दोनों ब्रेस्ट ध्यान से देखने चाहिए। दोनों ब्रेस्ट में हल्का फर्क होना पूरी तरह से नार्मल है, लेकिन अगर ब्रेस्ट में कुछ ज्यादा बदलाव दिखे जैसे कि निप्पल अंदर की ओर जाना, स्किन पर गड्ढे पड़ना, लालिमा दिखना या सूजन होने को बिल्कुल भी इग्नोर न करें।

हाथ लगाकर चेक करना

महिलाओं को अपने लेफ्ट हैंड से राइट ब्रेस्ट और राइट हैंड से लेफ्ट ब्रेस्ट को हल्के दबाव से चेक करना चाहिए। चेक करते समय उंगलियों को क्लॉकवाइज (घड़ी की दिशा) में चलाएं। पूरे ब्रेस्ट को चेक करें और खासतौर पर सेंटर वाले हिस्से और ब्रेस्ट के नीचे की जगह को जरूर जांचे। यह जांच खड़े होकर, बैठकर या लेटकर तीनों पोजीशन में की जा सकती है।

नहाने के बाद चेक करें

नहाने के बाद त्वचा थोड़ी नम होती है, जिससे उंगलियों का मूवमेंट आसान रहता है और गांठ महसूस करना आसान हो जाता है। इसलिए नहाने के तुरंत बाद यह चेकअप काफी असरदार रहता है। JAMA की स्टडी के अनुसार, ब्रेस्ट सेल्फ-अवेयरनेस बढ़ाने से कैंसर के शुरुआती चरण में पहचान की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

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ब्रेस्ट में कौन से बदलाव होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए?

डॉ. नवीन संचेती ने कहा कि अगर चेकअप करते समय ये लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से मिले। इस तरह के लक्षणों को बिल्कुल भी इग्नोर न करें, बल्कि चेकअप जरूर कराना चाहिए।

  1. ब्रेस्ट या बगल में गांठ महसूस हो
  2. निप्पल से डिस्चार्ज जैसेकि खून या पीला तरल निकले
  3. निप्पल की दिशा बदल जाए या फिर अंदर की ओर धंस जाए
  4. स्किन खुरदरी हो जाए या फिर लाल दिखने लगे
  5. एक ब्रेस्ट का अचानक बड़ा या छोटा दिखने

उम्र के हिसाब से ब्रेस्ट चेकअप

डॉ. नवीन संचेती ने ब्रेस्ट सेल्फ चेकअप करने की यह सलाह दी है।

उम्र चेकअप

15–25 साल

महीने में एक बार ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन(BSE), पीरियड्स के बाद 
26–40 साल हर महीने BSE के साथ हर 1–2 साल में डॉक्टर से क्लिनिकल जांच 
40 वर्ष से ज्यादा हर महीने BSE के साथ हर साल मैमोग्राफी
मेनोपॉज के बाद हर महीने तय तारीख को BSE साथ ही साल में एक बार डॉक्टर जांच  

निष्कर्ष

डॉ. नवीन संचेती कहते हैं कि महिलाएं चाहे 20 साल की हो या 70 साल की, उन्हें ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन की आदत बना लेनी चाहिए ताकि ब्रेस्ट में हो रहे किसी भी बदलाव की पहचान की जा सके। अगर समय रहते पहचान हो जाए, तो इलाज की सफलता का दर काफी बढ़ जाता है।

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  • Oct 28, 2025 15:49 IST

    Modified By : Aneesh Rawat
  • Oct 28, 2025 15:49 IST

    Published By : Aneesh Rawat

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