
True Story of Stage 3 Breast Cancer: दुनियाभर में ब्रेस्ट कैंसर के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसे देखते हुए हर साल अक्टूबर के महीने को ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक कराया जा सके। इसलिए OnlyMyHealth ने खास कैपेंन Fight With Hope शुरू किया है, जिसमें हम ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े हर पहलू की जानकारी दे रहे हैं। इसी पहल के तहत हमने ब्रेस्ट कैंसर की जंग को हराकर दूसरों के लिए प्रेरणा बनी निधि से बात की। उन्होंने न सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर की चुनौतियों को पूरी ताकत से पार किया, बल्कि अब वह CanHeal Community के दिल्ली चैप्टर की एंबेसडर बनकर लोगों को ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहे मरीजों की ताकत दे रही हैं और साथ ही कैंसर के प्रति जागरूक कर रही हैं।
ब्रेस्ट कैंसर का कैसे पता चला?
इस बारे में निधि के बारे में बताया, “मुझे पहले से डायबिटीज और थायरॉइड की समस्या थी, इसलिए जनवरी 2023 से आयुर्वेदिक इलाज शुरू किया था, लेकिन दिसंबर के महीने में मैंने महसूस किया कि एक ब्रेस्ट दूसरे ब्रेस्ट से छोटा है। हालांकि शुरुआत में मुझे लगा कि यह हॉर्मोनल बदलाव या पेरीमेनोपॉज की वजह से हो सकता है, लेकिन जब कई हफ्तों तक यही स्थिति रही, तो मैंने गायनेकोलॉजिस्ट को दिखाया। डॉक्टर ने मुझे मैमोग्राफी और अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। रिपोर्ट्स में कुछ ऐसा था कि गायनेकोलॉजिस्ट ने मुझे ऑन्कोलॉजिस्ट से मिलने को कहा गया। फिर आगे की जांच हुई और 3 जनवरी 2024 का दिन मैं कभी नहीं भूल सकती। इसी दिन डॉक्टर ने बताया कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर है और कुछ दिनों बाद PET स्कैन और बॉयोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि मुझे स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर है और गांठ बड़ी थी और बीमारी एडवांस स्टेज में थी।”
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ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने पर बच्चों की चिंता हुई
निधि इस बारे में बात करते हुए काफी इमोशनल हो गई। उन्होंने बताया, “जैसे ही डॉक्टर ने बताया कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर है, तो सबसे पहले मेरे दिमाग में ख्याल आया कि मेरे बच्चों को क्या होगा? लेकिन जब डॉक्टर ने बताया कि स्टेज 3 पर भी इलाज संभव है, तो मेरे में हिम्मत आ गई। मैंने फैसला किया कि मुझे बच्चों को बताना है, क्योंकि डर छिपाने से नहीं, सामना करने से खत्म होता है। जब अपने दोनों बच्चों को ब्रेस्ट कैंसर के बारे में बताया तो उनका भी पहला सवाल यह था कि क्या यह ठीक हो जाएगा? यह सुनकर बच्चों की हिम्मत ने मुझे नया जीवन दिया।”
ब्रेस्ट कैंसर का इलाज रहा काफी चुनौतीभरा
निधि ने बताया, “ब्रेस्ट कैंसर एडवांस स्टेज में होने के कारण इलाज काफी लंबा चला। इलाज के दौरान 8 कीमोथेरेपी हुई, फिर सर्जरी हुई और इसके बाद 21 रेडिएशन सेशंस हुए। शुरुआत के सेशन में मतली, थकान, स्वाद बदलना और इम्युनिटी कमजोर होने जैसी तकलीफे हुई लेकिन मैंने खुद को पॉजिटिव रखा और खुद को समझाया कि यह भी एक फेज है, जो जल्द ही निकल जाएगा। हालांकि आखिर के चार सेशन में बहुत ज्यादा शरीर में दर्द रहा, पूरी बॉडी में दर्द रहता था पर मैंने हर बार यही कहा कि मेरे पास दो ही रास्ते हैं, या तो हार मान लूं या फिर हिम्मत से आगे बढ़ूं औ मैंने दूसरा रास्ता अपनाया और इसलिए शायद आज मैं खुद में एक बदलाव महसूस करती हूं।”
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ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में बालों का झड़ना
निधि कहती हैं, “कीमोथेरेपी के दौरान मेरे बाल झड़ने लग गए थे। जब भी हर सुबह बालों में हाथ लगाती तो बालों के गुच्छे हाथ में आ जाते। शुरुआत में जब ऐसे होने लगा, तो मैं काफी इमोशनल हो गई थी, लेकिन फिर मैंने खुद को समझाया कि मुझे इस बदलाव को अपनाना ही पड़ेगा। इस सोच के फिर मैंने बाल मुंडवाने का फैसला लिया और इसके बाद मुझे महसूस हुआ कि बालों से खूबसूरती नहीं थी, लेकिन मेरा आत्मविश्वास ही मेरी खूबसूरती की पहचान है। इसे स्वीकार करने के बाद मैंने खुद में काफी बदलाव महसूस किया।”
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों की सोच
निधि ने बताया, “हालांकि मैंने अपनी ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी को कभी किसी से नहीं छिपाया लेकिन इस दौरान मैंने समझा कि लोगों में आज भी ब्रेस्ट कैंसर को लेकर डर, झिझक और शर्म है। कुछ लोगों ने मुझे सलाह दी थी कि मैं किसी को न बताऊं लेकिन मेरे लिए कोई शर्म की बात नहीं थी। यह एक बीमारी है, जिससे मुझे ठीक होना है। लोग शायद इसलिए छिपाते हैं क्योंकि लोग आज भी ‘ब्रेस्ट’ शब्द बोलने से झिझकते हैं और शायद उन्हें अपनी जॉब खोने का भी डर रहता है। मेरा मानना है कि जब आप बीमारी को एक्सपेट करके उसके इलाज का सोचते हो, तो मेंटली आप काफी हद तक बीमारी से जीत जाते हो।”
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ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बाद सावधानियां
निधि ने कहा, “ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बाद भी कम से कम पांच साल तक दवाइयां और फॉलो-अप जरूरी होते हैं। मेरी सर्जरी राइट साइड में हुई थी और लिम्फ नोड्स निकाले गए थे, इसलिए मैंने दाएं हाथ में किसी भी चोट या इंफेक्शन से बचना पड़ता है। हाल ही में मेरे हाथ पर छोटा सा बर्न हो गया था, इससे मेरा हाथ सूज गया था और दर्द बढ़ गया था। मैंने अपनी लाइफस्टाइल में कई बदलाव किए हैं। अब मैं रोजाना योग, प्राणायाम, हेल्दी डाइट और पॉजिटिव माइंडसेट को अपनी रोजमर्रा का हिस्सा बना चुकी हूं।”
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर मैसेज
निधि कहती हैं, “इलाज के बाद CanHeal कम्युनिटी से जुड़कर अब मैं लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करती हूं। लोगों को समझआती हूं कि कैंसर से डरने की नहीं, उसे समझने की जरूरत है। इसे छिपाने की बजाय सामना करना जरूरी है। महिलाओं में कैंसर अब सिर्फ 40+ की महिलाओं तक सीमित नहीं है बल्कि 20s और 30s की महिलाएं भी इससे जूझ रही हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि कैंसर शब्द को डेथ सेंटेंस न समझें। यह बस एक फेज है, जिससे निकलना संभव है।”
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Oct 22, 2025 13:37 IST
Modified By : Aneesh RawatOct 22, 2025 06:01 IST
Published By : Aneesh Rawat