सर्दियों में ठंड के बढ़ने के साथ सांस लेने में तकलीफ और एलर्जी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। अस्थमा और विंटर एलर्जी के लक्षण कभी-कभी एक जैसे लग सकते हैं, जिससे इनका अंतर समझना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, दोनों की पहचान और इलाज में सही जानकारी का पता होना जरूरी है। अस्थमा एक क्रॉनिक श्वसन रोग है, जिसमें सांस की नलियां सिकुड़ जाती हैं और सूजन के कारण सांस लेने में परेशानी होती है। ठंडी हवा, धूल, या किसी विशेष एलर्जी वाले कण के संपर्क में आने से अस्थमा के दौरे पड़ सकते हैं। ठंड के दिनों में अस्थमा के लक्षण ठंडी हवा, शारीरिक काम और तनाव के कारण बढ़ सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ विंटर एलर्जी एक मौसमी समस्या है, जो ठंड के मौसम में धूल या किसी अन्य हानिकारक तत्व के कारण होती है। यह मुख्य रूप से इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया से जुड़ी होती है। विंटर एलर्जी के लक्षण धूल, फफूंद और पालतू जानवरों के संपर्क में आने के कारण बढ़ सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे अस्थमा और विंटर एलर्जी के बीच का अंतर। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
अस्थमा और विंटर एलर्जी में अंतर- Difference Between Asthma and Winter Allergies
अस्थमा और विंटर एलर्जी दोनों ही सांस और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं, लेकिन इनके कारण, लक्षण और इलाज अलग-अलग होते हैं। इनके बीच के मुख्य अंतर इस प्रकार हैं-
प्रभाव
अस्थमा: यह फेफड़ों पर प्रभाव डालता है और गंभीर मामलों में सांस लेना बहुत मुश्किल हो सकता है।
विंटर एलर्जी: यह आमतौर पर नाक, आंख, और गले को प्रभावित करती है।
इलाज
अस्थमा: इनहेलर या नेब्यूलाइजर का इस्तेमाल।
विंटर एलर्जी: एंटीहिस्टामिन दवाओं, एयर प्यूरीफायर और मास्क का इस्तेमाल।
सांस लेने में कठिनाई
अस्थमा: सांस लेते समय घरघराहट (Wheezing) और छाती में जकड़न महसूस होती है।
विंटर एलर्जी: इसमें सांस लेने में दिक्कत आमतौर पर नहीं होती।
खांसी
अस्थमा: सूखी खांसी अक्सर रात में या एक्सरसाइज के दौरान बढ़ जाती है।
विंटर एलर्जी: खांसी बलगम वाली हो सकती है और नाक बंद होने के कारण होती है।
नाक से जुड़ी समस्याएं
अस्थमा: नाक के लक्षण कम या न के बराबर होते हैं।
विंटर एलर्जी: नाक बहना, बंद होना या बार-बार छींक आना आम लक्षण हैं।
आंखों में जलन
अस्थमा: आंखों में जलन का कोई सीधा संबंध नहीं है।
विंटर एलर्जी: आंखों में खुजली और पानी आना मुख्य लक्षण हैं।
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सर्दियों में सेहत की सही देखभाल कैसे करें?- Winter Health Tips
- ठंडी हवा से बचाव के लिए बाहर निकलने से पहले मास्क पहनें।
- अस्थमा के मरीज, डॉक्टर के बताए गए इनहेलर का नियमित इस्तेमाल करें।
- एक्सरसाइज करते समय सावधानी बरतें।
- घर को साफ रखें ताकि आसपास धूल के कण न जमा हों।
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- फफूंद और नमी वाली सतह से बचें।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?- When to Contact Doctor
- अगर सांस लेने में ज्यादा दिक्कत हो रही हो।
- अस्थमा के लक्षण इनहेलर से ठीक न हो रहे हों।
- एलर्जी के लक्षण लंबे समय तक बने रहें।
अस्थमा और विंटर एलर्जी के लक्षण कई बार समान दिख सकते हैं, लेकिन उनका कारण और इलाज अलग होता है। सही समय पर अंतर समझकर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इससे न केवल सही इलाज संभव है, बल्कि सर्दियों का मौसम भी आसानी से कट सकता है।
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