How To Stop Feeling Tired with PCOD: पीसीओडी में महिलाओं को कई सारी समस्याएं एक साथ हो जाती हैं। ऐसे में पीरियड्स इर्रेगुलर होना, वजन बढ़ना, ब्लड शुगर इंबैलेंस होने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। वहीं ऐसे में कई महिलाओं को कमजोरी और थकावट ज्यादा रहती है। थोड़ा-भी काम करने पर वो थकावट महसूस करने लगती है। ऐसे में ब्लड शुगर भी इंबैलेंस रहती है जिस कारण एनर्जी लेवल कम हो सकता है। लेकिन अगर लाइफस्टाइल में कुछ बदलावों को अपनाया जाए, तो इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। पीसीओडी में थकावट और कमजोरी कम करने कैसे किया जाए, इसके लिए न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर और डायटिशियन पूनम दुनेजा ने हमसे टिप्स शेयर किये हैं। आइए इस लेख में जानें एक्सपर्ट के इन खास टिप्स के बारे में।
पीसीओडी में कमजोरी और थकावट से डील करने के लिए अपनाएं ये टिप्स- How To Deal With Weakness in PCOD
जंक और प्रोसेस्ड फूड न खाएं- Avoid Junk Food
पीसीओडी में अपनी डाइट से जंक और प्रोसेस्ड फूड पूरी तरह निकाल दें। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये चीजें हार्मोन्स इंबैलेंस की वजह बन सकती हैं। इनमें अनहेल्दी फैट्स मौजूद होते हैं जो आपको कमजोर महसूस करवा सकता है।
शुगरी फूडस अवॉइड करें- Avoid Sugary Food
पीसीओडी में इंसुलिन रेसिस्टेंस की समस्या हो सकती है। इसलिए ऐसे में शुगरी फूडस अवॉइड करने चाहिए। शुगरी फूडस बॉडी में हार्मोन्स को नुकसान करते हैं। इसके कारण आप लो एनर्जी महसूस कर सकते हैं। अगर आपको मीठा खाने की क्रेविंग होती है, तो आप फ्रूटस खा सकते हैं।
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अपने सभी मील टाइम पर लें- Take Every Meal on Time
अगर आप मील स्किप कर देते हैं या मील में ज्यादा टाइम गैप रखते हैं, तो आपका ब्लड शुगर असंतुलित हो सकता है। इसलिए अपने सभी मील टाइम पर लें। साथ ही, पहले से मील प्लेन भी रखें। पहले से मील प्लेन करने से आपको बार-बार भूख नहीं लगेगी। इससे आपको जंक या प्रोसेस्ड फूड की क्रेविंग भी नहीं होगी।
डेली वर्कआउट जरूर करें- Daily Workout
पीसीओडी में डेली वर्कआउट करना जरूरी है। क्योंकि इससे बॉडी एक्टिव रहती है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। वहीं पीसीओडी में वर्कआउट करना फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए जरूरी है। ऐसे में आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, वॉक या योगासन कर सकते हैं।
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स्लीप शेड्यूल मेंटेन रखें- Maintain Sleep Schedule
अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से आजकल हर किसी को देरी से सोने की आदत होती है। लेकिन अगर आपका स्लीप शेड्यूल ठीक नहीं, तो भी कमजोरी ज्यादा हो सकती है। अधूरी नींद की वजह से कोर्टिसोल बढ़ सकता है। इस कारण आप थकावट महसूस कर सकते हैं।
स्ट्रेस कंट्रोल रखें- Control Stress
अगर आपको अक्सर स्ट्रेस हो जाता है, तो इसके कारण भी आप थकावट और कमजोरी महसूस कर सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि स्ट्रेस बढ़ने से कोर्टिसोल हार्मोन प्रड्यूज होता है। यह हार्मोन ब्लड शुगर इंबैलेंस कर सकता है। ऐसे में बॉडी में एनर्जी कम होने लगती है और आप थकावट महसूस करते हैं।
एक्सपर्ट के बताए इन टिप्स को फॉलो करने से आपको पीसीओडी में भी खुद को एनर्जेटिक रख सकते हैं। लेकिन अगर इसके बावजूद भी परेशानी बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।