Is it possible to develop PCOS later in life: पीसीओएस और पीसीओडी हार्मोन इंबैलेंस के कारण होने वाली समस्याएं हैं। इन दोनों समस्याओं में लक्षण काफी हद तक एक जैसे होते हैं। इसलिए कई लोग इन समस्याओं को एक समझ लेते हैं। पीसीओडी की समस्या को पीसीओएस के मुकाबले कम खतरनाक माना जाता है। पीसीओएस और पीसीओडी लंबे समय तक अनहेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के कारण होने वाली समस्याएं हैं। इसलिए लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाकर इन्हें कंट्रोल किया जा सकता है। इन हार्मोनल इशुज को लेकर महिलाओं के मन में अक्सर सवाल रहते हैं। कई महिलाओं का सवाल रहता है कि क्या पीसीओडी की समस्या भविष्य में पीसीओएस में बदल सकती है? इसका जवाब जानने के लिए हमने फरीदाबाद स्थित क्लाउडनाइन हॉस्पिटल की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ शैली शर्मा से बात की।
क्या पीसीओडी और पीसीओएस एक ही हैं? Is PCOD The Same As PCOS
पीसीओडी और पीसीओएस दोनों ही समस्याओं में ओवरी में सिस्ट हो जाते हैं। पीसीओडी की समस्या मे सिस्ट कम और छोटे होते हैं। लेकिन पीसीओएस की समस्या में ये सिस्ट बड़े और कई सारे होते हैं। पीसीओएस एक मेटाबोलिक और एंडोक्राइन डिसऑर्डर है, जिसमें महिला के शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का लेवल साधारण से ज्यादा हो जाता है। पीसीओडी एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जिसे रिवर्स करना आसान है। इन समस्याओं के कारण इर्रेगुलर पीरियड्स, इनफर्टिलिटी, चेहरे पर बाल आने, मुहांसे आने और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं होती है। लेकिन पीसीओएस का असर केवल ओवरी पर नहीं होता है और इसका असर महिला की ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है। इसलिए पीसीओएस और पीसीओडी से ज्यादा गंभीर समस्या माना जाता है। कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पीसीओएस को रिवर्स किया जा सकता है। जबकि कई एक्सपर्ट्स का मानना होता है कि पीसीओएस को मैनेज किया जा सकता है लेकिन रिवर्स नहीं।
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क्या PCOD की समस्या लंबे समय में PCOS में बदल सकती है? Can PCOD Turn Into PCOS In The Long Run
अगर पीसीओडी का इलाज समय पर और सही तरीके से न किया जाए, तो यह धीरे-धीरे हार्मोनल और मेटाबोलिक इंबैलेंस होने की वजह बन सकता है। इसके कराण पीसीओएस जैसी जटिल स्थिति पैदा हो सकती है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि हर पीसीओडी के मरीज को आगे चलकर पीसीओएस जरूर होगा। लेकिन इसकी संभावना पूरी तरह बनी रहती है। इसलिए महिला को अगर अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ने या मुहांसे जैसी शिकायतें लगातार बनी रहती हैं, तो समय पर डॉक्टर से जांच करवाना बहुत जरूरी है। बैलेंस्ड डाइट और लाइफस्टाइल अपनाने और स्ट्रेस कंट्रोल करने से पीसीओडी को बिगड़ने से रोका जा सकता है। इससे पीसीओडी की पीसीओएस में बदलने की संभावना भी खत्म हो सकती है।
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एक्सपर्ट टिप
पीसीओएस और पीसीओडी दोनों ही अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण होने वाली समस्याएं हैं। इन हार्मोनल इशुज का मुख्य कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, वेट गेन और अनहेल्दी डाइट होती है। अगर डाइट और लाइफस्टाइल को मेंटेन करके रखा जाए, तो इन्हें कंट्रोल करना आसान है। इसके अलावा बैलेंस्ड डाइट, एक्सरसाइज की आदत, स्ट्रेस मैनेजमेंट और समय पर इलाज लेकर इसे रिवर्स भी किया जा सकता है। लेकिन अगर पीसीओडी को लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए, तो इसकी पीसीओएस में बदलने की संभावना बढ़ जाती है।
निष्कर्ष
एक्सपर्ट के मुताबिक पीसीओडी की समस्या पीसीओएस में बदल सकती है। अगर इसके लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो इसके लक्षण बढ़ सकते हैं। ऐसे में इससे जुड़ी समस्याएं ज्यादा बढ़ सकती है और भविष्य में बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है। हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करने से पीसीओडी को आसानी से रिवर्स किया जा सकता है। इससे पीसीओएस को कंट्रोल करने में मदद भी मिलती है। लेकिन दोनों ही हार्मोनल इशुज को लाइफस्टाइल को कंट्रोल रखना जरूरी है। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें। इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए एक्सपर्ट के बात करें।
FAQ
क्या पीसीओडी और पीसीओएस एक ही हैं?
पीसीओडी और पीसीओएस दोनों अलग-अलग समस्याएं हैं। लेकिन इनके कई लक्षण एक जैसे लगते हैं। पीसीओएस एक मेटाबोलिक और एंडोक्राइन डिसऑर्डर है, जबकि पीसीओडी हार्मोनल डिसऑर्डर है। पीसीओडी में ओवरी में सिस्ट कम होते हैं जबकि पीसीओएस में सिस्ट ज्यादा होते हैं।क्या पीसीओडी पीसीओएस में बदल जाएगा?
अगर पीसीओडी को कंट्रोल न किया जाए, तो इसे पीसीओएस में बदलने में समय नहीं लगता है। अगर लंबे समय पर पीसीओएस का इलाज न किया जाए या लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए। ऐसे में यह समस्या पीसीओएस में बदल सकती है।पीसीओएस में कंसीव कैसे करें?
पीसीओएस के लक्षणों को कंट्रोल करने से कंसीव करना आसान हो जाता है। इसके लिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करना जरूरी है। अगर पीरियड्स रेगुलर हैं, मूड स्विंग्स कंट्रोल है और इंसुलिन बैलेंस है, तो पीसीओएस में कंसीव करना भी आसान है।