मलाशय की सफाई के बारे में आप कितना सोचते हैं? ज्यादातर लोग इस बारे में बात तक नहीं करते। जबकि, मलाशय की सफाई बेहद जरूरी है। अगर मलाशय की सफाई को नजरअंदाज किया जाए तो ये इंफेक्शन,जलन और तमाम प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा कुछ लोगों को लगता है कि ये एक नेचुरल प्रोसेस है जिसके बारे में हमें सोचने की क्या जरूरत। यह होता रहता है। वॉशरूम जाने के दौरान यह हर कोई कर ही लेता है। जबकि कई बार पानी से की जाने वाली सफाई काफी नहीं होती। ऐसी स्थिति में आपको मलाशय की सफाई को लेकर आपको इन तमाम बातों के बारे में जानना चाहिए। इस बारे मे ज्यादा जानकारी के लिए हमने Dr. Anupama N K, Consultant - Medical Gastroenterology, Aster CMI Hospital, Bangalore से बात की।
गुदा-मलाशय क्षेत्र की सफाई कैसे करें?
Dr. Anupama N K बताते हैं कि गुदा-मलाशय को साफ रखना अच्छी स्वच्छता और संक्रमण, जलन या बेचैनी से बचने के लिए जरूरी है। हालांकि, मल त्याग के दौरान मलाशय आमतौर पर खुद ही साफ हो जाता है, लेकिन शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद हल्की सफाई करना मददगार होता है। इस क्षेत्र की सफाई के लिए सादे पानी या मुलायम, बिना गंध वाले टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करें। इसके अलावा तेज साबुन, अल्कोहल वाले वाइप्स या सुगंधित उत्पादों से बचें, क्योंकि ये जलन पैदा कर सकते हैं। दरअसल, हार्ड चीजों के इस्तेमाल से गुदा छील सकता है या यहां तक की स्किन रूखी होकर खराब हो सकती है। इसलिए इस इलाके की सफाई के लिए सॉफ्ट चीजों का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है।
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नहाते समय सफाई पर दें खास ध्यान
डॉक्टर बताते हैं कि आमतौर पर लोग बस शौचालय के दौरान ही इस हिस्से की सफाई पर खास ध्यान देते हैं जबकि, हमें नहाते समय भी इस ओर काम करना चाहिए। नहाते समय पानी से सफाई करना अच्छा रहता है, खासकर उकड़ू बैठकर। अगर उकड़ू बैठना संभव न हो, तो मुलायम कपड़े से धीरे से सफाई करना भी अच्छा रहता है। नमी से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए नहाते समय इस क्षेत्र को हमेशा सूखा रखें। पर इसका मतलब यह नहीं है कि कि आप कैसे भी कपड़े से इस एरिया की सफाई कर लें। अगर आपने हार्ड कपड़े से इस इस एरिया की सफाई की तो स्किन को नुकसान हो सकता है और आपकी दिक्कत बढ़ सकती है। यहां की स्किन बेहद सॉफ्ट होती है और रफ होने पर खुजली व जलन का कारण बन सकती है। इसलिए नहाने के बाद सॉफ्ट कपड़े की मदद से ही मलाशय की सफाई करें।
मलाशय क्षेत्र को हेल्दी रखने के टिप्स
साफ हवादार सूती अंडरवियर पहनें
साफ हवादार सूती अंडरवियर पहनें क्योंकि इस हिस्से के लिए वायु प्रवाह को बढ़ावा देना बेहद जरूरी होता है। वायु प्रवाह को बढ़ावा देने और नमी को जमा होने से रोकने के लिए ढीले-ढाले कपड़े पहनें। हर दिन में दो बार अंडरवियर चेंज करने के बारे में सोचें।
डाइट में रखें इन बातों का ख्याल
खूब पानी पिएं और रेशे से भरपूर आहार लें। ये दोनों ही बातों का ख्याल रखने से आप गुदा-मलाशय क्षेत्र को हेल्दी रख पाएंगें। दरअसल, बाहरी सफाई से ज्यादा जरूरी होता है मलाशय की अंदर से सफाई करना। इसके लिए जरूरी है कि आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और फाइबर से भरपूर चीजों को खाएं। इससे आंतों को साफ करने के साथ मल त्याग आसान होता है जिससे मलाशय की अंदर से सफाई होती है। इसके अलावा जब आप ज्यादा पानी पीते हैं तो मल सूखता नहीं है, कब्ज की समस्या नहीं होती और मलाशय हेल्दी रहता है।
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शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
अगर आप चाहते हैं कि आपको मलाशय से जुड़ी कोई समस्या न हो तो शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और लंबे समय तक बैठने से बचें। ये आदतें समग्र गुदा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। क्योंकि जब आप शारीरिक रूप से सक्रिए नहीं होते और लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो कब्ज की समस्या हो सकती है जिससे मलाशय पर जोड़ पड़ता है, जलन होती है और मल त्याग दर्दनाक हो जाता है।
इसके अलावा आपको कोई दर्द, खुजली या ब्लीडिंग दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। साधारण सफाई के तरीके बवासीर या संक्रमण जैसी बीमारियों से बचा सकते हैं। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर त्वचा की सुरक्षा और ड्राईनेस से बचाने के लिए आप इस एरिया में नारियल तेल लगा सकते हैं। इससे स्किन हाइड्रेट होती है और लगातार खुजली, दर्द या अन्य त्वचा से जुड़े लक्षणों में कमी आती है।
FAQ
मलाशय में सूजन होने का क्या कारण है?
मलाशय में सूजन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि इस एरिया में इंफेक्शन का होना या पुरानी दस्त जैसी बीमारियां। लंबे समय तक रहने वाला कब्ज, आंतों की बीमारी और बवासीर जिसमें मलाशय की सूजन लंबे समय तक रहती है।मलद्वार का सिकुड़ना क्या है?
मलद्वार का सिकुड़ने का मतलब है कि एक ऐसी स्थिति जब आपका गुदा का रास्ता पतला हो जाता है मल त्याग में दिक्कत आती है। इसे एनल स्टेनोसिस भी कहते हैं। यह कई स्वास्थ्य स्थितियों की वजह से हो सकता है।बड़ी आंत में सूजन के क्या लक्षण हैं?
अगर किसी को बड़ी आंत में सूजन है तो आपको ऐंठन के साथ पेट दर्द और लंबे समय तक रहने वाली दस्त की समस्या हो सकती है। गंभीर मामलों में लोगों को ब्लीडिंग भी होती है और थकान, बुखार और अचानक वजन कम होने की स्थिति से भी गुजरना पड़ सकता है।