आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और असंतुलित खानपान के कारण हड्डियों से संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं। इनमें सबसे आम समस्या ऑस्टियोपोरोसिस है, जिसमें हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं, जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ ज्यादा देखने को मिलती है, लेकिन गलत लाइफस्टाइल और पोषण की कमी के कारण युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए सही खानपान बेहद जरूरी है। कैल्शियम, विटामिन D, प्रोटीन और अन्य जरूरी पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा लेने से हड्डियों को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है। इस लेख में आकाश हेल्थकेयर के कंसल्टेंट, फैमिली मेडिसिन और वेलनेस एक्सपर्ट डॉ. साहिल कपूर से जानिए, ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव के लिए प्रोटीन कितना जरूरी है?
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव के लिए प्रोटीन का महत्व - How Protein Prevents Osteoporosis
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है, जो शरीर के कई अंगों, कोशिकाओं और ऊतकों को बनाने और मरम्मत करने में मदद करता है। हड्डियां भी एक प्रकार के संयोजी ऊतक होती हैं और इनमें प्रोटीन का जरूरी हिस्सा, कोलेजन, मौजूद होता है। कोलेजन हड्डियों को लचीलापन और मजबूती प्रदान करता है, जिससे हड्डियों की संरचना और उनके टूटने की संभावना कम होती है। ऐसे में जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो कोलेजन का उत्पादन घट सकता है, जिससे हड्डियों की मजबूती में कमी आ सकती है। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
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1. प्रोटीन और कैल्शियम का असर
कैल्शियम, हड्डियों के लिए एक और जरूरी खनिज है। हालांकि, कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है, लेकिन इसे शरीर द्वारा सही तरीके से अवशोषित करने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। जब शरीर में पर्याप्त प्रोटीन होता है, तो यह कैल्शियम के अवशोषण में सहायता करता है और हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। इसके बिना, हड्डियां कैल्शियम को ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पातीं और इससे हड्डियों में कमजोरी आ सकती है। डाइट में दोनों प्रोटीन और कैल्शियम का संतुलन बनाए रखना चाहिए, ताकि हड्डियों की संरचना मजबूत बनी रहे (What is the best way to prevent osteoporosis) और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं दूर रहें।
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2. प्रोटीन की सही मात्रा का सेवन
शरीर को प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा की जरूरत होती है, खासकर बुजुर्गों और उन लोगों के लिए जो हड्डियों की समस्या का सामना कर रहे हैं। एक सामान्य व्यक्ति को दिन में कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम शरीर वजन के हिसाब से प्रोटीन की जरूरत होती है। लेकिन बुजुर्गों और हड्डियों के कमजोर होने के खतरे वाले लोगों को इससे अधिक प्रोटीन की जरूरत हो सकती है। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए आप विभिन्न सोर्स से प्रोटीन प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि दालें, मांस, मछली, अंडे, दूध और दूध प्रोडक्ट्स और सोया प्रोडक्ट्स।
3. मसल्स के लिए प्रोटीन
प्रोटीन केवल हड्डियों के लिए ही नहीं, बल्कि मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है। मांसपेशियां हड्डियों को सहारा देती हैं और उनके साथ मिलकर शरीर को स्थिरता प्रदान करती हैं। जब मांसपेशियां मजबूत होती हैं, तो हड्डियों पर दबाव कम पड़ता है और हड्डियों के टूटने का खतरा भी घटता है। इसलिए, मांसपेशियों की सेहत के लिए भी प्रोटीन का सेवन जरूरी है। अगर मांसपेशियां कमजोर होती हैं, तो इसका असर हड्डियों पर भी पड़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
निष्कर्ष
प्रोटीन का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव करने में बेहद जरूरी है। प्रोटीन हड्डियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है, कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा देता है और मांसपेशियों को भी मजबूत बनाए रखता है। यदि आप अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा को शामिल करें और एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
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